वेदांता लिमिटेड के स्वामित्व वाले स्टरलाइट कॉपर संयंत्र में तकनीकी खराबी होने के कारण उसमें उत्पादन कार्य रुक गया है।
संबित पात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन स्लायर्स को कहा है कि धीरे-धीरे ऑक्सीजन की सप्लाई करें और पड़ोसी राज्यों से गुहार लगाई है कि आप हमारी ऑक्सीजन को स्टोर करें। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट, जिसे भारत सरकार को सबमिट किया गया है।
यह इसके मद्देनजर किया जा रहा है कि कोविड धीरे-धीरे ग्रामीण क्षेत्रों में भी बढ़ता जा रहा है। राज्य सरकार ने ग्रामीण स्वास्थ्य ढांचे में सुधार और मजबूती को प्राथमिकता के तौर पर लिया है।
स्टरलाइट कॉपर स्मेल्टर प्लांट को चार माह की अवधि के लिए चिकित्सकीय आक्सीजन उत्पादन करने के प्रस्ताव को 26 अप्रैल को मंजूरी दी गयी
दिल्ली सरकार ने एक लिस्ट में डिपो/डिलर्स के नाम जारी किए हैं, जिनके पास अपने किसी भी पहचान पत्र, अभिभावकों के पहचान पत्र और डॉक्टरों के प्रेस्क्रिप्शन के साथ ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जाएगी। आप 1031 पर कॉल कर भी अपने घर के आस पास के रिफिलर या डीलर की जानकारी भी हासिल कर सकते हैं। आइए आपको बताते हैं दिल्ली में किन स्थानों पर मिल रही है ऑक्सीजन।
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के वकील ने कहा कि इमरान के ऑफिस के बाहर PWD के ट्रक कर रहे अनलोडिंग कर रहे हैं, जिस पर इमरान ने वकील ने कहा की ऐसे में तो सब पर मुक़दमा दर्ज होना चाहिए, कई राजनीतिक पार्टियां, गुरुद्वारे भी ऑक्सीजन मुहैया करा रहे हैं। जिसपर हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार से भी जवाब मांगा है।
देश फिलहाल कोरोना की दूसरी लहर की चपेट में है, जिसमें हर दिन लगातार 4 लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। वहीं मरने वालों की संख्या में भी लगातार बढ़त देखने को मिल रही है।
देश में कोरोना वायरस (Coronavirus India) की दूसरी लहर के बीच उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने कोविड-19 महामारी से निपटने में लोक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में मदद के लिए 12 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यबल का गठन किया।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के खिलाफ लड़ाई में चिकित्सीय ऑक्सीजन जुटाने के लिए भारत ने ओपेक देशों खासकर सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और कुवैत का रुख किया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि दिल्ली को गंभीर कमी के बीच पहली बार 730 टन चिकित्सीय ऑक्सीजन प्राप्त हुई।
पुलिस ने इस मामले में और छानबीन शुरू कर दी है और पता लगाया जा रहा है कि पकड़े गए लोगों के तार किससे जुड़े हैं और क्या उनके पास और भी ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हैं या नहीं।
अब तक 34 ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन अपना सफर पूरा कर चुकी हैं, जो विभिन्न राज्यों में 137 टैंकरों में 2,067 टन तरल चिकित्सीय ऑक्सीजन पहुंचा चुकी है।
महिंद्रा लॉजिस्टिक्स ने मंगलवार ‘ऑक्सीजन ऑन व्हील्स’ (ओ2डब्ल्यू) की पेशकश की, जो उत्पादकों को अस्पतालों तथा चिकित्सा केंद्रों के साथ जोड़कर ऑक्सीजन की उपलब्धता को बढ़ाने के लिए शुरू की गई एक मुफ्त सेवा है।
दिल्ली के एम्स और आरएमएल अस्पताल में डीआरडीओ द्वारा विकसित तकनीक के आधार पर दो ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किये गये। देश भर में ऐसे 500 संयंत्र स्थापित होंगे।
Remedisvir इंजेक्शन के विषय पर सीएम योगी आदित्नाथ ने कहा कि प्रदेश में रेमेडेसीवीर सहित जीवनरक्षक मानी जा रही सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है। निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार डीएम/सीएमओ द्वारा इसकी उपलब्धता कराई जा रही है।
भारत इस समय कोरोना महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। हर दिन 3.5 लाख से अधिक मरीज सामने आ रहे हैं।
कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर काफी गंभीर और अचानक से आई है। इस मामले में यह अलग है।
पश्चिमी दिल्ली के कीर्ति नगर स्थित कालरा अस्पताल में लिक्विड ऑक्सीजन ख़त्म है और फिलहाल सिलेंडर से मरीजों को ऑक्सीजन दी जा रही है। ऑक्सीजन खत्म होने से इस अस्पताल के 108 मरीजों की जान खतरे में है।
कंपनी ने कहा कि पिछले 48 घंटों के दौरान इस सेवा को मिली अभूतपूर्व प्रतिक्रिया को देखते हुए अब कंपनी मरीज के घर पर सीधे ऑक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने पर विचार कर रही है।
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