प्याज का भाव थोक मार्केट में जहां 2 साल के ऊपरी स्तर तक पहुंच गई हैं वहीं रिटेल मार्केट में इसका कीमतें 50 रुपए किलो तक पहुंच गई हैं।
सोमवार को केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने स्टॉक लिमिट की समयसीमा में की गई बढ़ोतरी के बारे मे जानकारी दी है
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों को देखें तो इस साल प्याज और टमाटर की फसल कम नहीं बल्कि पिछले साल से ज्यादा है।
प्रोफेसर स्वामीनाथन ने कहा कि शहरी इलाकों में टमाटर, प्याज और दूसरी सब्जियों की कीमत बढ़ने की समस्या हर साल आती है, ऐसे में समस्या का स्थाई समाधान जरूरी है
मध्यप्रदेश में हुए प्याज घोटाले में शामिल नागरिक आपूर्ति निगम के महाप्रबंधक श्रीकांत सोनी को निलंबित किए जाने के बाद गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया गया।
मध्य प्रदेश सरकार किसानों से आठ रुपये किलो प्याज खरीदकर वाहवाही लूटने की कोशिश कर रही है, मगर एक निजी समाचार चैनल ने स्टिंग ऑपरेशन के जरिए प्याज खरीदी में हो रहे गड़बड़ झाले की हकीकत को उजागर कर दिया है।
प्याज का भाव सस्ता होने की वजह से 2016-17 के दौरान प्याज के निर्यात में 3 गुना से भी ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन किसानों को फायदा नहीं हुआ
मध्य प्रदेश सरकार और किसान दोनों के लिए प्याज ऐसी मुसीबत बन गई है जिससे पीछा छुड़ाना मुश्किल हो गया है। सरकारी बदइंतजामी से किसान परेशान हैं। ना तो समय पर प्याज बिक पा रहा है, ना ही वो कायदे से इस प्याज को मंडी तक पहुंचा पा रहे है।
मध्यप्रदेश में प्याज को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत संचालित राशन की दुकानों पर 2 रुपए प्रति किलो की दर से बेचा जाएगा।
केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि ओडिशा में प्याज की कीमतें भारी गिरावट के साथ 3-4 रुपए प्रति किलो रह गई हैं
नासिक में इस बार लाल प्याज की बंपर फसल को देखते हुए रेलवे किसानों की मदद के लिए आगे आया है। रेलवे ने ढुलाई के लिए सोमवार से एक और मालगाड़ी उपलब्ध कराई है।
इस साल प्याज की अधिक कीमतों की वजह से आपकी आंखों से आसूं ज्यादा निकलेंगे। सरकार ने चालू वर्ष में प्याज उत्पादन 5.8 प्रतिशत घटने का अनुमान व्यक्त किया है।
सरकार ने कहा कि देश का प्याज उत्पादन जून 2016 को समाप्त फसल वर्ष में 2.1 करोड़ टन की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर जा पहुंचने का अनुमान है।
प्याज के दाम में भारी गिरावट आने से प्याज किसानों की बढ़ती परेशानी को देखते हुए नितिन गडकरी ने व्यापारियों से निर्यात बढ़ाने को कहा है।
किसानों से खरीदे गए करीब 9.5 लाख टन प्याज को आज से बेचना शुरु करते हुए मध्यप्रदेश सरकार ने उम्मीद जताई कि इसमें से 90 फीसदी खेप अगले दो हफ्ते में बिक जाएगी।
मध्यप्रदेश में इस बार प्याज की बम्पर पैदावार के चलते राज्य सरकार ने नये शीत भंडार गृह खोलने को बढ़ावा देने की कवायद तेज कर दी है।
प्याज की बर्बादी को कम करने के लिए सरकार ने तीन विभिन्न राज्यों में इस सब्जी के भंडारण क्षमता में 56,800 टन की वृद्धि करने का फैसला किया है।
सरकार बफर स्टॉक बनाने के लिए अपने लक्ष्य से अधिक किसानों से 20,000 टन प्याज खरीदा है। सरकार प्याज का इस्तेमाल कीमत बढ़ने पर करेगी।
किसान ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि जिला कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) में लगभग एक टन प्याज बेचकर वह केवल एक रुपया ही कमा सका है।
सरकार ने बफर स्टाक बनाने के लिए किसानों से अभी तक सीधे 2,300 टन प्याज की खरीद की है। इसका मकसद प्याज कीमतों में तेजी आने पर अंकुश लगाना है।
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