पूरे पाकिस्तान में जनता में ज़बरदस्त नाराज़गी है, लेकिन इतिहास गवाह है कि पाकिस्तान में जनता क्या चाहती है, इसकी पाकिस्तान में न कभी किसी सरकार ने परवाह की, न फौज ने।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की जान को बड़ा खतरा है। यह दावा खुद इमरान खान के करीबी ने किया है। साथ ही बताया कि आर्मी ने जिंदा रहने के लिए उन्हें तीन विकल्प दिए हैं। जानिए क्या हैं वो तीन विकल्प?
पाकिस्तान की रहने वाली खूबसूरत महरंग बलूच पेशे से डॉक्टर हैं, लेकिन उनसे पाकिस्तान की आर्मी भी भय खाती है। डॉक्टर होने के बावजूद वे सामाजिक कार्यकर्ता बनीं और उन्होंने अपने प्रयासों से पाकिस्तान की सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। जानिए पूरी डिटेल।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक बड़े आतंकी हमले का मामला सामने आया है। यहां आतंकियों ने पाकिस्तानी सेना के जवानों को निशाना बनाया है। इस हमले में पाकिस्तानी सेना के पांच जवान मारे गए हैं।
पाकिस्तानी सेना के पूर्व प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और खुफिया एजेंसी आइएसआइ के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल फैज हमीद को सजा होने का खतरा मंडराने लगा है। इन दोनों पूर्व अधिकारियों के खिलाफ दायर एक याचिका को हाईकोर्ट ने सुनवाई के लिए मंजूरी दे दी है और इसके लिए आगामी 28 नवंबर की तारीख मुकर्रर की है।
पाकिस्तान के पूर्व आर्मी चीफ की पोती खदीजा शाह को लाहौर की एंटि-टेररिज्म कोर्ट के आदेश पर जेल से रिहा किया गया लेकिन बाद में उन्हें तुरंत ही सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव अध्यादेश के तहत गिरफ्तार कर लिया गया।
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में पाकिस्तानी सेना को उस समय बड़ा नुकसान उठाना पड़ा जब आतंकियों के साथ मुठभेड़ में उसके एक कर्नल और 3 सैनिकों की मौत हो गई।
आतंकवादियों को पनाह देने वाला पाकिस्तान अब खुद ताबड़तोड़ आतंकी हमलों से पस्त है। आए दिन पाकिस्तान में आतंकी हमले हो रहे हैं, जिसमें पुलिस, सेना के अलावा आम नागरिक भी मारे जा रहे हैं। ताजा मामला पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा से जुड़ा है, जहां आतंकियों ने सेना की चौकी पर हमला कर दिया। इसमें 3 पाकिस्तानी सैनिक घायल हो गए।
रिपोर्ट की मानें तो इस विस्फोट की आवाज कथित तौर पर 30-50 किलोमीटर दूर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में भी सुनी गई है।
पाकिस्तान के लोगों के बाद अब पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी भारत के बुलंदियों पर पहुंचने की जमकर तारीफ की है। वहीं पाकिस्तान की बदहाली के लिए नवाज ने अपने ही देश के कुछ पूर्व सैन्य अधिकारियों और सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को कसूरवार ठहराया है।
इमरान खान की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। इसी बीच ये दावा किया जा रहा है कि इमरान और आर्मी के बीच डील के लिए बातचीत चल रही है। इसके तहत इमरान खान को जेल से रिहा किया जाएगा और इसके बाद वे मुल्क और राजनीति दोनों छोड़ देंगे।
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने एक बार फिर पाकिस्तान को उसकी हैसियत दिखाई है। इस बार पाकिस्तान की आर्मी की ताकत पर ही तालिबान ने सवाल उठा दिए हैं। साथ ही टीटीपी पर पाकिस्तान के आरोपों पर जवाब में अफगान सरकार ने कहा कि उनकी धरती पर आतंकवाद नहीं पल रहा है, पाकिस्तान गलत आरोप न लगाए।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को सेना के हवाले कर दिया गया है। अब पाकिस्तानी सेना उस पर मुकदमा चलाएगी। इमरान खान के भांजे पर 9 मई को उनकी गिरफ्तारी के बाद विरोध में सेना प्रतिष्ठान में तोड़फोड़ और आगजनी करने का आरोप है। इमरान खान को भी इसके लिए आरोपी बनाया गया है। आने वाले समय में उन्हें भी सेना के हवाले।
एक इंटरव्यू के दौरान शहबाज शरीफ ने खुलासा किया कि पूर्व पीएम इमरान खान ने भी पूर्व सेना प्रमुख बाजवा पर काफी भरोसा किया था। उन्हें भी सैन्य समर्थन मिला था।
पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सुप्रीम कोर्ट ने सैन्य अदालत में मुकदमा चलाने के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया है, जिसमें पूर्ण अदालत बनाने की मांग की गई थी। इससे लगभग साफ है कि इमरान खान और उनके समर्थकों को अब पाक सेना की कोर्ट में ही मुकदमा झेलना होगा।
पाकिस्तान की सेना से जुड़े कानून में सरकार ने अहम संशोधन किया है। इस वक्त पाकिस्तान आर्थिक तंगी के साथ आतंकी हमले भी झेल रहा है। उसे सेना से जुड़ी जानकारियां आतंकियों तक पहुंचने का शक है। वह भारत को लेकर भी काफी सतर्क है। पाक सेना की जानकारियां लीक होकर हिंदुस्तान पहुंचने का डर भी उसे सता रहा है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के दोबारा पीएम बनने के सपने चकनाचूर होते नजर आ रहे हैं। पाकिस्तान के कानून मंत्री की ओर से दावा किया जा रहा है कि इमरान को एक मामले में उम्र कैद की सजा हो सकती है। इमरान खान पर विभिन्न अदालतों में संगीन धाराओं में मुकदमे चलाए जा रहे हैं। उनपर सैन्य अदालत में भी मुकदमा है।
पिछले दिनों इमरान खान की गिरफ्तारी के विरोध में उनके समर्थकों ने लाहौर कोर कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की थी, जिसके बाद कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था।
जिन तीन बड़े फौजी अफसरों को बरखास्त किया गया, उन पर आरोप है कि “उन्होने जिन्ना हाउस, जनरल हैडक्वार्टर्स, फोजी छावनियों और ठिकानों की सुरक्षा और सम्मान की हिफाजत नहीं की”।
पाकिस्तान में आतंकी हमला थमने का नाम नहीं ले रहा है। तालिबान से बगावत के बाद से ही पाकिस्तान के विभिन्न राज्यों और शहरों में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं। ताजा हमले में आतंकियों ने 2 पाकिस्तानी फौजियों को मौत की नींद सुला दिया है।
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