राजधानी स्थित बत्रा अस्पताल में शनिवार को यहां के गैस्ट्रोएंट्रोलॉजी (जठरांत्र विज्ञान) विभाग के प्रमुख सहित 12 कोरोना संक्रमित मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गई। बत्रा अस्पताल के चेयरमैन डॉ. एसलीएल गुप्ता ने ये जानकारी दी है।
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण कंट्रोल से बाहर हो चुका है। रोजाना जिस तरह से कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं और संक्रमण की वजह से जितनी मौतें हो रही हैं वह बड़ी चिंता का कारण है
मुरादाबाद के एक प्राइवेट अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिलने से 15 कोरोना मरीजों की मौत होने का दावा किया जा रहा है । इसकी सूचना मिलते ही मरीजों के परिजन अस्पताल गेट पर पहुंच गए और उन्होंने अस्पताल प्रशासन पर ऑक्सीजन उपलब्ध न कराने का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि डीआरडीओ आने वाले तीन महीनों में देशभर में 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने जा रहा है। इसके लिए पैसा पीएम केयर्स फंड से दिया जाएगा।
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने केंद्र सरकार से मांग की थी कि वो सिंगापुर से ऑक्सीजन के चार खाली टैंकर मंगवाएं। राजस्थान सरकार द्वारा डिमांड किए गए ये टैंकर पश्चिम बंगाल के पानागढ़ हवाई अड्डे पर पहुंच चुके हैं।
लगातार 24 घंटे चलने के बाद ट्रेन भोपाल पहुंची। इस समय अवधि में ऑक्सजीन टैंकर्स के चालक राजू और राजेंद्र ने सिर्फ कुछ बिस्किट्स और पानी के सहारे रास्ता गुजारा।
कोरोना महामारी के इस दौर में देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत बड़ी समस्या बनी हुई है। ऐसे में हालात सुधारने के लिए देश भर में ऑक्सीजन एक्सप्रेस लगातार ऑक्सीजन लेकर पहुंच रही है। भारतीय रेलवे और वायुसेना लगातार इस समस्या से निपटने के लिए युद्धस्तर पर कार्यरत हैं।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से हालात बद से बदतर होता जा रहा है। रोजाना औसतन साढ़े तीन लाख से ज्यादा मामलों ने दहशत का माहौल खड़ा कर दिया है। वहीं, विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वायरस का भारतीय स्वरूप ब्रिटिश स्वरूप के समान ही तेजी से फैल सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली सरकार फ्रांस से ऑक्सीजन के 21 प्लांट आयात कर रहे हैं, जो रेडी टू यूज प्लांट होंगे। इनको अलग-अलग अस्पतालों में लगाया जाएगा, जिससे दिल्ली सरकार को उन अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी दूर करने में मदद मिलेगी।
सपा प्रमुख ने ट्वीट में कहा, ‘‘ये एक नैतिक अपराध है, अब तो भाजपा के समर्थक तक इस झूठ में अपनों को खोने के लिए बाध्य हैं।’’
दिल्ली पुलिस के PRO चिन्मय बिसवाल ने कहा कि क्राइम ब्रांच ने ऐसी गलत सूचनाओं का संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि महामारी के बीच ऐसी फर्जी सूचनाएं लोगों के बीच न सिर्फ घबराहट बल्कि lawlessness की स्थित भी पैदा करती हैं।
रेलवे के अधिकारी ने बताया कि ‘ऑक्सीजन एक्सप्रेस’ ट्रेन के हर टैंकर में करीब 16 टन चिकित्सीय ऑक्सीजन आ सकती है और यह ट्रेन करीब 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं। इस प्रकार की पहली ट्रेन को 19 अप्रैल को सेवा में लगाया गया था।
देशभर में कोरोना वायरस संकट के बीच अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी भी बड़ी समस्या बनी हुई है, देश के कई हिस्सों से ऑक्सीजन की कमी के चलते मौत की खबरें सामने आ रही हैं। इंडिया टीवी पर देखिए पूरे इंडिया की ऑक्सीजन रिपोर्ट।
झारखंड में कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है ऐसे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को पत्र लिखकर ऑक्सीजन टैंक और अन्य मेडिकल उपकरणों के डिलिवरी में देरी पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है।
पत्र के मुताबिक कंपनी अगले 15 दिनों में फैसले की समीक्षा करेगी। कार्गो उड़ानों के स्थगन से एजेंट और सामान भेजने वाले हतप्रभ है जो चीन से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदने का प्रयास कर रहे हैं। यह भी शिकायत आ रही है कि चीनी उत्पादकों ने ऑक्सीजन संबधी उपकरणों की कीमत में 35 से 40 प्रतिशत से वृद्धि कर दी है। माल ढुलाई के शुल्क में भी करीब 20 प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है।
बीपीसीएल दशकों से बंद पड़ी है और केंद्र ने इसकी विनिवेश की योजना बनाई थी। मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र से बीपीसीएल में सिलेंडरों का निर्माण कराने का अनुरोध किया जिस पर केंद्र सहमत हो गया है और जल्द ही इस संबंध में पत्र कंपनी के पास आ जाएगा।
अस्पताल में ज्यादा बीमार कोरोना मरीजों को कोविड इमरजेंसी वार्ड से आईसीयू और वार्ड से आईसीयू में शिफ्ट करते वक्त ऑक्सीजन सिलेंडरों की जरूरत पड़ती है। ऐसे समय के लिए अस्पताल के पास 104 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं, जो तीन दिन पहले रिफिल के लिए तीन विभिन्न जगहों पर भेजे गए हैं।
देश में तेजी से बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीएम केयर फंड से देश भर में 551 प्रेशर स्विंग अब्सॉर्प्शन (पीएसए) ऑक्सीजन संयंत्र लगाने का फैसला किया है।
अस्पताल के मालिक पंकज चावला ने कहा, ‘‘हमें समझ नहीं आ रहा था कि क्या करें।’’ उन्होंने कहा,‘‘यह समय था जब हमने मरीजों को छुट्टी देना शुरू कर दिया। हमनें परिवारों को बताया कि हमारे पास ऑक्सीजन नहीं है और वे अपने मरीजों को किसी अन्य अस्पताल में ले जाएं।’’
सांस लेने में तकलीफ से जूझ रहे अपने पति को लेकर तीन-चार अस्पतालों के चक्कर काटने के बाद रेणू सिंघल एक ऑटो रिक्शा से एक सरकारी अस्पताल पहुंची और उन्होंने अपने पति को मुंह से भी सांस देने की कोशिश की लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
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