बारामूला जिले के गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 2.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम कार्यालय ने बताया कि 10 दिसंबर तक आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे, लेकिन मौसम शुष्क रहेगा और रात के तापमान में मामूली गिरावट आ सकती है।
कश्मीर के पहलगाम में मुंबई से आए एक कपल ने पूरी तरह से कश्मीरी परंपरा के साथ शादी रचाई। शादी में 250 से ज्यादा मेहमान शामिल हुए थे। जिसमें सबसे ज्यादा संख्या यहां के मुसलमानों की थी।
टूरिस्ट ने टैक्सी स्टैंड के अध्यक्ष को सूचित किया कि वह टैक्सी में सोना भूल गया है जिसे उसने स्टैंड से किराए पर लिया था। जब उन्होंने ड्राइवर को सूचित किया, तो उसने अपनी टैक्सी की तलाशी ली।
Amarnath Yatra: प्रथा के अनुसार,अमरनाथ यात्रा के बीच आषाढ़-पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पहलगाम में भूमि-पूजन, नवग्रह पूजन और ध्वजारोहण जैसे अनुष्ठानों का आयोजन किया गया।
‘कश्मीरियत’ की मिसाल पेश करते हुए एक पर्यटक गाइड ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में लिद्दर नदी से पश्चिम बंगाल के दो पर्यटक सहित पांच लोगों को बचाने के लिए जान दे दी।
बुधवार को ही भूस्खलन और खराब मौसम की वजह से यात्रा के दौरान तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी, जबकि पांच घायल हो गए थे। उसके बाद यात्रा रोक दी गई थी। घटना में घायल पांच लोगों में से एक यात्री को गंभीर हालत में श्रीनगर में भर्ती कराया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि कुल 2,995 श्रद्धालु 107 वाहनों और चार मोटरसाइकिलों में अनंतनाग में नुनवान-पहलगाम तथा गंदेरबल जिलों में बालटाल के आधार शिविर के लिए रवाना हुए।
पहलगाम में न्यूनतम तापमान शून्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस नीचे रहा। लद्दाख का करगिल जम्मू-कश्मीर का सबसे ठंडा क्षेत्र रहा जहां न्यूनतम तापमान शून्य से 20 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।
जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हुई तो मैदानी इलाकों में जमकर बारिश हुई। बारिश के साथ पहाड़ी इलाकों में हुई बर्फबारी से ठंड और बढ़ गई है। बादल छाये रहने से यहां के तापमान में कमी दर्ज की गई है। गुलमर्ग में सैलानी बर्फबारी का भरपूर आनंद
एक अन्य अधिकारी ने बताया, "सोमवार रात हुए आतंकवादी हमले के बाद तीर्थयात्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ रही है।" अधिकारियों ने सुरक्षा कड़ी करते हुए सुनिश्चित किया है कि किसी भी तीर्थयात्री वाहन को बिना सुरक्षा के राजमार्ग से न गुरजने दिया जाए।
प्रवक्ता ने बताया कि केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल :सीआरपीएफ: के सुरक्षा कवच में वाहन रवाना हुए। आज के जत्थे के साथ ही कुल 2,05,035 श्रद्धालु और साधू 28 जून से शुरू हुई 40 दिन तक चलने वाली तीर्थयात्रा के लिए जम्मू से रवाना हो चुके हैं। सरकार ने पुलिस, सेन
अर्धसैनिक बलों के साथ 102 वाहनों में सवार यह काफिला सुबह 4.05 बजे भगवती नगर यात्री निवास से रवाना हो गया।
यह काफिला तड़के 4.15 बजे रवाना हुआ। किसी भी वाहन को सुरक्षा कारणों से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर जवाहर सुरंग से गुजरने की मंजूरी नहीं दी गई। रामबन जिले में भूस्खलनों की वजह से जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया था, जिसके बाद से
डीआईजी को लिखे गए खत में कहा गया है, एसएसपी अनंतनाग से प्राप्त किए गए खुफिया इनपुट के मुताबिक आतंकवादियों को 100 से 150 श्रद्धालुओं और करीब 100 पुलिस अधिकारियों की हत्या करने को कहा गया है।
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