पाकिस्तान नें आठ फरवरी को आम चुनाव होने वाले हैं और चुनाव आयोग ने पूर्व पीएम इमरान खान को चुनाव लड़ने पर बैन लगा दिया है और उसके साथ ही उनके करीबी रहे शाह महमूद कुरैशी पर भी अब पांच साल तक चुनाव नहीं लड़ सकेंगे।
पाकिस्तान में आम चुनाव की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। आगामी 8 फरवीर को नेशनल असेंबली का चुनाव होगा। इसके साथ ही पाकिस्तान के 4 प्रांतों का भी चुनाव होगा। मगर इस चुनाव में पूर्व पीएम इमरान खान चुनाव नहीं लड़ पा रहे हैं। कोर्ट ने उन्हें किसी भी संवैधानिक पद के लिए अयोग्य ठहरा रखा है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी की शादी को कोर्ट ने अवैध ठहरा दिया है। दोनों ने शादी से पहले इस्लाम में बनाए गए कानून का पूरा पालन नहीं किया। इसलिए इमरान खान और उनकी बीबी बुशरा को अब अदालत ने 7 साल जेल की सझा सुनाई है। साथ ही 5 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया है।
पाकिस्तान के कराची में स्थित चुनाव आयोग के कार्यालय के पास विस्फोट होने का मामला सामने आया है। हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ है, लेकिन इस धमाके के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं। बता दें कि पाकिस्तान में जल्द ही आम चुनाव होने हैं।
पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले चुनाव से पहले अशांत बलूचिस्तान प्रांत जोरदार बम धमाकों से दहल गया है। बताया जा रहा है कि कम से कम 10 बम और ग्रेनेड से हमला किया गया। ये बम चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (सीपीईसी) पर फुटपाथ पर रखे थे। इनमें से एक बम फट जाने से एक व्यक्ति का शरीर क्षत-विक्षत हो गया और मौत हो गई।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलों कम होती नहीं दिख रही हैं। अलग-अलग मामलों में पहले 10 से 14 वर्ष तक की सजा पाने के बाद इमरान खान को एक और बड़ा झटका लगा है। 8 फरवरी को होने वाले चुनाव में भाग लेने के लिए अनुमति देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने वापस कर दिया है।
पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले आम चुनावों से पहले इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। देश की शीर्ष अदालत ने उनकी पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को आम चुनाव में भाग ले सकने की अनुमति दे दी है। हालांकि इमरान खान अभी भी जेल में हैं और अदालत पहले ही उन्हें चुनाव के लिए अयोग्य ठहरा चुकी है।
नवाज शरीफ अपनी पार्टी के लिए जोरदार प्रचार कर रहे हैं। पाकिस्तान में 8 फरवरी को चुनाव है। नवाज शरीफ अपनी पार्टी की ओर से पीएम पद के प्रत्याशी हैं। उनकी रैली में शेर आ गए। जानिए क्या है पूरा मामला?
पाकिस्तान दुनिया में फिर पिछड़ गया है। यह बात खुद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कही है। नवाज शरीफ चुनाव में पीएम पद के उम्मीदवार हैं।
पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है। इमरान ने कहा है कि देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं होने और उनकी पार्टी को समान अवसर नहीं दिए जाने से अस्थिरता बढ़ेगी।
पाकिस्तान में 8 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए 7 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। वहीं पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान जेल में हैं और उन पर कोर्ट की तरफ से चुनाव लड़ने पर रोक लगी है।
लंबे राजनीतिक उथल-पुथल और देरी के बाद पाकिस्तान में आम चुनाव 8 फरवरी को कराने का ऐलान किया गया है। हालांकि, यहां मतदान से पहले ही चुनावी उम्मीदवारों पर हमले तेज हो गए हैं।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा से चुनाव लड़ रही पहली हिंदू महिला ने भारत के साथ रिश्तों को लेकर अहम बात कही है। 25 वर्षीय हिंदू महिला सवीरा डॉक्टर हैं। उन्होंने कहा कि यदि वह जीतती हैं तो भारत के साथ रिश्तों को सुधारने को लेकर बात करेंगी। साथ ही हिंदुओं के उत्थान के लिए काम करेंगी।
मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा चुनाव लड़ रहा है। पाकिस्तान के आम चुनाव में हाफिज सईद का बेचा लाहौर की एनए-127 सीट से चुनाव लड़ रहा है।
पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने आगामी वर्ष फरवरी में होने वाले आम चुनावों के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया है। पाकिस्तान में 8 फरवरी को चुनाव होने हैं। मगर प्रत्याशियों के नामांकन 22 दिसंबर 2023 से ही शुरू हो जाएंगे।
पाकिस्तान में वर्ष 2024 में 8 फरवरी को आम चुनाव से पहले कोर्ट का बड़ा फैसला आया है। इससे राजनीतिक पार्टियों को जोर का झटका लगा है। कोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक पार्टियों की आपसी जुबानी जंग तेज हो गई है।
पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ने पूर्व विदेश मंत्री और पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो के 2024 के चुनावों में बतौर प्रधानमंत्री उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। साथ ही पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को दोबारा राष्ट्रपति बनाने के लिए भी ऐलान कर दिया है।
पाकिस्तान में चुनाव की तारीखों को लेकर आयोग कोई फैसला नहीं कर पा रहा है। लिहाजा पाकिस्तान की राजनीतिक पार्टियों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है। चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदान 2024 में ही कराए जाएंगे, मगर कोई तारीख बता पाना अभी संभव नहीं है।
पाकिस्तान में हाल के महीनों में भारी राजनीतिक उथलपुथल रही है। संसद भंग होने के बाद चुनाव टालने की हर कोशिश की गई। ऐसे में पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने गुरुवार को एक नया पासा फेंक दिया है, जिससे आम चुनाव में और देरी हो सकती है।
9 अगस्त को शहबाज शरीफ द्वारा पाकिस्तान की नेशनल असेंबली को भंग करने की घोषणा के बाद अनवारुल हक काकर को कार्यवाहक पीएम की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वह अगली सरकार चुने जाने तक इस पद पर रहेंगे।
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