Jio यूजर्स के लिए एक छोटी सी गलती भारी पड़ सकती है। जियो यूजर्स की इस गलती की वजह से उनकी कॉल हिस्ट्री किसी के हाथ लग सकती है और पोल-पट्टी खुल सकती है।
TRAI ने देश के करोड़ों मोबाइल यूजर्स को बड़ी राहत दी है। अब उन्हें OTP मिलने में दिक्कत नहीं आएगी। हालांकि, दूरसंचार नियामक ने Airtel, Jio, BSNL और Vodafone Idea के लिए नई शर्त भी रखी है।
ONE TIME PASSWORD... OTP आप कितना सेफ़ रखते हैं! किसी को नहीं बताते! एक बार भी OTP किसी ग़लत आदमी को बता दिया तो खाता खाली हो सकता है.
देश के 120 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर्स को 1 नबंबर से OTP मिलने में दिक्कत आ सकती है। Airtel, Jio, BSNL, Vi ने चिंता जताई है कि दूरसंचार नियामक TRAI के नए मैसेज ट्रेसेबिलिटी वाले नियम की वजह से यूजर्स को दिक्कत आने वाली है।
TRAI के नए नियम आज से लागू हो गए हैं। दूरसंचार नियामक ने लाखों यूजर्स को राहत देते हुए बैंकों के लिए नियमों को आसान बना दिया है, ताकि वो मैसेज को आसानी से व्हाइटलिस्ट कर सके।
1 अक्टूबर से ऑनलाइन पेमेंट करने में लाखों यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। दूरसंचार नियामक TRAI के नए नियम की वजह से यूजर्स को OTP वाले मैसेज मिलने में दिक्कत आ सकती है।
OTP Fraud को लेकर सरकार ने चेतावनी जारी की है। इन दिनों साइबर अपराधी नए तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसा रहे हैं और उनका बैंक अकाउंट खाली कर रहे हैं। सरकार ने यूजर्स को सतर्क रहने का निर्देश जारी किया है।
आधार कार्ड के साथ होने वाले फ्रॉड से बचने के लिए आप इसकी जगह वर्चुअल आईडी नंबर भी दे सकते हैं।
आधार कार्ड से जुड़ी स्कैम से बचना आसान है। लेकिन इसके बारे में बहुत कम लोगों को जानकारी होती है। इस तरह के स्कैम से बचने के लिए आप आधार कार्ड को परमानेंट लॉक कर सकते हैं।
जरूरत पड़ने पर आप अपने आधार कार्ड को टेंपरेरी अनलॉक कर सकते हैं। टेंपरेरी अनलॉक करने के बाद यह 10 से 15 मिनट के भीतर अपने आप लोग हो जाएगी।
अक्सर देखा गया है कि हमारे ट्रांजेक्शन के बाद कभी कभी तो तुरंत ओटीपी या मैसेज आ जाता है। वहीं अक्सर काफी समय बाद भी ओटीपी नहीं आता।
ओटीपी आधारित सेवाओं के लिए लिंक मोबाइल नंबर को अपडेट रखना जरूरी होता है। अगर आपने अपना मोबाइल नंबर अपडेट नहीं किया है तो ओटीपी के जरिए वेरिफिकेशन में समस्या आ सकता है।
हाल में कुछ रिपोर्ट आई हैं जिसमें पता चला है कि फ्रॉड करने वाले ओटीपी सिक्योरिटी में भी सेंध लगा रहे हैं।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से होने का दावा करने वाले कुछ ऑनलाइन जालसाज आपके साथ कोरोना वैक्सीन के नाम पर धोखीधड़ी कर सकते हैं।
पीवीसी ऑर्डर के प्रमाणीकरण के लिए किसी भी मोबाइल नंबर पर ओटीपी को हासिल कर सकते हैं।
स्कैमर और हैकर्स के लिए हमारे व्हाट्सएप अकाउंट तक पहुंचने का सबसे आसान तरीका ओटीपी है। धोखेबाज घोटाला करने के लिए लोगों को ओटीपी भेज रहे हैं और लोग इसमें फंस भी रहे हैं।
आरोपी अवैध रूप से प्राप्त मोबाइल नंबर का प्रयोग भुवनेश्वर स्थित एक व्यापारी को देने के लिए करता था, जिससे बड़ी संख्या में वन टाइम पासवर्ड बेचकर फर्जी वाट्सअप अकाउंट बनाए जाते थे।
ओटीपी आधारित कैश निकालने का नया सिस्टम एसबीआई के सभी एटीएम में एक जनवरी 2020 से लागू होगा।
साइबर ठगी यानी ऑनलाइन ठगी राजस्थान की पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। कभी ओटीपी लेकर लोगों के खातों से पैसे उड़ाने वाले और कभी पेमेंट एप से चूना लगाने वाले इन ठगों ने अब सेना पर भरोसे की आड़ लेना शुरू कर दिया है।
COAI विशिष्ट पहचान प्राधिकार (UIDAI) से मोबाइल ग्राहकों के सिम के आधार आधारित पुनर्सत्यापन की प्रणाली कार्यान्वित करने के लिए और समय मांगा है
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