प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 11:30 बजे हाईलेवल मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता पर चर्चा होगी। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए सरकार की तैयारी के तौर पर ये मीटिंग अहम मानी जा रही है। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कई राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन की भारी किल्लत हो गई थी। कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि सितंबर-अक्टूबर तक देश में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें पहले से ही ऑक्सीजन और मेडिकल सुविधाओं के इंतजाम पुख्ता रखने के प्रयास कर रही हैं।
देश में ऑक्सीजन की मांग और वितरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया। देश में कोरोना वायरस (Coronavirus India) की दूसरी लहर के बीच उच्चतम न्यायालय (Supreme Court) ने कोविड-19 महामारी से निपटने में लोक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया में मदद के लिए 12 सदस्यीय राष्ट्रीय कार्यबल का गठन किया।
ममता बनर्जी ने कोरोना संक्रमण के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर बंगाल में ऑक्सिजन का आवंटन बढ़ाने की मांग की है। ममता ने पीएम मोदी से बंगाल के लिए कम से कम 550 मीट्रिक टन ऑक्सिजन के आवंटन के निर्देश दिए जाने की गुहार लगाई है। पत्र में ममता बनर्जी ने यह भी आरोप लगाया कि बंगाल के हिस्से की ऑक्सिजन दूसरे राज्यों को दी जा रही है। ममता ने यह भी कहा कि केंद्र ने पश्चिम बंगाल में कुल उत्पादन में से अन्य राज्यों के लिए ऑक्सीजन आवंटन में पश्चिम बंगाल की जरूरत बढ़ने के बावजूद बढ़ोतरी की।
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के अवमानना के नोटिस और दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी के मामले में अधिकारियों को अदालत में मौजूद रहने के निर्देश देने के खिलाफ तत्काल सुनवाई की केंद्र की याचिका पर विचार करने पर सहमति दे दी
देश की राजधानी दिल्ली में हर बीतते दिन के साथ कोरोना संक्रमण के चलते हालात और भी ज्यादा बेकाबू होते जा रहे हैंI शनिवार को दिल्ली के बत्रा अस्पताल में गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी विभाग के प्रमुख सहित 12 कोरोना मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गईI
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश में कोरोना संबंध स्थिति की समीक्षा के लिए शीर्ष अधिकारियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। देश में ऑक्सीजन की उपलब्धता, दवाओं, स्वास्थ्य के बुनियादी ढांचे आदि से संबंधित स्थिति का अवलोकन किया।
कोरोनोवायरस मामलों में भारी स्पाइक के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर की मांग बढ़ गई है। अस्पताल और जनता समय पर ऑक्सीजन सिलेंडर पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस तरह की स्थिति के बीच, मुंबई के वर्ली में एक ऑक्सीजन आपूर्ति केंद्र कैसे काम कर रहा है। देखिये ग्राउंड रिपोर्ट |
सुप्रीम कोर्ट ने तमिलनाडु में वेदांता के स्टरलाइट प्लांट को फिर से खोलने की मांग करते हुए एक याचिका पर सुनवाई शुरू कर दी है ताकि Covid मरीजों के इलाज के लिए ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सके।
सुप्रीम कोर्ट देश में COVID-19 स्थिति से संबंधित एक मामले की सुनवाई कर रहा है। कल CJI SA Bobde ने इस पर जवाब मांगा था कि शीर्ष अदालत को इस मामले से समान रूप से नहीं निपटना चाहिए, जिसके मद्देनजर कई उच्च न्यायालयों ने अपने-अपने राज्यों में COVID-19 संबंधित मुद्दों को लेकर मुकदमा दायर किया।
