DGH ने ONGC द्वारा देश के सबसे गहरे क्षेत्र में खोजी गई गैस के वाणिज्यिक रूप से व्यवहारिक होने की समीक्षा से इनकार किया है।
सरकार ने प्राकृतिक गैस का दाम 16.5 प्रतिशत बढ़ाकर 2.89 डॉलर प्रति दस लाख ब्रिटिश थर्मल यूनिट (एमएमबीटीयू) कर दिया है। तीन साल में यह पहली वृद्धि है।
ONGC ने कहा है कि वह HPCL के 33,000 करोड़ रुपए के अधिग्रहण सौदे के फाइनेंस के लिए इंडियन ऑयल कारपोरेशन (IOC) और GAIL में अपनी हिस्सेदारी बेच सकती है।
सार्वजनिक क्षेत्र की ONGC सरकार की HPCL में 51.11 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करेगी। यह अधिग्रहण बाजार मूल्य पर नवंबर या दिसंबर में होगा।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से चार कंपनियों का कुल मार्केट कैप बीते सप्ताह 30,339.17 करोड़ रुपए घट गया। सबसे अधिक नुकसान में आईटीसी रही।
अधिग्रहण के तहत ONGC को HPCL के अल्पांश शेयरधारकों को खुली पेशकश नहीं करना होगा हिस्सेदारी सार्वजनकि क्षेत्र की दूसरी कंपनी को हस्तांतरित की जा रही है
देश की टॉप 10 कंपनियों में से 4 के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में पिछले सप्ताह 61,930.86 रुपए की गिरावट आई। इसमें सर्वाधिक मार ITC पर पड़ी
निफ्टी पर आज सबसे ज्यादा तेजी ONGC के शेयरों में ही देखने को मिल रही है। HPCL में ONGC की तरफ से 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी से यह मजबूती है
सरकारी पेट्रोलियम कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) की 51.11 फीसदी हिस्सेदारी की बिक्री ONGC को करने के प्रस्ताव पर कैबिनेट ने मुहर लगा दी है।
सरकार ने रिलायंस इंडस्ट्रीज, रॉयल डच शेल तथा ओएनजीसी से संयुक्त रूप से 3 अरब डॉलर की मांग की है।
बीते सप्ताह BSE के सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों में से नौ का मार्केट कैप 72,648.98 करोड़ रुपए बढ़ा। सबसे अधिक लाभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) रही।
जीएसटी परिषद संभवत: नेचुरल गैस को वस्तु एवं सेवा कर (GST) के तहत लाने का फैसला ले सकती है। इस उपाय से तेल एवं गैस क्षेत्र को कुछ राहत मिलेगी।
मुश्किल वक्त में ईरान के साथ मजबूती से खड़े रहने के बदले भारत को ईरान से उसके फरजाद-बी गैस क्षेत्र के मिलने की उम्मीद है।
ऑयल एंड नेचूरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) ऑयल रिटेलर कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPCL) को 42,254 करोड़ रुपए में खरीदने की इच्छुक है।
इंडियन ऑयल कारपोरेशन (IOC) ONGC को पीछे छोड़ते हुए देश की सार्वजनिक क्षेत्र की सबसे लाभदायक कंपनी बन गयी है।
सेंसेक्स की शीर्ष 10 में से आठ कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह 93,225.53 करोड़ रुपए की जोरदार बढ़ोतरी हुई।
कच्चे तेल, पेट्रोल, डीजल जैसे पेट्रोलियम उत्पादों को GST व्यवस्था से बाहर रखे जाने का पेट्रोलियम कंपनियों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) का कहना है कि नेचुरल गैस का उत्पादन करना अब फायदे का व्यवसाय नहीं रह गया है।
ईरान ने ओएनजीसी विदेश लिमिटेड (ओवीएल) को फर्जाद-बी प्राकृतिक गैस-ब्लॉक आवंटित करने के लिए नई शर्त लगाई है। ईरान बाजार की तीन गुणा दर लगाना चाहता है।
सेंसेक्स की शीर्ष दस कंपनियों का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) बीते सप्ताह कुल मिलाकर 35,984 करोड़ रुपए बढ़ा।
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