कुल 34 बार वृद्धि में पेट्रोल 9.11 रुपये लीटर जबकि 33 बार की वृद्धि में डीजल 8.63 रुपये लीटर महंगा हुआ है।
अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में यह फिर से बढ़ सकता है। इस अवधि में खुदरा कीमतों में कमी लाने का एकमात्र तरीका केंद्र और राज्य दोनों द्वारा कर में कटौती है।
लॉकडाउन के चलते तेल कंपनियों ने 82 दिन के लिए इसकी कीमतों में बदलाव को रोक दिया था। इस दौरान उत्पाद शुल्क की बढ़ोतरी को इसमें समायोजित किया गया। बाद में सात जून के बाद से तेल कंपनियों ने दोबारा कीमतों में बदलाव शुरू किया। वहीं 25 जुलाई के बाद आज डीजल कीमतों में बदलाव किया गया।
तेल उत्पादक देशों के संगठन ओपेक और उसके साथियों के उत्पादन में कटौती पर सहमति जताने के बाद कच्चे तेल की कीमतों में तेजी आने से सोमवार को एयरलाइन और तेल विपणन कंपनियों के शेयरों में गिरावट हुई।
पेट्रोल पंप संगठन के मुताबिक लॉकडाउन से उनके पास नकदी की कमी हो गई है।
ईंधन के खुदरा कारोबार को पेट्रोलियम क्षेत्र से बाहर की कंपनियों के लिए खोलने से निवेश और प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने धन की कमी से जूझ रही एअर इंडिया को छह हवाई अड्डों पर विमान ईंधन (एटीएफ) की आपूर्ति शनिवार को फिर से शुरू कर दी। ईंधन का काफी पैसा बकाया होने पर कंपनियों ने आपूर्ति बंद कर दी थी।
इसके अलावा गन्ने के रस, चीनी, चीनी सिरप से तैयार किए जाने वाले एथेनॉल का भाव 59.48 रुपए प्रति लीटर पर तय किया गया है।
सितंबर महीने के पहले दिन ही आम लोगों पर महंगाई की मार पड़ रही है। ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने आज यानी 1 सितंबर 2019 से जहां बगैर सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमत 16 रुपए तक बढ़ा दिए हैं।
सरकारी स्वामित्व वाली तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम ने देश के 100 शहरों में इस्तेमाल हो चुके खाना पकाने के तेल से बने बॉयोडीजल को खरीदने के लिए शनिवार को एक कार्यक्रम की शुरुआत की। पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने औपचारिक तौर पर इस कार्यक्रम की शुरुआत की।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते हफ्ते कच्चे तेल के दाम में फिर तेजी लौटी है। बेंचमार्क कच्चा तेल ब्रेंट क्रूड का भाव फिर 63 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चला गया है और आगे और तेजी रहने की संभावना जताई जा रही है।
तेल मार्केटिंग कंपनियों ने शनिवार को लगातार 20वें दिन पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की है।
भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने नवंबर माह के दौरान कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए ईरान को पहले ही अपना ऑर्डर जारी कर दिया है।
उपभोक्ताओं को दशहरा के त्योहार पर राहत देने के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियों ने शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन ईंधन की कीमतों में कटौती की है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार जारी बढ़ोतरी के बुधवार को थमने से उपभोक्ताओं को थोड़ी राहत मिली है।
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियों ने शनिवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में और वृद्धि कर दी है। दिल्ली में पेट्रोल 18 पैसे और डीजल 29 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।
इस माह के शुरुआत में सार्वजनिक क्षेत्र की तेल मार्केटिंग कंपनियों द्वारा पेट्रोल-डीजल की कीमत में कटौती करना केवल एक बार उठाया गया कदम था
पेट्रोलियम मंत्री ने कहा कि कृषि अवशेष, गोबर और स्थानीय निकायों के ठोस कचरे से बायो गैस सृजित करने के लिए 5,000 बायो गैस संयंत्र स्थापित करने की योजना है।
सेंसेक्स ने शुरुआती कारोबार में ही 38058.92 का ऊपरी स्तर छुआ है और फिलहाल 206.40 प्वाइंट की बढ़त के साथ 37924.36 पर कारोबार कर रहा है
4 दिन तक भाव स्थिर रहने के बाद आज शुक्रवार को दाम फिर बढ़े हैं और शुक्रवार को हुई बढ़ोतरी की वजह से पेट्रोल की कीमतें 2 महीने के ऊपरी स्तर तक पहुंच गई हैं
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