दिल्ली हाईकोर्ट ने शनिवार को कहा कि अगर केंद्र, राज्य या स्थानीय प्रशासन में कोई अधिकारी ऑक्सीजन सप्लाई में अड़चन डाली तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं ।
दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल ने कहा है कि उनके पास अब कुछ मात्रा में ऑक्सीजन बचा है। अस्पताल को इस समय ऑक्सीजन की तत्काल आवश्यकता है। 23 अप्रैल को, सर गंगा राम अस्पताल में कम से कम 25 गंभीर रूप से बीमार कोरोना रोगियों की मृत्यु हो गई।
जयपुर के एक गोल्डन अस्पताल में 20 कोरोना रोगियों की मौत हो गई और सर गंगा राम अस्पताल में भी ऑक्सीजन की कमी हो रही है, अगर समय पर ऑक्सीजन नहीं मिली तो और भी लोग हताहत हो सकते हैं।
बत्रा अस्पताल ने बताया कि ऑक्सीजन खत्म होने वाला है और उनके पास केवल आईसीयू के मरीजों के लिए स्टॉक है। लगभग 350 कोरोना रोगी बत्रा में उपचाराधीन हैं और उन्हें यकीन नहीं है कि उन्हें ऑक्सीजन की आपूर्ति कब होगी।
दिल्ली-एनसीआर के अस्पतालों को गुरुवार को अपने ऑक्सीजन स्टॉक के लिए सभी को अपील जारी करनी पड़ी, ताकि उनके कोरोना मरीजों के जीवन में संतुलन बना रहे।
दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में 25 रोगियों की ऑक्सीजन की कमी की वजह से मौत की आशंका जताई जा रही है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ऑक्सीजन के कम दबाव की वजह से 25 "बहुत बीमार" रोगियों की मौत होने की आशंका है।
देशभर के अस्पतालों में ऑक्सीजन की भारी किल्लत के बीच राजधानी दिल्ली के कोविड-19 मरीजों की जान कभी भी खतरे में पड़ सकती है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली के अस्पतालों में कितनी ऑक्सीजन बची है, इसको लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को पत्र लिखा है। सिसोदिया के पत्र के मुताबिक, दिल्ली के 6 अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म हो चुकी है। सिसोदिया ने स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को चिट्ठी लिखते हुए दिल्ली के कुल 22 अस्पतालों की लिस्ट दी है। लिस्ट में 7 सरकारी और 15 प्राइवेट अस्पतालों के नाम शामिल हैं।
दिल्ली-NCR में ऑक्सीजन का संकट बहुत बड़ा हो गया है। बड़े-बड़े अस्पतालों में ऑक्सीजन की शॉर्टेज हो गई है। आज दिल्ली के पास नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल ने ऑक्सीजन को लेकर गुहार लगाई है। कैलाश हॉस्पिटल ने कहा कि अस्पताल में ऑक्सीजन की भारी कमी हो गई है। हॉस्पिटल के पास सिर्फ 4-5 घंटे की ऑक्सीजन ही बची है। ऐसे में कैलाश हॉस्पिटल में नए मरीजों की भर्ती बंद कर दी गई है।
कोरोना की दूसरी लहर से भारत में हाहाकार मचा हुआ है। इस वक्त देश के सभी कोविड अस्पताल भरे हुए हैं, कोरोना टेस्टिंग सेंटर्स पर लाइन लगी हुई है। कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी है। जिस वजह से मरीज और उनके परिजन परेशान है। देश में कोरोना की ऐसी पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया है और केंद्र सरकार को नोटिस भेजा है।
मुंबई और उपनगरों की कई मस्जिदों ने कॉरोनोवायरस के खिलाफ लड़ाई में सहायता के लिए COVID-19 रोगियों को मुफ्त ऑक्सीजन सिलेंडर देने की दिशा में कदम बढ़ाया है। यह सेवा घर पर COVID-19 रोगियों के लिए भी प्रदान की जाती है, जिनका ऑक्सीजन स्तर बहुत कम होता है।
अस्पताल के अधिकारियों के अनुसार अस्पताल में ऑक्सीजन की आपूर्ति जल्द ही खत्म होने वाली है | इस बाबत अस्पताल ने दिल्ली और केंद्र सरकार से मदद मांगी है |
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