सूत्रों के मुताबिक, सोनिया गांधी विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक की अध्यक्षता करेंगी। करीब 17 राजनीतिक दलों ने इस बैठक में शामिल होने पर सहमति जताई है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कई विपक्षी नेताओं को निजी तौर पर फोन किया और प्रवासी श्रमिकों के मुद्दे के निदान के लिए साझा रणनीति बनाने में उनका सहयोग मांगा।
राजधानी दिल्ली में कांग्रेस पार्टी द्वारा आयोजित की गई विपक्षी दलों की बैठक खत्म हो गई है। इस बैठक में कई बड़े राजनीतिक दलों ने शिरकत नहीं की।
नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) के विरोध में विपक्ष की एकजुटता में फूट पड़ गई है।
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मोदी का पुतला निकालकर जितने जूते मारना है मारो, पुतला फूंकना है फूंको मगर देश की संपत्ति मत जलाओ, गरीब का रिक्शा मत फूंको।
संशोधित नागरिकता कानून पर राजनीतिक लड़ाई मंगलवार को और तेज हो गई जब विपक्षी दलों ने ‘‘विभेदकारी’’ कानून के खिलाफ राष्ट्रपति से गुहार लगाई जबकि इससे अविचलित गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि ‘‘चाहे जो हो’’ तीन पड़ोसी देशों के गैर मुस्लिमों को भारतीय नागरिकता मिलेगी।
नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर विपक्ष बंटा हुआ दिखाई दे रहा है। बहुजन समाज पार्टी व शिवसेना मंगलवार को राष्ट्रपति से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में शामिल नहीं रहे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में कुछ विपक्षी दलों के नेताओं ने यहां जामिया मिल्लिया इस्लामिया में पुलिस कार्रवाई को लेकर मंगलवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।
पूर्व केंद्रीय मंत्री व शिवसेना सांसद अरविंद सावंत को लोकसभा में सामने की तीसरी पंक्ति की सीट आवंटित की गई है। सोमवार से शुरू होने जा रहे सत्र में पार्टी के अन्य 17 सांसदों को नई सीटें आवंटित की गई हैं।
कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने सोमवार को आर्थिक मंदी, बेरोजगारी, कृषि संकट और क्षेत्रीय समग्र आर्थिक समझौते (आरसीईपी) जैसे मुद्दों को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर सड़क से संसद से संघर्ष करने का फैसला किया।
कांग्रेस सहित विभिन्न विपक्षी दलों ने बृहस्पतिवार को सरकार पर आरोप लगाया कि आम बजट में रेलवे में सार्वजनिक-निजी साझेदारी (पीपीपी), निगमीकरण और विनिवेश पर जोर देने की आड़ में इसे निजीकरण के रास्ते पर ले जाया जा रहा है।
बिहार में लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल की हुई हार को देखते हुए तेजस्वी यादव ने इस्तीफे की पेशकश की है। लोकसभा चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल का एक भी सांसद नहीं जीत पाया है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां पीएम मोदी के 'वन नेशन, वन इलेक्शन' फॉर्मूले का विरोध करेंगी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक आज कांग्रेस पार्टी की अगुवाई में विपक्षी दलों के नेताओं की हुई बैठक में यह फैसला लिया गया।
प्रधानमंत्री ने लोकतंत्र में विपक्ष की महत्ता को रेखांकित किया और कहा कि विपक्ष को नंबरों की चिंत न करके अपना योगदान देना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि कुछ लोग अभी भी लोकसभा चुनाव के नतीजों से उबर नहीं पाए हैं।
लोकसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के सदमे से विपक्षी पार्टियां अभी तक उबर नहीं पाई हैं। इसके चलते विपक्षी गठबंधन में जहां टूट के संकेत मिल रहे हैं वहीं अधिकतर पार्टियों में आपसी मतभेद और इस्तीफों का दौर देखने को मिल रहा है।
कांग्रेस ने शनिवार को कहा कि जरूरी 54 लोकसभा सीटों से दो सीटें कम होने के कारण वह लोकसभा में विपक्ष के नेता पद के लिए दावा नहीं करेगी।
लोकसभा में कांग्रेस का नेता चुनने के लिए आगामी एक जून को पार्टी संसदीय दल की बैठक बुलाई गई है। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में नेता चुनने के साथ ही किसी सांसद को मुख्य सचेतक की जिम्मेदारी भी सौंपी जा सकती है। लोकसभा चुनावों में हार का सामना करने के बाद कांग्रेस ने अपनी हार के संभावित कारणों पर चर्चा करने के लिए 31 मई को संसद में विपक्षी दलों की एक बैठक बुलाई है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात कर 21 मई को विपक्षी दलों की बैठक बुलाने की योजना पर चर्चा की।
विपक्ष की स्पष्ट नीति और एक नेता नहीं होने पर निशाना साधते हुए भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पहले तो विपक्षी गठबंधन की सरकार बनेगी नहीं और यदि बनती है तो देश को रोज एक नया प्रधानमंत्री मिलेगा।
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