18वीं लोकसभा के नए अध्यक्ष पर NDA के उम्मीदवार के निर्विरोध चुने जाने की संभावना नहीं बन रही है। इस प्रतिष्ठित पद के लिए अब विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है।
देश की 18वीं लोकसभा में ओम बिरला को एनडीए की ओर से लोकसभा स्पीकर का उम्मीदवार बनाया गया है। सरकार के सहयोगी दलों ने बीजेपी नेता के नाम पर अपना समर्थन जताया है।
लोकसभा चुनाव के बाद अब नई सरकार का गठन हो चुका है और संसद का सत्र भी शुरू हो चुका है। इस बीच अब मंगलवार को लोकसभा के स्पीकर पद के लिए नामांकन भरा जाएगा।
18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से शुरू होगा जो तीन जुलाई तक चलेगा। लोकसभा सचिवालय से मिली जानकारी के मुताबिक 26 जून को स्पीकर पद का चुनाव होगा। कितना अहम होता है स्पीकर का पद, क्या होते हैं अधिकार? जानें इस खास रिपोर्ट में-
कोटा से लोकसभा सदस्य भाजपा के ओम बिरला को 2019 में लोकसभा अध्यक्ष चुना गया। 2024 में बिरला ने कांग्रेस के प्रहलाद गुंजल को हराकर कोटा संसदीय सीट बरकरार रखी। इसके साथ ही वह 20 वर्षों में निचले सदन के लिए दोबारा निर्वाचित होने वाले पहले पीठासीन अधिकारी बन गए।
प्रह्लाद गुंजल की गिनती राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सबसे खास लोगों में होती है। कोटा के करीब 1.5 लाख गुर्जर वोटों पर गुंजल की काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
राजस्थान के कोटा में शिव बारात के दौरान बड़ा हादसा हुए है। यहां 14 बच्चे करंट से झुलस गए हैं। स्पीकर ओम बिरला हॉस्पिटल पहुंचे हैं। उन्होंने कहा है कि अगर जरूरत होगी तो घायल बच्चों को जयपुर भी रेफर किया जाएगा।
तीन युवतियों में से दो पूनम और सुनीता, मूक-बधिर हैं। पुलिस ने उन्हें कोटा रेलवे स्टेशन से बचाया था। तीसरी युवती मीनाक्षी का पालन-पोषण शहर के विभिन्न आश्रय गृहों में हुआ।
संसद का शीतकालीन सत्र बेहद ही हंगामेदार रहा। दोनों सदनों से विपक्ष के 146 सांसद निलमबित किए गए। सदन की सुरक्षा में लगी सेंध ने इस बार देशभर का ध्यान खींचा। वहीं इस बार केंद्र सरकार ने चार बड़े विधेयक पास भी कराए।
लोकसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ओम बिरला के साथ मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक को लेकर विश्वास जताया कि भविष्य में ऐसी कोई चूक न हो, इसके लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाएंगे।
लोकसभा स्पीकर ने कहा कि ऐसी घटनाएं पहले भी हुई हैं और अब इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद कई अन्य फैसले भी लिए गए हैं और अब प्रयास रहेगा कि आगे से ऐसी घटनाएं ना हों। इस मामले में कोई भी राजनीति ना करें।
कांग्रेस पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा है। इस पत्र में अधीर रंजन चौधरी ने मांग की है कि जिन 13 सांसदों को निलंबित किया गया है, उनके निलंबन को रद्द किया जाए। साथ ही संसद की सुरक्षा का भी उन्होंने पत्र में जिक्र किया है।
13 को संसद की सुरक्षा में सेंधमारी देखने को मिली थी। इस मामले पर अब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सभी सांसदों को खत लिखा है। उन्होंने इस पत्र में 13 दिसंबर की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की।
गुरुवार को हंगामे के बीच पहले कांग्रेस के पांच सांसदों- टी एन प्रतापन, हिबी इडेन, जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को निलंबित किया गया था। इसके बाद फिर से 9 सांसदों को निलंबित किया गया है।
लोकसभा सचिवालय ने 13 दिसंबर को संसद की सुरक्षा चूक की घटना के लिए 8 कर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही स्पीकर ओम बिरला ने मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं।
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि संसद की सुरक्षा में हुई चूक का मामला गंभीर है। मैं सभी दलों के सदस्यों से इस पर बात करूंगा।
पैसे लेकर संसद में सवाल पूछे जाने के आरोपों पर तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा बुरी तरह फंस गई हैं। लोकसभा की एथिक्स कमेटी जल्द ही भाजपा सांसद निशिकांत दुबे की शिकायत पर पहली बैठक करने जा रही है।
पी-20 सम्मेलन दो दिनों तक चलेगा। इस वैश्विक आयोजन में सदस्य देशों की संसदों के 25 अध्यक्ष, 10 उपाध्यक्ष और 50 सदस्य भाग लेंगे। अफ्रीकी संसद के प्रतिनिधि भी पहली बार भारत में पी-20 आयोजन में भाग लेंगे।
‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियां’ विषय पर लोकसभा में चर्चा के दौरान रमेश बिधूड़ी ने बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ अमर्यादित बयान दिया था।
भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी के एक बयान के बाद से बवाल मचा हुआ है। दरअसल उन्होंने बसपा सांसद के लिए सदन में अमर्यादित शब्द का इस्तेमाल कर दिया। इसके बाद से अब विपक्षी दलों द्वारा लगातार कार्रवाई की मांग की जा रही है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़