विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख के बीच बीते सप्ताह देशभर के तेल-तिलहन बाजारों में सरसों, सोयाबीन, मूंगफली, सीपीओ सहित लगभग सभी तेल-तिलहनों के भाव हानि दर्शाते बंद हुए। बाजार सूत्रों ने कहा कि बीते सप्ताह विदेशी कारोबार में मंदी का रुख था और आयातित तेलों के दाम आसमान छू रहे हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की परिस्थितियों में कच्चे तेल के दामों में बढ़ोतरी का प्रभाव दुनियाभर में देखा जा रहा है। भारत भी इसके प्रभाव से अछूता नहीं है। जानिए क्या और कैसे पड़ता है इसका प्रभाव।
आने वाले दिनों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 25 रुपये तक की बढ़ोतरी हो सकती है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कच्चा तेल 1 डॉलर प्रति बैरल महंगा होने पर देश में पेट्रोल-डीजल के दाम औसतन 55-60 पैसे प्रति लीटर बढ़ जाते हैं।
Oil Pulling Benefits: तेल से कुल्ला करने के एक नहीं कई फायदे हैं। ये प्रक्रिया प्राचीन काल की है। इसे नियमित रूप से सही तरीके से करने पर आपको कई फायदे मिल सकते हैं।
माइग्रेन होने पर हद से ज्यादा दर्द परेशान कर देता है। ऐसे में दवा जब तक असर करे उससे पहले इन तेलों की मालिश दे सकती है आराम।
सरकार अपने इमरजेंसी स्टॉक में से 50 लाख बैरल क्रूड ऑयल रिलीज करेगी... लेकिन सरकार के इस फैसले पर भी राजनीति शुरू हो गई है, देखिए क्या है पूरा मामला इंडिया पर मुकाबला में
ऑयल इंडिया ने 2021-22 के लिए 3.50 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश का ऐलान किया है।
एजेंसी ने कहा, दोनों चालक अपने वाहनों से बाहर आए और उन्होंने निवासियों को टक्कर से तेल रिसाव के मद्देनजर घटनास्थल से दूर रहने की चेतावनी दी।
देश की पेट्रोलियम कंपनी सीलोन पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (सीपीसी) द्वारा ईंधन की कीमतों में वृद्धि की आशंका को देखते हुए देश के कई इलाकों में बृहस्पतिवार से ही पेट्रोल पंपों पर लंबी कतरे लगी हुई हैं।
पिछले पांच दौर की ओएएलपी बोलियों में 105 ब्लॉक के लिये बोलियां लगायी गयी थी। इसमें से वेदांता लि. ने 51 क्षेत्रों के लिये बोली लगायी। ओआईएल ने 25 और ओएनजीसी ने 24 ब्लॉक हासिल किये।
सरकार के मुताबिक सरसों का तेल विशुद्ध रूप से घरेलू उत्पादन पर आधारित तेल है और सरकार के अन्य उपायों के साथ इसकी कीमतों में नरमी आने की उम्मीद है
ब्रेंट क्रूड की कीमत 79 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गयी है। बीते एक महीने में क्रूड की कीमत में 11 प्रतिशत से ज्यादा का उछाल दर्ज हुआ है।
उपलब्ध भू-वैज्ञानिक सूचनाओं के अनुसार पूर्वोत्तर क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं और इसलिए क्षेत्र में तेज अन्वेषण के माध्यम से संभावित तेल और गैस के पर्याप्त अवसर मौजूद हैं।
सूत्रों ने कहा कि अगर अंतरराष्ट्रीय कीमतें इस स्तर पर बनी रहती हैं, तो तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) को पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में वृद्धि करनी होगी। पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों में पिछली बार क्रमश: 17 जुलाई और 15 जुलाई को वृद्धि की गई थी।
तूफान के असर से गल्फ ऑफ मैक्सिको से होने वाले उत्पादन का 75 प्रतिशत हिस्सा अभी भी बंद है जो कि करीब 14 लाख बैरल प्रतिदिन है ।
तेल-तिलहन के दाम में हाल के दिनों में कुछ नरमी जरुर आई है लेकिन पीछे दाम में तेजी देखी गई थी। आगे त्यौहारी सीजन में दाम में फिर तेजी ना आए इसे लेकर केंद्र ने राज्यों से कंपनियों के स्टॉक की जांच करने के आदेश दिए है।
वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था लागू होने के बाद उत्पाद शुल्क केवल पेट्रोल, डीजल, एटीएफ और प्राकृतिक गैस पर लगाया जाता है। इन उत्पादों को छोड़कर अन्य सभी वस्तुएं और सेवाएं जीएसटी के तहत हैं।
कंपनी के मुताबिक इन क्षेत्रों में लगभग 16 करोड़ टन की कुल तेल और इतनी ही गैस की मात्रा है। ये क्षेत्र गुजरात,असम, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में फैले हुए हैं।
डीजीएच ने कहा, "यह दस्तावेज ईएंडपी (तेल और गैस की खोज तथा उत्पादन) ठेकेदारों का उत्पादन साझेदारी अनुबंध (पीएससी) जमा करने को लेकर मार्गदर्शन करने के लिए तैयार किया गया है।"
कलौंजी का तेल झड़ते-टूटते बालों की समस्या को दूर करने में सहायक है। साथ ही ये पतले बालों को घना बनाता है।
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