पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के ग्रामीण इलाकों को खुले में शौच मुक्त घोषित किया और कहा कि उनकी सरकार अब ठोस कचरा प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करेगी।
प्रधानमंत्री ने बताया कि पिछले 4 साल के दौरान देश में सिर्फ गांव और शहर ही खुले में शौच से मुक्त नहीं हुए बल्कि देश में बने कुल शौचालयों में से 90 प्रतिशत का इस्तेमाल नियमित तौर पर हो रहा है
सरकार के स्वच्छता कार्यक्रम से स्वास्थ्य एवं आर्थिक प्रभाव पड़ा है और खुले में शौच से मुक्त गांव में प्रति परिवार सालाना 50,000 रुपए की बचत का अनुमान है।
देश की जूनियर हॉकी टीम की गोलकीपर खुशबू खान राजधानी के जहांगीराबाद इलाके में झुग्गी में अपने परिवार के साथ रहती हैं...
मध्यप्रदेश के आदिवासी बाहुल्य वाले बैतूल जिले के आमला विकास खंड के गांव रंभाखेड़ी की ग्राम पंचायत ने एक परिवार पर खुले में शौच जाने पर 75,000 रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके अलावा पंचायत ने खुले में शौच जाने वाले 43 लोगों को नोटिस जारी कर चेतावनी दी
Lack of toilets forces people in this village to pay tax for open defecation | 2017-06-22 11:34:54
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