इसी साल जून माह में सुभासपा के अध्यक्ष राजभर और शिवपाल की मुलाकात वाराणसी के सर्किट हाउस में बंद कमरे में करीब 15 मिनट तक हुई थी। उसके बाद से ही अफवाहों का बाजार गर्म था।
दस मिनट की मुलाकात के बाद जब दोनों नेता बाहर निकले तो मीडिया के हुजूम ने सवालों की बौछार कर दी। जवाब रटा-रटाया आया। दोनों नेताओं ने इसे शिष्टाचार भेंट करार दिया लेकिन इस मुलाकात ने यूपी में सियासी हलचल तेज़ कर दी है।
उपचुनावों में हार के लिए मुख्यमंत्री को दोषी ठहराने वाले उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने शुक्रवार को सपा के वरिष्ठ नेता शिवपाल यादव से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रदेश विधानसभा चुनाव केशव प्रसाद मौर्य को आगे करके लड़ा था और पिछड़े वर्ग के लोगों ने मौर्य के मुख्यमंत्री बनने की आस में ही भाजपा का समर्थन किया था...
मुख्यमंत्री योगी से मतभेद की बात से इनकार करते हुए राजभर ने कहा कि योगी उनके ‘कैप्टन’ हैं और वह उनकी हर बात ध्यान से सुनते हैं...
राजभर पहले भी मुख्यमंत्री योगी पर निशाना साधते रहे हैं। उन्होंने पिछले दिनों एक बयान में योगी को मुख्यमंत्री बनाने के निर्णय पर सवाल खड़ा करते हुए कहा था कि...
मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर टिप्पणी करने वाले उत्तर प्रदेश सरकार के एक कैबिनेट मंत्री को दूसरे मंत्री ने आज 'जिन्ना का रिश्तेदार' कह दिया।
उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने आज राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोलते हुए उस पर पिछड़े वर्ग के छात्र-छात्राओं के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव अभियान से एक दिन का समय निकालकर लखनऊ पहुंचे शाह ने योगी सरकार में अपने सहयोगियों सुभासपा और अपना दल के नेताओं के साथ अलग-अलग बैठक की...
कैबिनेट मंत्री ने योगी आदित्यनाथ पर गठबंधन धर्म नहीं निभाने का आरोप लगाते हुए यह भी कहा कि उनकी पार्टी भाजपा के साथ बने रहने पर पुन:विचार कर सकती है...
मंत्री ने कहा, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 10 अप्रैल को लखनऊ आ रहे हैं। मैं उनसे विभिन्न मुद्दों पर विस्तार से चर्चा करूंगा और उसके बाद पार्टी के अगले कदम के बारे में तय करूंगा...
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और योगी की कैबिनेट में मंत्री ओमप्रकाश राजभर के पुत्र और पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव अरविंद राजभर ने रविवार को बताया कि...
भाजपा के पास हालांकि इतने वोट है कि वह आराम से अपने 8 प्रत्याशियों को राज्यसभा में भेज सकती है लेकिन...
योगी आदित्यनाथ सरकार ने आज अपने गठन की पहली वर्षगांठ का जश्न मनाया...
प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में अपने संख्या बल के आधार पर बीजेपी 10 में से 8 सीटें आसानी से जीत सकती है, मगर उसने अपना नौवां प्रत्याशी भी खड़ा किया है...
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