उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने अमेरिका की सरजमीं पर हमला करने के लिए बनाई गई नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के दूसरे परीक्षण का निरीक्षण किया।
ईरान के परमाणु कार्यक्रमों को लेकर अमेरिका के खुफिया विभाग ने बेहद गुप्त रिपोर्ट जारी की है। बता दें कि ईरान पिछले कई वर्षों से परमाणु बम बनाने के लिए यूरेनियम संवंर्धन भी कर रहा है और वह इसके काफी करीब भी पहुंच गया है। मगर खुफिया रिपोर्ट कहती है कि ईरान अभी ऐसा कोई परमाणु हथियार नहीं बना रहा। हालांकि वह सक्रिय है।
उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रमों को तेजी से अंजाम दे रहा है। इससे दक्षिण कोरिया ही नहीं, बल्कि नाटो देश भी परेशान हो चुके हैं। अमेरिका भी कई बार किम जोंग उनक को चेतावनी दे चुका है। मगर किम जोंग उन मानने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे उत्तर कोरिया के साथ नाटो देशों का तनाव बढ़ना तय है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि बेलारूस भेजे गए परमाणु हथियारों का इस्तेमाल तभी किया जाएगा जब उनके देश पर कोई खतरा होगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध अब महाविनाश की ओर आगे बढ़ चुका है। यह बात हम नहीं कह रहे, बल्कि बेलारूस की टेलीग्राफ एजेंसी के अनुसार बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने साफ कहा है कि आक्रामकता की स्थिति में परमाणु हमले से इनकार नहीं किया जा सकता। बता दें कि अलेक्जेंडर पुतिन के परम मित्रों में हैं।
जापान के बर्बाद हो चुके फुकुशिमा परमाणु संयंत्र से रेडियोधर्मी जल को समुद्र में छोड़े जाने को लेकर विवाद हो गया है। जापान इसे उपचारित करके समुद्र में सुरंग बनाकर छोड़ने का ट्रायल शुरू कर चुका है। मगर मछुआरों समेत पड़ोसी देश इसके खिलाफ खड़े हो गए हैं।
अमेरिका को डर है कि कहीं रूस गुस्से में आकर यूक्रेन पर परमाणु हमला न कर दे। रूस ने अमेरिका के साथ परमाणु संधि को फरवरी में ही तोड़कर अपने खतरनाक इरादों का एहसास पूरी दुनिया को करा दिया।
यूक्रेन के जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर रूसी हमले की योजना के इनपुट से हड़कंप मच गया है। संयुक्त राष्ट्र ने दोनों देशों से अपील की है कि किसी भी नाभिकीय रिएक्टर को इस तरह निशाना नहीं बनाया जाए।
दुनिया में रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते महाविनाश की घंटी बज चुकी है। यूक्रेन की आर्मी ने दावा किया है कि रूस ने उसके जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र पर बड़े हमले की तैयारी में है।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1945 में अमेरिका द्वारा जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में गिराए गए परमाणु बम से हुई त्रासदी की यादें उस वक्त ताजा हो गईं, जब राष्ट्रपति जो बाइडेन हमले की दर पर पहुंचे।
इस बार दुनिया के ताकतवर देशों के नेता उस हिरोशिमा शहर में मिल रहे हैं जहां मानव सभ्यता ने अब तक का सबसे बड़ा परमाणु बम का विध्वंस देखा था।
इस दिन बुद्ध पूर्णिमा थी। यही कारण है कि इस ऑपरेशन का नाम स्माइलिंग बुद्धा रखा गया। लेकिन इस परमाणु परीक्षण को करना इतना आसान नहीं था। साथ ही परमाणु परीक्षण होने के बाद भारत को किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ा आपको यह भी जानना जरूरी है।
परमाणु परीक्षण के बाद देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी खुद धमाके वाली जगह पर गए थे। भारत के महान वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम की अगुआई में यह मिशन कुछ इस तरह से अंजाम दिया गया कि अमेरिका समेत पूरी दुनिया को इसकी भनक तक नहीं लगी।
रूस से युद्ध शुरू होने के बाद से ठप पड़े यूक्रेन के जापोरिज्जिया परमाणु संयंत्र के चलते पूरे यूरोप में ऊर्जा का भारी संकट पैदा हो गया है, लेकिन अब यूरोपवासियों को नए परमाणु रिएक्टर का तोहफा मिल गया है। यह परमाणु संयंत्र फिनलैंड में शुरू हुआ है। दावा किया जा रहा है कि यह यूरोप का सबसे शक्तिशाली परमाणु संयंत्र है।
नई दिल्ली: यूक्रेन से चल रहे युद्ध के बीच रूस ने पश्चिमी देशों से लगती बेलारूस की सीमा पर परमाणु हथियार तैनात करने का ऐलान कर दिया है। इससे नाटो देशों में खलबली मच गई है। दरअसल रूस ने यह कदम उठाने का फैसला इसलिए किया है कि नाटो और पश्चिमी देश लगातार युद्ध में यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं।
रूस ने हाल ही में फैसला किया है कि वह बेलारूस में टैक्टिकल परमाणु हथियारों को तैनात करेगा। अब लुकाशेंको ने यह भी कहा है कि जरूरत पड़ने पर पुतिन अंतरमहाद्वीपीय परमाणु मिसाइल को भी बेलारूस में तैनात कर सकते हैं। इस बयान के बाद से ही नाटो यानी पश्चिमी देश ही नहीं, अमेरिका को भी टेंशन हो गई है।
पुतिन ने कहा कि यह योजना यूक्रेन को ‘डिप्लेटेड यूरेनियम’ वाला गोला-बारूद देने की ब्रिटेन की योजना की जवाबी प्रतिक्रिया है। पुतिन ने पहले दावा किया था कि ये गोला-बारूद परमाणु घटक से लैस हैं।
चीनी पनडुब्बी को ढूंढकर नेस्तनाबूत करने की तैयारी तो पहले से ही सैन्याभ्यास में चल रही है। इसी बीच फ्रांस ने 6 न्यूक्लियर पनडुब्बियां भारत को देने का ऑफर किया है। फ्रांस की तरफ से मिला यह ऑफर बिल्कुल ऑकस की तरह होगा।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच उत्तर कोरिया के बॉर्डर पर चल रहे संयुक्त सैन्य अभ्यास को लेकर किम जोंग उन बेहद खफा हैं। इस दौरान संयुक्त अभ्यास की समय सीमा बढ़ाने जाने से किम जोंग उन समेत उनकी बहन ने भी अमेरिका और दक्षिण कोरिया पर उग्र कार्रवाई की धमकी भी दे डाली है।
यूक्रेन युद्ध की बरसी पर कल 24 फरवरी को राष्ट्रपति जेलेंस्की के देश में कयामत की रात आने वाली है। अमेरिका के साथ परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को रोकने वाला समझौता तोड़ने के बाद बृहस्पतिवार को रूस ने अपनी सबसे खतरनाक परमाणु मिसाइल सतान-2 की तैनाती कर दी है। रूस में इसे सुपर हथियार के नाम से जाना जाता है।
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