सरकार ने आज एमईआईएस के तहत निर्यात प्रोत्साहन को मौजूदा 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने की घोषणा की है।
अप्रैल 2017 से जनवरी 2018 के दौरान देश से प्याज निर्यात में 25 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आई है, इस दौरान देश से सिर्फ 20.34 लाख टन प्याज का निर्यात हो पाया
सरकार ने प्याज किसानों को अच्छा भाव दिलाने के लिए न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त को तो हटाया है लेकिन इसके बावजूद प्याज का भाव लगातार कम हो रहा है।
नवंबर के दौरान देश से सिर्फ 92944 टन प्याज का निर्यात हो पाया है, नवंबर 2015 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है कि मासिक निर्यात 1 लाख टन से नीचे फिसला हो।
Onion Price : इस साल प्याज उत्पादन भी 10 लाख टन कम अनुमानित है, पिछले साल 224 लाख टन प्याज पैदा हुआ था और इस साल 214 लाख टन पैदा होने का अनुमान है
20 फरवरी 2018 तक प्याज के निर्यात के लिए 700 डॉलर प्रति टन न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त लागू होगी, अबतक यह शर्त 850 डॉलर प्रति टन की थी
नए साल के पहले दिन आज देश की राजधानी दिल्ली में प्याज का रिटेल भाव 53 रुपए, हरियाणा के हिसार में 50 रुपए और गुरुग्राम में 53 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया
2017-18 की पहली छमाही यानि अप्रैल से सितंबर 2017 के दौरान देश से 15.03 लाख टन प्याज का निर्यात हुआ है जबकि 2016-17 में इस दौरान 13.56 लाख टन का निर्यात हुआ था
अधिसूचना के मुताबिक प्याज का MEP 850 डॉलर प्रति टन होगा, डॉलर के मौजूदा भाव 64.75 रुपए में इसको बदला जाए तो प्रति किलो 55.03 रुपए का भाव बैठता है।
लेकिन चालू वित्तवर्ष 2017-18 में अप्रैल से अगस्त तक हुए कुल निर्यात को देखें तो इस साल 30 फीसदी अधिक प्याज एक्सपोर्ट हुआ है
प्याज का भाव थोक मार्केट में जहां 2 साल के ऊपरी स्तर तक पहुंच गई हैं वहीं रिटेल मार्केट में इसका कीमतें 50 रुपए किलो तक पहुंच गई हैं।
सोमवार को केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने स्टॉक लिमिट की समयसीमा में की गई बढ़ोतरी के बारे मे जानकारी दी है
देश की राजधानी दिल्ली में तो रविवार को प्याज का दाम 43 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया जो रविवार को देशभर में किसी भी रिटेल मंडी में सबसे अधिक रिटेल भाव रहा
मंगलवार को राजधानी दिल्ली में प्याज का रिटेल भाव 38 रुपए और उत्तर प्रदेश के आगरा में भाव 40 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया
केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि सभी राज्यों को प्याज पर स्टॉक लिमिट लगाने का निर्देश दे दिया गया है।
इस साल मई के दौरान देश से कुल 3,78,809.13 टन प्याज निर्यात हो चुका है जबकि पिछले साल मई के दौरान देश से सिर्फ 1,66,035.85 टन का एक्सपोर्ट दर्ज किया गया था।
लासलगांव में गुरुवार को प्याज का भाव 1250 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो 18 महीने में यानि जनवरी 2016 के बाद सबसे अधिक भाव है।
मंगलवार को लासलगांव में प्याज का औसत भाव 9.11 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया जो नवंबर 2016 के बाद सबसे अधिक भाव है।
प्याज का भाव सस्ता होने की वजह से 2016-17 के दौरान प्याज के निर्यात में 3 गुना से भी ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन किसानों को फायदा नहीं हुआ
प्याज की थोक कीमतों पर अंकुश लगाने तथा किसानों के हितों की रक्षा के लिए केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर दी जा रही रियायतें तीन महीने के लिए बढ़ा दी
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