ओला इलेक्ट्रिक का बहुप्रतीक्षित ई स्कूटर जल्द ही भारतीय बाजार में उतरने जा रहा है।
ओला इलेक्ट्रिक ने शनिवार को कहा कि प्रक्रिया शुरू होने के पहले 24 घंटों के भीतर उसे अपने आगामी स्कूटर के लिए करीब एक लाख बुकिंग मिल गई है।
कंपनी के मुताबिक नाम रिजर्व करने के लिये किसी डॉक्यूमेंट की जरूरत नहीं होगी। मोबाइल फोन, ओटीपी और शुल्क के साथ स्कूटर के लिये नाम रिजर्व किया जा सकता है।
ओला फ्यूचर फैक्टरी का निर्माण तमिलनाडु में 500 एकड़ क्षेत्र में हो रहा है। 1 करोड़ वाहन वार्षिक की पूर्ण क्षमता के साथ यह दुनिया की सबसे बड़ी टू-व्हीलर कंपनी होगी।
देश में टैक्सी सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी ओला Ola जल्द ही भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर लॉन्च करने जा रही है।
अग्रवाल ने ट्वीट किया, ‘‘सिर्फ चार महीने में यह स्थान चट्टानों की कई एकड़ जमीन से दुनिया के सबसे बड़े दोपहिया कारखाने में तब्दील हो गया। ओला के भविष्य के कारखाने का पहला चरण पूरा होने के करीब है।
देश की प्रमुख टैक्सी कंपनी ओला ने एक खास पहल शुरू की है। ओला कैब्स ने जरुरत मंद लोगों को घरों तक ऑक्सीजन पहुंचाने की अनूठी पहल शुरू की है।
ओला चेयरमैन और ग्रुप सीईओ भाविश अग्रवाल ने कहा कि इस कठिन वक्त में हम सबको साथ आना चाहिए और अपने समाज की सेवा करनी चाहिए।
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में 500 एकड़ में बन रही ओला फ्यूचरफैक्ट्री अपनी पूरी उत्पादन क्षमता में प्रत्येक दो सेकेंड में एक स्कूटर तैयार करेगी।
नए दिशानिर्देशों के अनुसार, प्रत्येक सवारी (राइड) पर लागू किराये का कम से कम 80 प्रतिशत हिस्सा एग्रीगेटर के साथ जुड़े वाहन के चालक को मिलेगा।
नये दिशानिर्देशों के अनुसार, प्रत्येक सवारी (राइड) पर लागू किराये का कम से कम 80 प्रतिशत हिस्सा एग्रीगेटर के साथ जुड़े वाहन के चालक को मिलेगा। शेष हिस्सा एग्रीगेटर कंपनियां रख सकती हैं।
ओला इस समय भारत के सबसे बड़े ई-सकूटर विनिर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए विभिन्न राज्य सरकारों से बातचीत कर रही है।
अगस्त में ओला इलेक्ट्रकि ने 1,000 इंजीनियरों की नियुक्ति तथा जल्द इलेक्ट्रिक दोपहिया पेश करने की घोषणा की थी।
मुंबई पुलिस डीसीपी चैतन्य ने जानकारी देते हुए बताया कि मुंबई क्राइम ब्रांच ने ओला कैब चलाने वाले 3 ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार ड्राइवर ओला कैब एप्प के पुराने वर्जन का इस्तेमाल करते थे
लॉकडाउन के साथ ही ओला और उबर दोनो ने ही छंटनी का ऐलान किया था। मई में ऊबर ने भारत में 600 लोगों की छंटनी की थी. वहीं ओला ने भी 1400 लोगों को नौकरी से निकाला था।
ट्रांसपोर्ट फॉर लंदन ने अपने बयान में कहा कि उसे हाल ही में पता चला है कि ओला द्वारा कई नियमों की अनदेखी की गई है, जो पब्लिक सेफ्टी के लिए जोखिम हो सकते थे।
ओला और उबर कैब चालकों द्वारा आज बुलाई गई हड़ताल का कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ा क्योंकि यात्रियों ने कहा कि उन्हें कैब बुक करने में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा।
कैब सेवा देने वाले ओला एवं उबर के चालक कोविड-19 के मद्देनजर कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक को बढ़ाए जाने और भाड़े में इजाफा किए जाने की मांग को लेकर दिल्ली-एनसीआर में मंगलवार को हड़ताल पर चले गए।
ओला और उबर जैसे मोबाइल ऐप आधारित कैब कंपनियों के साथ काम करने वाले ड्राइवरों ने दिल्ली-एनसीआर में 1 सितंबर से हड़ताल पर रहेंगे। उनकी मांग है कि कोविड-19 के मद्देनजर कर्ज की किस्त भुगतान पर लगाई गई रोक को बढ़ाया जाए और भाड़े में इजाफा किया जाए।
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