रूस से युद्ध शुरू होने के बाद से ठप पड़े यूक्रेन के जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र के चलते पूरे यूरोप में ऊर्जा का भारी संकट पैदा हो गया है, लेकिन अब यूरोपवासियों को नए परमाणु रिएक्टर का तोहफा मिल गया है। यह परमाणु संयंत्र फिनलैंड में शुरू हुआ है। दावा किया जा रहा है कि यह यूरोप का सबसे शक्तिशाली परमाणु संयंत्र है।
नई दिल्ली: यूक्रेन से चल रहे युद्ध के बीच रूस ने पश्चिमी देशों से लगती बेलारूस की सीमा पर परमाणु हथियार तैनात करने का ऐलान कर दिया है। इससे नाटो देशों में खलबली मच गई है। दरअसल रूस ने यह कदम उठाने का फैसला इसलिए किया है कि नाटो और पश्चिमी देश लगातार युद्ध में यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं।
रूस ने हाल ही में फैसला किया है कि वह बेलारूस में टैक्टिकल परमाणु हथियारों को तैनात करेगा। अब लुकाशेंको ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर पुतिन अंतरमहाद्वीपीय परमाणु मिसाइल को भी बेलारूस में तैनात कर सकते हैं। इस बयान के बाद से ही नाटो यानी पश्चिमी देश ही नहीं, अमेरिका को भी टेंशन हो गई है।
पुतिन ने कहा कि यह योजना यूक्रेन को ‘डिप्लेटेड यूरेनियम’ वाला गोला-बारूद देने की ब्रिटेन की योजना की जवाबी प्रतिक्रिया है। पुतिन ने पहले दावा किया था कि ये गोला-बारूद परमाणु घटक से लैस हैं।
चीनी पनडुब्बी को ढूंढकर नेस्तनाबूत करने की तैयारी तो पहले से ही सैन्याभ्यास में चल रही है। इसी बीच फ्रांस ने 6 न्यूक्लियर पनडुब्बियां भारत को देने का ऑफर किया है। फ्रांस की तरफ से मिला यह ऑफर बिल्कुल ऑकस की तरह होगा।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच उत्तर कोरिया के बॉर्डर पर चल रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर किम जोंग उन बेहद खफा हैं। इस दौरान संयुक्त अभ्यास की समय सीमा बढ़ाने जाने से किम जोंग उन समेत उनकी बहन ने भी अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर उग्र कार्रवाई की धमकी भी दे डाली है।
यूक्रेन युद्ध की बरसी पर कल 24 फरवरी को राष्ट्रपति जेलेंस्की के देश में कयामत की रात आने वाली है। अमेरिका के साथ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने वाला समझौता तोड़ने के बाद बृहस्पतिवार को रूस ने अपनी सबसे खतरनाक परमाणु मिसाइल सतान-2 की तैनाती कर दी है। रूस में इसे सुपर हथियार के नाम से जाना जाता है।
अमेरिका के साथ रूस ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल पर रोक लगाने वाले "न्यू स्टार्ट" समझौते को तोड़ने के बाद राष्ट्रपति पुतिन के खतरनाक इरादों ने दुनिया में खलबली मचा दी है। इस समझौते के टूटने के बाद दुनिया न्यूक्लियर वॉर के मुहाने पर आकर खड़ी हो गई है।
रूस-यूक्रेन युद्ध की बरसी से पहले रोजाना घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। जो बाइडन की औचक यूक्रेन यात्रा के बाद रूस तिलिमला उठा है। आक्रोश में आए पुतिन ने पहले राष्ट्र के नाम संबोधन करके यूक्रेन युद्ध के लिए अमेरिका और पश्चिमी देशों को जिम्मेदार ठहराया।
यूक्रेन युद्ध के 1 वर्ष पूरे होने से पहले ही दुनिया में पैदा हुई नई हलचलों ने सबके होश उड़ा दिए हैं। आगामी 24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के हमले के एक वर्ष पूरे हो जाएंगे। हमले की बरसी से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कीव की औचक यात्रा करके रूस का कड़ा संदेश देने का प्रयास किया।
कोरोना महामारी के बाद रूस और यूक्रेन युद्ध ने दुनिया को खाद्य और ऊर्जा के गहरे संकट में डुबो दिया है। इससे पूरी दुनिया में हाहाकार मचा है। दुनिया के तमाम देश इस समस्या का समाधान खोज पाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। विश्व पर मंडराये इस भारी संकट से अमेरिका भी परेशान है। ऐसे वक्त में भारत दुनिया की उम्मीद बन गया है।
पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन को टैंक समेत अन्य घातक हथियार दिए जाने से रूसी राष्ट्रपति पुतिन तमतमा उठे हैं। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन और जर्मनी रूस के प्रमुख निशाने पर आ गए हैं। ऐसे में रूस अपना आपा खो सकता है, जिसका परिणाम परमाणु युद्ध में तब्दील हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
पुतिन अपने परमाणु बम के ब्रीफकेस के साथ देखे गए हैं। माना जा रहा है कि ये नाटो देशों को सीधे तौर पर चेतावनी है। स्टेलिनग्राद की लड़ाई में सोवियस जीत की 80वीं वर्षगांठ पर वोल्गोग्राड में जब पुतिन फूल चढ़ा रहे थे, तो उनके बॉडीगार्ड काले बैग के साथ खड़े थे।
रूस-यूक्रेन युद्ध के आरंभ होने के बाद से ही तीसरे विश्वयुद्ध की आशंकाओं ने पूरी दुनिया को घेर रखा है। यूक्रेन पर रूस की ओर से परमाणु हमला किए जाने को लेकर अमेरिका समेत पूरा यूरोप चिंतित है।
डूम्सडे क्लॉक को प्रलय की घड़ी कहा जाता है। दुनियाभर के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक खतरों को देखते हुए 1947 से यह बताते आ रहे हैं कि दुनिया महाविनाश से कितनी दूर है। परमाणु वैज्ञानिकों के मुताबिक, दुनिया अब तबाही से सिर्फ 90 सेकेंड की दूरी पर रह गई है।
भारत के फाइटर जेट्स ने पुलवामा आतंकी हमले में CRPF के 40 जवानों की शहादत के जवाब में फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर दिया था।
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन युद्ध अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है। रूस ने अभी से यह ऐलान कर दिया है कि वह हर हाल में युद्ध जीतेगा। इधर यूक्रेन हथियारों की कमी से जूझ रहा है।
लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर परमाणु बम बनाने वाला यूरेनियम का पैकेट पकड़ा गया है, जो पाकिस्तान से भेजा गया था। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि इसे ईरान की एक कंपनी को भेजा गया था। कुछ वक्त पूर्व ही अमेरिका ने ईरान के गुप्त परमाणु कार्यक्रमों से दुनिया को खतरे का अंदेशा भी जताया था।
रक्षा मंत्री शोइगु ने कहा, 'हम परमाणु हथियार विकसित करना जारी रखेंगे और अपनी लड़ाकू तत्परता भी बनाए रखेंगे, क्योंकि परमाणु हथियार रूस की सुरक्षा का एक बड़ा कारण रहे हैं और रहेंगे।'
US Foreign Policy: विदेश नीति में सबसे माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले अमेरिका ने इतिहास की सबसे बड़ी भूल कर दी है। अमेरिका का एक फैसला उसकी अब तक की विदेश नीति की सबसे बड़ी भूल बन चुका है। यह दावा हम नहीं कर रहे, बल्कि एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने किया है।
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