हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह को ढेर करने के बाद भी इजरायल एक्शन में है। इजरायल ने यमन में हूती विद्रोहियों पर जबरदस्त हमला बोला है। इधर भारत में महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की पार्टी के लोग नसरल्लाह की मौत पर मातम मना रहे हैं। क्या कश्मीर के अंतिम फेज का चुनाव नसरल्लाह की मौत के बाद बदल गया है?
दूसरे चरण के चुनाव में 26 विधानसभा क्षेत्रों के 239 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई के प्रमुख रविंदर रैना राजौरी जिले की नौशेरा सीट से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। इसके अलावा, दूसरे चरण में पांच पूर्व मंत्री और 10 पूर्व विधायक भी मैदान में हैं।
जम्मू-कश्मीर में दूसरे चरण की वोटिंग को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बुधवार को 26 सीटों पर वोटिंग होनी हैं। गदरबल, गरीबबल, बड़गाम और बीरवाह विधानसभा सीटें शामिल हैं।
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। दूसरे चरण के लिए वोटिंग 26 सितंबर होगी जिसमें गांदेरबाल सबसे हॉट सीट है। पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला इसी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
जम्मू-कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। राज्य में मुख्य मुकाबला कांग्रेस-NC, पीडीपी और भाजपा के बीच माना जा रहा है। हालांकि, विधानसभा चुनाव में एक और पार्टी सामने आई है जिसमें महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला की टेंशन बढ़ा दी है।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला गांदरबल और बडगाम विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इंडिया टीवी ने दोनों ही सीटों पर युवाओं से लेकर विपक्षी नेताओं के बयान लिए हैं। दोनों सीटों की ग्राउंड रिपोर्ट का पता लगाया है।
16 साल के बाद उमर अब्दुल्ला फिर गांदरबल विधानसभा सीट से किस्मत आजमाने के लिए उतरे हैं। नॉमीनेशन फाइल करने के बाद उमर अब्दुल्ला ने अपनी टोपी उतारकर लोगों से चुनाव जिताने की अपील की है।
उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। आपको बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने लोकसभा चुनाव भी लड़ा था लेकिन इसमें उन्हें हार मिली थी।
जम्मू-कश्मीर की गांदरबल विधानसभा सीट इस बार काफी खास है। चर्चा है कि उमर अब्दुल्ला इस बार इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। 2008 में उमर अब्दुल्ला ने गांदरबल से चुनाव लड़ा था। जीतकर जम्मू-कश्मीर के सीएम भी बने थे।
कांग्रेस वही इंडिया गठबंधन वाली रणनीति यहां भी चाहती है। नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने भी इंडिया गठबंधन में शामिल होने की बात कही और कहा कि जल्द ही सीटों का बंटवारा किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर भाजपा के प्रभारी तरुण चुघ ने कहा है कि उमर और फारूक अब्दुल्ला भारत में पाकिस्तान के राजदूत हैं। आइए जानते हैं कि तरुण चुघ ने ऐसा बयान क्यों दिया है।
Champions Trophy 2025 की मेजबानी पाकिस्तान को मिली है। हालांकि, सूत्रों से जानकारी मिली है कि भारतीय क्रिकेट टीम की पाकिस्तान जाने की संभावना नहीं है। अब इस मामले पर उमर अब्दुल्ला का भी बयान आया है।
नामांकन के बाद उमर अब्दुल्ला ने भारी बहुमत से जीत का दावा किया। बारामूला में 20 मई को मतदान होना है। उन्होंने नामांकन से पहले समर्थकों की भीड़ जुटाकर शक्ति प्रदर्शन भी किया।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण की वोटिंग से पहले खबर आई है कि गुलाम नबी आजाद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनकी पार्टी ने उन्हें जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। हालांकि, अब उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया है।
उमर अब्दुल्ला ने एक बड़ा बयान देते हुए जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जम्म-कश्मीर को जब तक राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा तब तक वह विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
जम्मू कश्मीर में महाराष्ट्र भवन के निर्माण के लिए राज्य सरकार ने 2.5 एकड़ जमीन खरीदा है। जल्द ही महाराष्ट्र भवन निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। जिसे लेकर उमर अब्दुल्ला ने महाराष्ट्र भवन निर्माण का विरोध किया है। ऐसे में युवा सेना के लोगों ने इस मु्द्दे को लेकर उमर अबदुल्ला का विरोध किया है।
दमहाल हांजीपोरा में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए नेशनल कान्फ्रेंस के नेता अब्दुल्ला ने कहा कि नौकरशाहों ने विधानसभा चुनाव कराने में विघ्न डाला।
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद से विधानसभा चुनाव अभी तक हुआ ही नहीं। राज्य की पार्टियां जल्द चुनाव कराने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट भी गई थीं। जिस पर कोर्ट ने राज्य में सितंबर से पहले चुनाव कराने का आदेश दिया था।
नेशनल कांफ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पीएम मोदी पर व्यक्तिगत हमले विपक्ष पर उलटे पड़ रहे हैं और उनके परिवार को लेकर टीका-टिप्पणियां भी नुकसानदेह साबित हो रही हैं।
अनुच्छेद 370 पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला मे कहा कि हमने सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया था क्योंकि हमें न्याय की उम्मीद थी।
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