ओडिशा के बालासोर में हुई भीषण ट्रेन दुर्घटना में सैकड़ों लोगों की जानें चली गई थीं। जिस ट्रैक पर ये हादसा हुआ आज सुबह फिर से उसी ट्रैक पर पैसेंजर ट्रेन और फिर वंदे भारत एक्सप्रेस पहली बार दौड़ी हैं। देखें वीडियो-
ओडिशा पुलिस ने बताया कि कुछ सोशल मीडिया अकाउंट बालासोर में हुए ट्रेन हादसे को सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। पुलिस ने लोगों से बालासोर दुर्घटना को लेकर इस तरह के भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण पोस्ट शेयर करने से बचने का अनुरोध किया।
रेल हादसे के बारे में बोलते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव भावुक हो गए और कहा-हमारी जिम्मेदारी अभी खत्म नहीं हुई है। बता दें कि हादसे के बाद विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है और वैष्णव के इस्तीफे की मांग कर रहा है।
Muqabla: एक्सीडेंट ने निकाल लिया मौका..इस्तीफा, इस्तीफा !
Odisha Train Accident : हादसे से पहले क्या हुआ... सबसे बड़ा खुलासा!
Special Report: किसी ट्रेन का सिग्नल और ट्रैक कैसे बदला जाता है?
बालासोर में बहानागा रेलवे स्टेशन के पास जहां भयानक रेल हादसा हुआ था, वहां एक्सीडेंट के 51 घंटों के भीतर ही ट्रैक को बना लिया गया है और इस पर आज शाम हादसे के बाद पहली रेल गाड़ी दौड़ी। रेल मंत्री हादसे के बाद से लगातार वहां मौजूद हैं।
Odisha- Balasore Train Accident: बालासोर रेल हादसे की जांच सीबीआई के हवाले कर दी गई है...रेल हादसे की जांच रेलवे की टेक्निकल टीमें तो कर ही रही थी तो फिर जांच सीबीआई को क्यों दी गई...क्या हादसे में कुछ ऐसे इनपुट्स मिले हैं जिन्हें डिटेल में INVESTIGATE करना जरूरी हो गया है .
ओडिशा ट्रेन हादसे पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा है कि रेलवे बोर्ड ने हादसे से संबंधित जांच की सिफारिश सीबीआई से की है।
ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे पर भारतीय उद्योगपति गौतम अडाणी ने शोक जताया है। उन्होंने कहा है कि उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं।
अडाणी ने एक ट्वीट मे कहा कि पीड़ितों और उनके परिवारों की मदद करना तथा बच्चों को बेहतर कल देना सभी की जिम्मेदारी है। उन्होंने ट्वीट किया, ''उड़ीसा की रेल दुर्घटना से हम सभी बेहद व्यथित हैं।
ओडिशा ट्रेन हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और लगभग 1000 लोग घायल हुए हैं। भारतीय रेल हादसों के इतिहास में यह अब तक का तीसरा सबसे बड़ा हादसा है।
ओडिशा रेल हादसे में मरने वालों में 7 लोग बिहार के हैं। इसके अलावा बिहार के 36 अन्य लोग घायल बताए जा रहे हैं, जबकि 6 लापता हैं। बिहार के जिन 7 लोगों की मौत हुई उनमें 3 मधुबनी जिले से, 2 जमुई जिले से, 1 नवादा और 1 पूर्वी चंपारण जिले से हैं।
ओडिशा में हुए ट्रेन हादसे पर रेलवे की प्रेस कांफ्रेंस जारी। रेलवे ने बयान जारी कर बताया कि तीन ट्रेनों की आपस में टक्कर नहीं हुई थी। सिग्नल में गड़बड़ी की वजह से हुआ था हादसा।
Odisha-Balasore Train Accident: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा बयान दिया है। रेल मंत्री ने कहा है कि इस हादसे के मूल कारण का पता लगा लिया गया है। रेल मंत्री ने कहा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में बदलाव की वजह से ये हादसा हुआ। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग यानि ट्रेन के सिग्नल से छेड़छाड़
बालासोर ट्रेन हादसे पर मनोज तिवारी का बयान सिग्नल के इलेक्ट्रिक सिस्टम को छेड़ा गया है- मनोज तिवारी इंटरलॉकिंग सिस्टम में छेड़छाड़ मानवीय भूल नहीं- मनोज तिवारी इलेक्ट्रिक सिस्टम को छेड़ना साजिश हो सकती है- मनोज तिवारी ये सामान्य घटना नहीं, बड़ी साजिश की आशंका- मनोज तिवारी
शुक्रवार शाम ओडिशा में हुए इस हादसे में 288 लोगों की जान चली गई और एक हजार से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। इस हादसे के मदद लोग मदद के लिए बढ़-चढ़कर सामने आ रहे हैं।
ओडिशा के बालासोर में हुई ट्रेन दुर्घटना को लेकर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हादसे की वजह पता चल गई है। इसके साथ ही उन्होंने बुधवार तक हालात सामान्य होने की बात भी कही है।
ओडिशा के बालासोर में हुए रेल हादसे के पीड़ितों के लिए भारतीय जीवन बीमा निगम, एलआईसी ने बड़ा ऐलान किया है। निगम ने कई नियमों में छूट दी है और साथ ही जानकारी के लिए कॉल सेंटर नंबर (022-68276827) भी जारी किया है।
Odisha- Balasore Train Accident: ओडिशा के बालासोर के पास हुए रेल हादसे में अब तक 288 लोगों की मौत हो चुकी है. 300 से ज्यादा घायलों का इलाज जारी है. घायलों में 50 से ज्यादा यात्रियों की स्थिति गंभीर बनी हुई है.
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