पाकिस्तान की कंगाली तो आपने देख ही ली है, अब चीन की बदहाली का दौर महसूस कीजिए। चीनी वित्त मंत्री के अनुसार कोविड काल से ही बीजिंग की अर्थव्यवस्था सुस्त चल रही है। अब नए सुधारों पर फोकस किया जा रहा है।
अहमद ने कहा कि 10, 50, 100, 500, 1000 और 5000 रुपये के मूल्यवर्ग में नए डिजाइन वाले बैंक नोट दिसंबर में जारी किए जाएंगे। एक सूत्र ने कहा, “पुराने नोट पांच साल तक प्रचलन में रहेंगे और केंद्रीय बैंक उन्हें बाजार से हटा देगा।”
शरीफ ने कहा कि सरकार का काम कारोबार करना नहीं है, बल्कि व्यापार और निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाना सरकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने इस फैसले पर अमल करने के लिए सभी मंत्रालयों को जरूरी कदम उठाने और निजीकरण आयोग के साथ सहयोग करने का निर्देश दिया।
पाकिस्तान की आर्थिक हालत खराब है। महंगाई ने आम लोगों के साथ-साथ व्यापारी वर्ग की परेशानियों में इजाफा कर दिया है। इस बीच व्यापारी वर्ग के लोगों ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बड़ी मांग कर दी है।
पाकिस्तान कंगाली से बाहर नहीं आ पा रहा है। लोगों को खाने-पीने के भी लाले पड़ गए हैं। महंगाई आसमान छू रही है। ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अब भारत की पंचवर्षीय योजना की नकल करके देश के हालात को सुधारने का प्रण किया है।
पहले से ही आर्थिक संकट झेल रहे पाकिस्तान के लिए अब एक और बुरी खबर है, भारत ने रावी नदी का पानी रोक दिया है। पाकिस्तान में जल संकट की समस्या हो सकती है। क्या है पूरा मामला, जानिए-
पाकिस्तान में कारों की बिक्री लगातार घटती जा रही है। पिछले महीने नवंबर में पाकिस्तान में सिर्फ 5000 कारें भी नहीं बिक पाईं। जबकि भारत में हर घंटे 500 कारों की बिक्री हुई है।
आईएमएफ ने नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान की आर्थिक वृद्धि दर 2023 में 2.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। आईएमएफ का हालिया वृद्धि अनुमान चालू वर्ष के लिए सरकार के 3.5 प्रतिशत के वृद्धि दर के लक्ष्य से कम है। हालांकि, यह विश्व बैंक और मनीला स्थित एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के हालिया अनुमान से काफी अधिक है।
पाकिस्तान की कुल विदेशी मुद्रा भंडार फिलहाल 12.6 अरब डॉलर है। खुदरा महंगाई मौजूदा साल में जुलाई से सितंबर के बीच 29 प्रतिशत दर्ज किया गया है।
पाकिस्तान के खुफिया ब्यूरो की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि कैसे पिछले कुछ सालों में माफिया की वजह से देश की अर्थव्यवस्था को अरबों रुपये का नुकसान पहुंचा है।
पाकिस्तान की इकोनॉमी पहले से ही रसातल में पहुंच गई है। कर्ज लेकर जैसे तैसे देश को चलाया जा रहा है। इसके बावजूद पाकिस्तान के 'आर्थिक माफिया' पेट्रोल और खाने की चीजों की कालाबाजारी कर अपने देश को ही नुकसान पहुंचा रहे हैं।
पीएम मोदी जब कुछ तय करते हैं तो इसका असर पूरी इंटरनेशनल पॉलिटिक्स पर पड़ता है, लेकिन पाकिस्तान के लिए मोदी ने ऐसा क्या तय कर दिया कि पाकिस्तान की अवाम शहबाज, मरियम और इमरान को किनारे करके मोदी पर ही आंखे टिकाए बैठी है.
पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार से पत्रकार शाहिद कुरैशी ने आईएमएफ सौदे को लेकर कुछ चुभते हुए सवाल पूछ लिए जिसके बाद उन्होंने आपा खो दिया।
पाकिस्तान के वित्त मंत्री के बयान के बाद सोशल मीडिया पर तूफान उठ गया और लोगों ने गालियां देते हुए उन्हें मुल्क की हकीकत से रूबरू कराया।
पाकिस्तान में कल बड़े फैसले का दिन है...दो राज्यों में चुनाव को लेकर पूरे पाकिस्तान जंग का माहौल बना है...एक तरफ इमरान खान और सुप्रीम कोर्ट हैं तो दूसरी तरफ शहबाज सरकार और फौज हैं...कल सुप्रीम कोर्ट इस मसले पर फाइनल सुनवाई करने वाला है.
Pakistan Economic Crisis: रमजान का महीना पाकिस्तान पर इतना भारी पडेगा, पाकिस्तानियों ने सपने में भी नहीं सोचा था. मुल्क में कानून-कायदा खत्म, कैश खत्म, सुरक्षा की गारंटी खत्म, सरकार की मकबूलियत खत्म, सुप्रीम कोर्ट की हैसियत खत्म, आटा खत्म और तो और रसोई गैस भी खत्म.
आर्थिक तंगी से कराहते पाकिस्तान के कटोरे में सऊदी अरब ने आखिरकार 2 अरब डालर की अतिरिक्त भीख डाल दी है। इससे निश्चित रूप से भूख से तड़पते पाकिस्तान को कुछ ना कुछ राहत जरूर मिलेगी। मगर क्या अब इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) भी पाकिस्तान को कर्ज देने के लिए मेहरबान हो सकता है।
पाकिस्तान में अब मीडिया ने पीएम शहबाज शरीफ को सलाह दी है कि भारत से रिश्ते सुधार लें, इसी में भलाई है। भारत के साथ रिश्ते सुधारने का अब समय आ गया है। जानिए और क्या कहा है-
भारत की तरह ही पाकिस्तान रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदना चाहता है और इसके लिए वह उतावला हुआ जा रहा है। जानिए पूरी खबर-
कंगाली की कगार पर पहुंच चुके पाकिस्तान को उसके बेस्ट फ्रेंड चीन ने बड़ी मदद का ऐलान किया है। चीन ने पाकिस्तान के लिए 1.3 अरब डॉलर का रोलओवर क़र्ज़ को मंज़ूरी दी है। पाकिस्तान ने ये जानकारी दी है।
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