ऐसी महामारी में जब हर कोई अपनी जान बचाने को घर से बाहर निकलने से भी डर रहा था। ऐसे में इस ग्रुप में शामिल लोग रात-रात भर जगकर किसी को हॉस्पिटल में भर्ती करवाने के लिए संघर्ष करते रहे तो किसी को ऑक्सीजन दिलाने के लिए भाग दौड़ करते रहे।
बी-टाइप सिलेंडरों की ढुलाई के लिये अधिकतम शुल्क 50 रुपये, डी टाइप के लिये 150 रुपये और जंबो-टाइप के लिये 250 रुपये प्रति यूनिट दाम तय किये गए हैं।
झारखंड के हजारीबाग स्थित ‘हजारीबाग मेडिकल कॉलेज अस्पताल’ से 186 ऑक्सीजन सिलेंडर एवं 60 रेगुलेटर गायब होने के मामले में पुलिस ने विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन कर जांच शुरू कर दी है
कोरोना संक्रमण के बीच ऑक्सीजन की चुनौतियों से जूझ रहे अपने पिता को बचाने के लिए शाहजहांपुर की एक बेटी ने व्यक्तिगत प्रयासों से न केवल पिता के लिए ऑक्सीजन का प्रबंध किया बल्कि अब वह आम लोगों के लिए भी बड़ी मददगार बन गई है और लोग उसे 'सिलेंडर वाली बिटिया' के नाम से जानने लगे हैं।
दिल्ली पुलिस के कुछ अधिकारी शुक्रवार को भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के कार्यालय में यह जानने के लिए पहुंचे कि आईवाईसी कोविड रोगियों के लिए आवश्यक दवाएं, ऑक्सीजन सिलेंडर और कई अन्य चीजें कैसे उपलब्ध करा रही है।
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