पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और सैनय शासन के बीच टकराव जारी है। इमरान खान फिलहाल जेल में बंद हैं और उन्होंने पिछले साल 9 मई को हुए दंगों के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बीते साल जब गिरफ्तार किया गया था तो उसके बाद दंगे भड़क गए थे। दंगों में शामिल कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अब 20 लोगों को रिहाई दे दी गई है।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें पाकिस्तान की सेना पाकिस्तानी क्रिकेट टीम को ट्रेनिंग दे रही है। बता दें कि जून में आईसीसी टी20 वर्ल्डकप खेला जाएगा।
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में एक बार फिर पाकिस्तानी सैनिकों को निशाने बनाते हुए फायरिंग की गई है। गोलीबारी में पाक सेना के दो जवानों की मौत हो गई वहीं चान अन्य घायल हुए हैं।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने लोगों में खलबली मचा दी है। सुप्रीम कोर्ट ने आम पाकिस्तानियों पर सैन्य अदालत में मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी है। इन लोगों में 9 मई 2023 को इमरान खान की गिरफ्तारी के विरोध में सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला करने का आरोप है।
इमरान बार-बार अपनी तकरीरों में कहते रहे हैं कि वो भागने वाले नहीं हैं, किसी भी कीमत पर मुल्क छोड़कर नहीं जाएंगे, इसलिए अब इमरान खान के लिए इधर कुंआ, उधऱ खाई वाली स्थिति है.
Pakistan Vs TTP: आतंकवाद की फैक्ट्री चला रहा पाकिस्तान अब आतंकवादियों से ही परेशान हो चुका है। तहरीक-ए-तालिबान (टीटीपी) नामक आतंकी संगठन ने पाकिस्तानी सरकार को घुटनों पर ला लिया है। पाकिस्तान के विभिन्न इलाकों में टीटीपी लगातार पुलिस और सरकार की चुनौती दे रहा है।
Imran Khan: पाकिस्तान की एक आतंकवाद-रोधी अदालत ने राजधानी में एक रैली के दौरान पुलिस, न्यायपालिका और अन्य सरकारी संस्थानों को धमकाने के आरोप में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ पिछले सप्ताह दर्ज आतंकवाद के मामले में उन्हें एक सितंबर तक अंतरिम जमानत दे दी है।
Paksiatan: पाकिस्तान सरकार प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के संभावित उभार से निपटने के लिए एक प्लान तैयार कर रही है। इस आतंकवादी समूह के साथ शांति समझौते की संभावनाएं बेहद कम हैं।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने कहा कि हम एक जिम्मेदार परमाणु शक्ति हैं और हर देश के साथ शांति चाहते हैं।
पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का कार्यकाल खत्म होने के बाद साल 2022 में जनरल फैज को देश का सेना प्रमुख बनाया जा सकता है।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने हाल ही में कहा था कि सरकार प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के कुछ समूहों के साथ सुलह के लिए बातचीत कर रही है।
बलूचिस्तान के सीबी जिले के संगन इलाके में गोलीबारी के दौरान आतंकवादियों को भी काफी नुक़सान पहुंचाया गया। पाकिस्तान सशस्त्र बल के मीडिया विंग इंटर-सर्विस पब्लिक रिलेशन (अंतर सेवा जनसंपर्क) ने बताया कि गोलीबारी के दौरान फ़्रंटियर कोर बलूचिस्तान के पांच सैनिकों की मौत हो गई।
पाकिस्तान की एक संसदीय समिति ने उस विवादास्पद कानून का अनुमोदन किया है जिसके तहत शक्तिशाली सैन्य बलों की किसी भी तरह की आलोचना या उनका उपहास करने पर दो साल कैद या 50 हजार रुपये तक जुर्माना अथवा दोनों हो सकते हैं।
इस बीच ट्विटर पर द इंटरनेशल हेराल्ड ने बताया कि 'सिंध पुलिस और पाकिस्तान सेना के बीच इस दौरान गोलीबारी भी हुई, जिसमें कराची के 10 पुलिस अधिकारियों की मौत हो गई। इस गोलीबारी के बाद वहां 'गृह युद्ध' छिड़ गया है।'
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और विपक्षी पार्टी पीएमएल-एन के अन्य शीर्ष नेताओं के खिलाफ पुलिस ने देशद्रोह और अन्य गंभीर आरोपों में मामला दर्ज किया है। इन सभी पर कथित रूप से सेना और न्यायपालिका के खिलाफ षड्यंत्र करने और लोगों को इनके खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया है।
पाकिस्तान के एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में इमरान खान ने यह बयान दिया है। इमरान खान ने यहां तक कह दिया कि पाकिस्तान की खूफिया एजेंसी आईएसआई का कोई भी चीफ उनको इस्तीफा देने के लिए नहीं कह सकता और अगर ऐसा कहेगा तो वह खुद उसका इस्तीफा मांग लेंगे।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा बाजवा-खान साझेदारी पर दिए बयान के बाद नागरिकों के बीच शीर्ष सैन्य नेतृत्व के खिलाफ बड़े पैमाने पर गुस्सा उबल रहा है।
बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रवक्ता बैजयंत जे पांडा ने बुधवार को बॉलीवुड हस्तियों को लेकर एक बहुत हीं सनसनीखेज दावा किया है। उनका कहना है कि कुछ बॉलीवुड हस्तियां पाकिस्तान के आईएसआई के संपर्क में हैं।
पाकिस्तान ने लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी तनाव के बीच मौका देखते हुए गिलगित-बाल्टिस्तान में नियंत्रण रेखा के पास अपनी सेनाओं की अतिरिक्त तैनाती की मीडिया रिपोर्टों को गैरजिम्मेदार और सच्चाई से दूर बताया है।
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