राजधानी स्थित बत्रा अस्पताल में शनिवार को यहां के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (जठरांत्र विज्ञान) विभाग के प्रमुख सहित 12 कोरोना संक्रमित मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई। बत्रा अस्पताल के चेयरमैन डॉ. एसलीएल गुप्ता ने ये जानकारी दी है।
दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी की वजह से 8 मरीज़ों को अपनी जान गंवानी पड़ीI मामला दिल्ली के बत्रा अस्पताल का है जहां शनिवार को ऑक्सीजन खत्म हो गई,ऑक्सीजन नहीं मिलने की वजह से अस्पताल में 8 मरीज़ों की मौत हो गईI मरने वालों में एक डॉक्टर भी शामिल हैंI
राजधानी स्थित बत्रा अस्पताल में शनिवार को यहां के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (जठरांत्र विज्ञान) विभाग के प्रमुख सहित 12 कोरोना संक्रमित मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई।
भारत इस समय गंभीर कोरोना संकट से गुजर रहा है। इस संकट के दौर में भारत में सबसे ज्यादा किल्लत मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन की हैं।
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण कंट्रोल से बाहर हो चुका है। रोजाना जिस तरह से कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं और संक्रमण की वजह से जितनी मौतें हो रही हैं वह बड़ी चिंता का कारण है
कोरोनोवायरस के मामलों में वृद्धि और अस्पतालों में ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी के कारण, मरीजों के परिजन ग्रेटर नोएडा में ऑक्सीजन प्लांट के बाहर खड़े दिखाई दिए |
कानपुर के पनकी ऑक्सीजन प्लांट में आज सुबह रिफिलिंग के दौरान ऑक्सीजन सिलेंडर फटने से एक श्रमिक की मौत हो गई और कम से कम 2 घायल हो गए। दादा नगर औद्योगिक क्षेत्र में यह हादसा हुआ।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा के मुताबिक प्रदेश को वर्तमान में 310 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत है। जबकि प्रदेश को करीब 300 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है।
जहां देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से तबाही मची हुई है वहीं दूसरी ओर 1 मई से शुरू हो रहे 18 साल के ऊपर के लोगों के टीकाकरण कार्यक्रम को बड़ा झटका लगा है। कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते कई राज्यों ने हाथ खड़े कर दिए हैं। गौरतलब है कि, देश में कोरोना वायरस के ऐसे माहौल में यदि मोदी सरकार के कोरोना टीकाकरण अभियान को झटका लगता है तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि छोटे अस्पतालों में तात्कालिक जरूरतों को देखते हुए पोर्टेबल टाइप या ऑक्सीजन कंसंट्रेटर लगाए जाएं, ताकि लोगों को जल्द से जल्द इसका लाभ मिल सके।
मुरादाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिलने से 15 कोरोना मरीजों की मौत होने का दावा किया जा रहा है । इसकी सूचना मिलते ही मरीजों के परिजन अस्पताल गेट पर पहुंच गए और उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर ऑक्सीजन उपलब्ध न कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
भाजपा के विधायक शरद अवस्थी उन लोगों में से हैं, जो अपनी क्षमता का गलत इस्तेमाल करते हैं। जहां देश में ऑक्सीजन के लिए हाहाकर मची हुई है, लोग कतारों में खड़े होकर अपने परिजनों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर के मिलने का इंतजार कर रहे हैं, वहीं शरद अवस्थी सबके सामने अपनी गाड़ी में ऑक्सीजन सिलेंडर रखकर चलते बने दिखाई दिए।
कंपनी ने जनता से पांच करोड़ रुपये जुटाए हैं, और इतनी ही राशि अपने पास से मिलाकर कुल 10 करोड़ रुपये के ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने के लिए ऑर्डर दिए हैं।
मारुति सुजुकी ने अपने कारखानों को रखरखाव के लिए समय से पहले बंद करने का फैसला किया है। इस दौरान सभी कारखानों में उत्पादन बंद रहेगा।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि डीआरडीओ आने वाले तीन महीनों में देशभर में 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहा है। इसके लिए पैसा पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा।
महाराष्ट्र में परभणी जिला अस्पताल में पेड़ की एक शाखा गिरने से ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति करने वाली पाइपलाइन लीक हो गई। लेकिन कर्मचारियों के तुरंत हरकत में आने से ऑक्सीजन पर निर्भर 14 मरीजों की जान बचा ली गई।
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि वो सिंगापुर से ऑक्सीजन के चार खाली टैंकर मंगवाएं। राजस्थान सरकार द्वारा डिमांड किए गए ये टैंकर पश्चिम बंगाल के पानागढ़ हवाई अड्डे पर पहुंच चुके हैं।
लगातार 24 घंटे चलने के बाद ट्रेन भोपाल पहुंची। इस समय अवधि में ऑक्सजीन टैंकर्स के चालक राजू और राजेंद्र ने सिर्फ कुछ बिस्किट्स और पानी के सहारे रास्ता गुजारा।
गौतम बुद्ध नगर जिला प्रशासन ने महामारी के समय नोएडा के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति नहीं करने वाली तीन एजेंसियों को नोटिस भेजा है।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति के वितरण और कोरोनावायरस महामारी के वितरण पर आम आदमी पार्टी सरकार को फटकार लगाई। अदालत ने कहा कि अगर दिल्ली सरकार स्थिति को संभालने में असमर्थ रही, तो वह केंद्र सरकार से पूछेगी कि क्या वह यह स्थिति संभल सकती है |
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