एक अध्ययन में यह कहा गया है कि कोरोना वायरस का Omicron वेरिएंट, डेल्टा और कोविड-19 के मूल वेरिएंट की तुलना में 70 गुना तेजी से संक्रमित करता है लेकिन इससे होने वाले रोग की गंभीरता काफी कम है।
प्रशासन ने एहतियाती तौर पर संपर्कों का पता लगने का फैसला किया है। महिला 10 दिसंबर को संक्रमित पाई गई थीं जिसके बाद उनके नमूने को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया। जीनोम सीक्वेंसिंग की रिपोर्ट बृहस्पतिवार को आई है और उसमें Omicron वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।
प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन हजारों स्वयंसेवकों को खरीदारी क्षेत्रों, स्टेडियमों और रेसकोर्स में नए टीकाकरण केंद्रों पर सेवा देने का आह्वान कर रहे हैं।
केंद्र ने कोरोनारोधी टीके को लेकर कुछ जानकारी साझा की है। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि देश के विभिन्न राज्यों तथा केन्द्र शासित प्रदेशों के पास अभी कोविड-19 रोधी टीकों की 16. 42 करोड़ से अधिक खुराकें मौजूद हैं।
तमिलनाडु में पहले केस की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्री ए सुब्रमण्यम ने बताया कि 47 साल का यह संक्रमित नाइजीरिया से लौटा है, वहीं महाराष्ट्र में 2 केस ओस्मानाबाद जबकि मुंबई और बुलढाना में नए वेरिएंट के एक-एक मामले सामने आए हैं।
बुलेटिन में कहा गया कि 4 मरीजों में एक महिला है और 3 पुरुष हैं तथा उनकी उम्र 16 से 67 साल के बीच है।
बच्चे में अभी तक कोरोना का कोई लक्ष्ण नहीं दिखाई दिया है, हालांकि रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने इस बच्चे के संपर्क में आये लोगों को कोरेंटिन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वहीं, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि ये 77 देशों में अब तक फैल चुका है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस ए घेब्रेयसस ने कहा है कि Omicron की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या और मृत्यु दर में तेजी आएगी।
WHO के मुताबिक 77 देशों में अब तक ओमिक्रॉन फैल चुका है। ओमिक्रॉन की वजह से अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या और मृत्यु दर में तेजी आएगी।
यह मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने या गंभीर मरीजों में मौत के जोखिम को कम करने में 89 प्रतिशत कारगर है।
WHO ने सभी देशों से ओमिक्रॉन को रेकने के लिए उचित कदम उठाने की अपील की है स्वास्थ्य संगठन ने इस बात की भी चिंता जताई है कि अकेले टीकाकरण से कोई भी देश इस संकट से बाहर नहीं निकल सकता है।
Omicron के 8 नए मरीजों में 3 महिला और 5 पुरुष हैं जिनकी उम्र 24-41 वर्ष के बीच है। 3 मरीजों में संक्रमण के कोई लक्ष्ण नहीं हैं जबकि अन्य 5 हल्के लक्ष्ण हैं।
सोमवार को अधिकारियों ने देश में Omicron के पहले मामले की घोषणा की थी। जो व्यक्ति इससे संक्रमित हुआ था वह इसी माह के प्रांरभ में यूरोप से आया था। पृथकवास में रहने के दौरान बृहस्पतिवार को उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी।
स्वास्थ्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी पार्क हयांग ने बताया कि घनी आबादी वाले सियोल और नजदीकी महानगरीय इलाकों में चिकित्सा संसाधनों की तेजी से कमी हो रही है।
देश में ओमिक्रॉन के नए मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। दिल्ली में अब तक 6 मामले सामने आ चुके हैं। 4-4 नए मामलों की पुष्टि राजस्थान और राजधानी दिल्ली में हुई है।
अब तक महाराष्ट्र (20), राजस्थान (9), कर्नाटक (3), गुजरात (4), केरल (1) और आंध्र प्रदेश (1) और केंद्र शासित प्रदेशों दिल्ली (2) और चंडीगढ़ (1) में ओमिक्रॉन वेरिएंट का मामला सामने आया है।
लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन और दक्षिण अफ्रीका के स्टेलनबोश यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने इस स्टडी में कहा है कि अगर जल्द ही ब्रिटेन ने सुरक्षा के अतिरिक्त उपायों को नहीं अपनाया तो अगले पांच महीनों में ब्रिटेन में ओमिक्रॉन वेरिएंट से 25,000 से 75,000 मौतें हो सकती हैं।
राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा के कार्यालय को धमकी भरा पत्र मिला जिसमें प्रोफेसर तुलियो डी ओलिविएरा समेत कई अग्रणी कोविड-19 अनुसंधानकर्ताओं का जिक्र था। इस मामले की जांच की जा रही है।
WHO ने कहा कि हमें यह समझ में नही आ रहा है कि आखिर यह इतनी तेजी से फैल कैसे रहा है। WHO ने बताया कि 9 दिसंबर तक 63 देशों में कोरोना के नए संक्रमण ओमिक्रॉन के मामले सामने आए हैं। मिले आंकड़ों के अनुसार अंदाजा लगा जा रहा है कि यह कुछ ही समय में यह डेल्टा वेरिएंट को पीछे छोड़ देगा।
एक तरफ देश के लिए राहत की बात है कि कोरोना वायरस के नए मामलों में लगातार गिरावट जारी है। वहीं, दूसरी ओर बढ़ते ओमिक्रॉन के मामले ने स्वास्थ्य विभाग के लिए चिंता बढ़ा दी है।
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