कंपनी के मुताबिक, सीसीपीए ने उपभोक्ता अधिकारों के कथित उल्लंघन, भ्रामक विज्ञापन और अनुचित व्यापार व्यवहार के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
इस साल अगस्त में, ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को 76 रुपये के निर्गम मूल्य पर सूचीबद्ध किया गया था। सर्वकालिक उच्च स्तर को छूने के बाद से, शेयर उन स्तरों से 43 प्रतिशत नीचे आ चुका है।
कामरा ने तस्वीर के साथ लिखा, ‘‘क्या भारतीय उपभोक्ताओं की आवाज है? क्या उन्हें यही मिलना चाहिए? दोपहिया वाहन कई दिहाड़ी मजदूरों की जीवनरेखा हैं।’’ उन्होंने केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी को टैग करते हुए पूछा, ‘‘क्या इसी तरह भारतीय ईवी का उपयोग करेंगे?’’
ओला इलेक्ट्रिक की बाजार हिस्सेदारी में गिरावट आई है। इसके चलते शेयर के भाव नीचे आ रहे हैं।
भारत क्या रूस-यूक्रेन युद्ध में शांति लाने के कगार पर पहुंच गया है, क्या भारत दुनिया को अपनी विदेश नीति से चौंकाने जा रहा है। पीएम मोदी के प्रयासों से तो फिलहाल कुछ ऐसा ही लगता है। यूक्रेन शांति योजना के तहत इस वक्त एनएसए अजीत डोभाल मॉस्को में तो जयशंकर जर्मनी में हैं।
भाविश अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक प्रौद्योगिकी में बदलाव हो रहा है और एआई भविष्य की एक बहुत ही महत्वपूर्ण तकनीक है। हमें भारत में इस यात्रा का नेतृत्व करने की आवश्यकता है।
भाविश अग्रवाल ओला इलेक्ट्रिक की प्रॉफिटेबिलिटी पर पूछे गए एक सवाल का जवाब दे रहे थे, क्योंकि कंपनी के शेयर की कीमत 76 रुपये के लिस्टिंग प्राइस से दोगुना होना चिंता का विषय बना हुआ है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि Cell प्रॉफिटेबिलिटी के रोडमैप का केन्द्र बिन्दु है।
देश की राजधानी दिल्ली में आज और कल ऑटो-टैक्सी ड्राइवरों की हड़ताल है। इस कारण आम लोगों को परिवहन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए जानते हैं हड़ताल का कारण।
OLA कंपनी के शोरूम के सामने 'तड़प-तड़प' गाना गाकर ओला इलेक्ट्रिक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाले एक शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
लिस्टिंग वाले दिन ही कंपनी के शेयरों में 20 प्रतिशत का अपर सर्किट लग गया। शेयर बाजार में कंपनी के शेयरों ने अभी तक सिर्फ 5 दिन कारोबार किया है और इन 5 दिनों में ओला इलेक्ट्रिक के शेयर करीब 75 प्रतिशत तक रिटर्न दे चुके हैं।
वर्मा ने ओला मैप्स की वजह से कंपनी के कारोबार पर किसी खतरे से इनकार किया है क्योंकि ‘उसकी गुणवत्ता अच्छी नहीं है।’
38 साल के भाविश अग्रवाल के पास कंपनी की लिस्टिंग के समय ओला इलेक्ट्रिक के 1,36,18,75,240 शेयर (36.94 प्रतिशत हिस्सेदारी) थे। ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, भाविश की नेट वर्थ में 1.4 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ है।
ओला की पहली इलेक्ट्रिक बाइक का मुकाबला टॉर्क क्रेटोस आर और रिवोल्ट आरवी400 जैसे एंट्री-लेवल मॉडल से हो सकता है। माना जा रहा है कि कंपनी हाई-परफॉर्मेंस सेगमेंट को टारगेट कर यह प्रोडक्ट ला रही है।
ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 2 अगस्त को खुला था और 6 अगस्त को बंद हुआ था। कंपनी के आईपीओ को कुल 4.5 गुना सब्सक्रिप्शन मिला था। आज कंपनी की शेयर बाजार में लिस्टिंग हो गई।
2 अगस्त को खुला ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ 6 अगस्त को बंद हो गया था। कंपनी के आईपीओ को निवेशकों का बहुत अच्छा समर्थन नहीं मिला।
ओला इलेक्ट्रिक शेयर की अनुमानित लिस्टिंग कीमत ₹78.5 प्रति शेयर बताई गई, जो कि ₹76 के आईपीओ मूल्य से 3.29% अधिक है। ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के ₹6,145 करोड़ के आरंभिक सार्वजनिक निर्मगप्रस्ताव को सोमवार को बोली के दूसरे दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब किया गया था।
ओएफएस के तहत कंपनी के संस्थापक भाविश अग्रवाल लगभग 3.8 करोड़ शेयरों की पेशकश करेंगे। इस आईपीओ के तहत 5,500 करोड़ रुपये तक के नए इक्विटी शेयर जारी किए जा रहे हैं।
OLA Electric IPO : ओला इलेक्ट्रिक का आईपीओ आज 2 अगस्त को सब्सक्रिप्शन के लिये खुलेगा। निवेशक इस आईपीओ में 6 अगस्त तक बोली लगा सकते हैं। 7 अगस्त को शेयरों का अलॉटमेंट होगा। शेयरों की लिस्टिंग 9 अगस्त को होगी।
ओला इलेक्ट्रिक का आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) जल्द आने वाला है। एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि ओला के साथ बातचीत विफल होने के बाद नोटिस भेजा गया है।
ओला इलेक्ट्रिक की ओर से आईपीओ से जुटाई गई राशि में से 1,227 करोड़ रुपए का उपयोग सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को बढ़ाने के लिए करेगी।
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