प्याज की कीमतों में लगातार हो रही वृद्धि पर लगाम लगाने में असहाय केंद्र सरकार का कहना है कि उत्पादन में कमी के कारण प्याज की कीमतें अनियंत्रित हो गई हैं...
देश की राजधानी दिल्ली में मंगलवार को प्याज का रिटेल भाव 63 रुपए, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 45 रुपए और गुजरात के अहमदाबाद में 32 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया
मंगलवार को हरियाणा के पंचकुला में टमाटर का भाव 70 रुपए, हिमाचल के शिमला में 76 रुपए और पश्चिम बंगाल के मालदा में 70 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया
वित्तवर्ष 2017-18 में अप्रैल से जुलाई के दौरान देश से 12.29 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है जबकि 2016-17 में इस दौरान 7.88 लाख टन का निर्यात हुआ था
सोमवार को केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने स्टॉक लिमिट की समयसीमा में की गई बढ़ोतरी के बारे मे जानकारी दी है
देश की राजधानी दिल्ली में तो रविवार को प्याज का दाम 43 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया जो रविवार को देशभर में किसी भी रिटेल मंडी में सबसे अधिक रिटेल भाव रहा
मंगलवार को राजधानी दिल्ली में प्याज का रिटेल भाव 38 रुपए और उत्तर प्रदेश के आगरा में भाव 40 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया
सरकारी बयान के अनुसार एक ओर जहां 2,400 टन आयातित प्याज देश में आ चुका है वहीं बाकी 9,000 टन के जल्द ही बंदरगाहों पर पहुंचने की उम्मीद है
प्याज की कीमतों में तेजी से चिंतित सरकार ने कहा है कि इसकी घरेलू आपूर्ति बढ़ाने के लिए निजी व्यापारियों द्वारा मिस्र से 2,400 टन प्याज का आयात किया गया है।
केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि सभी राज्यों को प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाने का निर्देश दे दिया गया है।
इस साल मई के दौरान देश से कुल 3,78,809.13 टन प्याज निर्यात हो चुका है जबकि पिछले साल मई के दौरान देश से सिर्फ 1,66,035.85 टन का एक्सपोर्ट दर्ज किया गया था।
लासलगांव में गुरुवार को प्याज का भाव 1250 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो 18 महीने में यानि जनवरी 2016 के बाद सबसे अधिक भाव है।
मंगलवार को लासलगांव में प्याज का औसत भाव 9.11 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया जो नवंबर 2016 के बाद सबसे अधिक भाव है।
प्याज का भाव सस्ता होने की वजह से 2016-17 के दौरान प्याज के निर्यात में 3 गुना से भी ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन किसानों को फायदा नहीं हुआ
केन्द्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने कहा कि ओडिशा में प्याज की कीमतें भारी गिरावट के साथ 3-4 रुपए प्रति किलो रह गई हैं
किसान ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि जिला कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी) में लगभग एक टन प्याज बेचकर वह केवल एक रुपया ही कमा सका है।
सरकार ने बफर स्टाक बनाने के लिए किसानों से अभी तक सीधे 2,300 टन प्याज की खरीद की है। इसका मकसद प्याज कीमतों में तेजी आने पर अंकुश लगाना है।
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