देश में कोराना वायरस की दूसरी लहर चलने के बीच सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनियां अपने संयंत्रों से 965 टन आक्सीजन को चिकित्सा जरूरत के लिये भेज रही हैं।
भारत केन्द्रित एक अमेरिकी व्यापार समूह ने रविवार को कहा कि उसने भारत के लिये एक लाख हल्के ऑक्सीजन सिलेंडर का ऑर्डर दिया है।
कोरोना वायरस की दूसरी लहर में देश ऑक्सीजन की भारी कमी और रेमडेसिविर दवा की किसे जरूरत है इसको लेकर दिल्ली एम्स के निदेशक ने जरुरी जानकारी दी है।
प्रमुख बंदरगाहों को मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन टैंक, ऑक्सीजन बोतल, पोर्टेबल ऑक्सीजन जेनरेटर और ऑक्सीजन कन्स्ट्रेटर लाने वाले जहाजों को प्राथमिकता देने के निर्देश
दरअसल, कहा जा रहा है कि पांडिचेरी विश्वविद्यालय के एक छात्र ने कोरोना वायरस का घरेलू उपचार ढूंढ लिया है व विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा भी इसे स्वीकृति दी गई है।
उत्तराखंड पुलिस ने कोविड-19 के इलाज में इस्तेमाल होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन तथा अन्य जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी पर रोक लगाने में जनता का सहयोग लेने के लिए एक मोबाइल नंबर जारी किया है।
सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे अपने पति को लेकर तीन-चार अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद रेणू सिंघल एक ऑटो रिक्शा से एक सरकारी अस्पताल पहुंची और उन्होंने अपने पति को मुंह से भी सांस देने की कोशिश की लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
गाजियाबाद के थाना कोतवाली/नंदग्राम व स्वाट टीम की संयुक्त कार्यवाही करते हुए ऑक्सीजन गैस की कालेबाजारी करने वाले 02 अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है।
भारतीय वायुसेना शनिवार को सिंगापुर से चार क्रायोजेनिक कंटेनर लेकर आई जिनका इस्तेमाल प्राणवायु के परिवहन के लिए किया जाएगा।
रेलवे ने पिछले 24 घंटे में विभिन्न राज्यों में 10 कंटेनरों के जरिए करीब 150 टन तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन (एलएमओ) की आपूर्ति की है। रेलवे ने शनिवार को यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने राजस्व विभाग को ऐसे स्वास्थ्य उपकरणों के निर्बाध और त्वरित कस्टम क्लीयरेंस को सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने देश के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखकर ऑक्सीजन के लिए सहयोग मांगा है।
उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। शनिवार (24 अप्रैल, 2021) को भी प्रदेश में कोरोना वायरस के 38 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं।
कोरोनावायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच राष्ट्रीय राजधानी के कई अस्पताल शनिवार को भी ऑक्सीजन की कमी से जूझते नजर आए। लगातार मामले बढ़ने के साथ ही शहर की स्वास्थ्य अवसंरचना पर दबाव अत्यधिक बढ़ गया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को पीआर पर पैसा खर्च करने के बजाए देश में फैली महामारी का डटकर मुकाबला करने की केंद्र से अपील की है।
केंद्र ने शुक्रवार को सभी राज्यों को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में ऑक्सीजन उत्पादन करने वाले संयंत्रों की सूची तैयार करें और बंद हो चुकी इकाइयों को आपूर्ति बढ़ाने के लिए फिर से चालू करें ताकि कोविड-19 संक्रमण के तेजी से बढ़ते मामलों के कारण बढ़ी मांग को पूरा किया जा सके।
उत्तर प्रदेश के सभी सरकारी व निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की समस्या से निपटने के लिए ‘‘ऑक्सीजन मॉनिटरिंग सिस्टम फॉर यूपी’’ नामक डिजिटल प्लेटफार्म तैयार किया गया है, जिसका उद्घाटन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया।
बरेली में लगने वाले ऑक्सीजन संयंत्र की क्षमता 130 घन मीटर प्रति घंटा होगी और 30 मई तक चालू हो जाएगा।
रक्षा मंत्रालय ने जर्मनी से 23 आक्सीजन उत्पादन संयंत्र हवाई मार्ग से लाने का फैसला किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अस्पतालों में जीवनरक्षक गैस की कमी के बीच दिल्ली-एनसीआर में नेक आदमी और सामाजिक संगठन आगे आए हैं जो कोविड रोगियों के लिए ‘ऑक्सीजन लंगर’ खोल रहे हैं तथा उनके उपचार के वास्ते ‘प्राणवायु सिलेंडरों’ को नि:शुल्क भर रहे हैं।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़