इजरायल के एक मंत्री ने गाजा पर परमाणु बम से हमला करने को भी विकल्प बताकर खलबली मचा दी है। इजरायल के विरासत मंत्री अमीचाई एलियाहू ने एक सवाल के जवाब में कहा कि गाजा पट्टी पर परमाणु बम से हमला करना भी एक विकल्प है।
इजरायल-हमास युद्ध और रूस-यूक्रेन युद्ध के चलते तीसरे विश्व युद्ध का खतरा गहराता जा रहा है। ऐसे में अमेरिका ने दुनिया को चौंकाने वाली घोषणा की है। अमेरिका ने ऐलान किया है कि वह ऐसा घातक परमाणु बम बनाने जा रहा है, जो 1945 में जापान के हिरोशिमा पर गिराए गए परमाणु बम से 24 गुना अधिक विस्फोटक होगा।
अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, यूके, भारत-पाकिस्तान और उत्तर कोरिया व इजरायल समेत दुनिया के कई ताकतवर देश परमाणु संपन्न देशों में हैं। अमेरिका और रूस में परमाणु हथियरों को बनाने की दौड़ में सबसे आगे निकलने की बड़ी होड़ लगी है। दुनिया के अन्य देश भी इस दौड़ में पीछे नहीं रहना चाहते।
रूसी संसद के उच्च सदन ने अपने एक फैसले से यूक्रेन से लेकर अमेरिका तक खलबली मचा दी है। रूसी संसद ने परमाणु परीक्षणों पर प्रतिबंध लगाने वाले अनुमोदन को रद्द करने के विधेयक को पारित कर दिया है। अब इसे राष्ट्रपति पुतिन के पास अनुमोदन के लिए भेजा जा रहा है। इससे नए परमाणु परीक्षणों और न्यूक्लियार वार की आशंका बढ़ी है।
पाकिस्तान से 4 वर्षों तक निर्वासित रहने के बाद स्वदेश लौटे पूर्व पीएम नवाज शरीफ चुनावी मोड में आ गए हैं। शनिवार को उन्होंने लाहौर पहुंचते ही पहले लोगों को महंगाई, बेरोजगारी, भुखमरी और गरीबी से बाहर निकालने का सपना दिखाया। फिर 1998 में परमाणु परीक्षण को लेकर कहा अमेरिका इसे रोकवाने के लिए हमें 5 अरब डॉलर दे रहा था।
अमेरिका और रूस जहां प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से जंग मे उलझे हैं। वहीं तेजी से बड़ी ताकत के रूप में उभर रहा चीन गुपचुप तरीके से अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। जानिए अभी चीन, रूस और अमेरिका के पास कितने परमाणु हथियार हैं। चीन के पास 2030 तक कितने परमाणु बम हो जाएंगे?
रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास युद्ध के बीच चीन के खतरनाक इरादों ने दुनिया में खलबली मचा दी है। जिस वक्त इन देशों में जंग छिड़ी है, ऐसे वक्त में चीन अपने परमाणु शस्त्रागार निर्माण की संख्या बढ़ाने में जुटा है। अमेरिकी खुफिया विभाग द्वारा इस रिपोर्ट के लीक होने के बाद विश्व के सभी देश हैरान हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने परमाणु परीक्षण को रोकने वाली संधि के अनुमोदन को रद्द करने वाले विधेयक को अंतिम मंजूरी दे दी है। अब यह उच्च सदन में जाएगा। पुतिन पहले ही इसका ऐलान कर चुके हैं। लिहाजा विधेयक वहां से भी पास होना तय है। रूस के इस कदम से यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हमले के इस्तेमाल की आशंका बढ़ने के बाद अब अमेरिका ने भी परमाणु परीक्षण करने का खुला ऐलान कर दिया है। इससे पूरी दुनिया में दहशत फैल गई है। क्या माना जाए कि तीसरे विश्वयुद्ध की घड़ी अब बेहद नजदीक आने वाली है, आखिर अमेरिका को क्यों अचानक परमाणु परीक्षणों की जरूरत पड़ गई।
चीन सहित पड़ोसी देशों के विरोध के बावजूद जापान रेडियोएक्टिव जल छोड़ रहा है। पहली खेप खत्म होने के बाद अब जापान ने दूसरी खेप छोड़ना शुरू कर दिया है। इसके लिए संशोधित रेडियोधर्मी जल को समुद्र में छोड़ने के लिए एक पंप चालू कर दिया।
अमेरिका और उत्तर कोरिया में ठन गई है। उत्तर कोरिया ने अमेरिकी चेतावनियों के बावजूद न्यूक्लियर हथियार और परमाणु मिसाइलों का परीक्षण जारी रखा है। वह अमेरिका के खिलाफ युद्ध की तैयारी में जुटा है। लिहाजा अब पेंटागन उत्तर कोरिया के विनाशक हथियारों को नष्ट करने का प्लान बनाने लगा है। इससे किम जोंग बौखला गए हैं।
चीन की परमाणु पनडुब्बी ने दुश्मनों के लिए जो जाल बिछाया, खुद उसी में फंस गई। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिस्टम फेल होने की वजह से दम घुटने से 55 नौसैनिकों की मौत की आशंका है। यूके की एक सीक्रेट रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन, चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच कुछ न कुछ खिचड़ी तो जरूर पक रही होगी। क्या पुतिन अब यूक्रेन पर परमाणु हमला करना चाहते हैं, जिसके बाद यूरोप और अमेरिका के रिएक्शन का अंदाजा लगाकर उन्होंने अपने मित्र चीन और उत्तर कोरिया के साथ कोई गुप्त डील की है।
देश से कार्बन उत्सर्जन का ग्राफ जीरो करने और जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए भारत सबसे ज्यादा गंभीर है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत परमाणु ऊर्जा, हाईड्रोजन ऊर्जा और सौर ऊर्जा का बड़ा केंद्र बनने वाला है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी भी भारत के लक्ष्य की मुरीद हो गई है।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम में तेजी पर नाराजगी जताई है। साथ ही धमकी भी दे डाली है कि यदि ईरान ने परमाणु हथियार बनाए तो हम भी पीछे नहीं रहेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र के दौरान दुनिया को परमाणु हथियारों से मुक्त करने का मुद्दा गूंजा। जापान ने कहा कि वह पूरे विश्व को परमाणु हथियारों से मुक्त करने के उद्देश्य की पूर्ति के लिए अगुवाई करना चाहता है। वहीं ईरान ने अमेरिका पर पूर्व के परमाणु समझौते पर लौटने के लिए इच्छाशक्ति दिखाने की बात कही।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया की बर्बादी का सामान जुटाना शुरू कर दिया है। ये दोनों ही देश उत्तर कोरिया के जानी दुश्मन हैं। अक्सर इन देशों से किम की ठनी रहती है। रूस-यूक्रेन युद्ध में मास्को को परमाणु मिसाइल और गोला-बारूद की आपूर्ति के बदले उन्हें पुतिन से परमाणु बमवर्षक विमान चाहिए।
पाकिस्तान भले ही दाल-रोटी और आटे, चावल व सब्जी के लिए तरस रहा हो, लेकिन वह तेजी से अपने परमाणु जखीरे को बढ़ा रहा है। यह बात हम नहीं कह रहे , बल्कि एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने एक रिपोर्ट में दावा किया है। अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2025 तक पाकिस्तानी परमाणु हथियारों की संख्या 170 से बढ़कर 200 से अधिक हो सकती है।
भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में संयुक्त घोषणा पत्र में आम सहमति बनाते हुए बतौर अध्यक्ष दुनिया को बड़ा संदेश देने वाला ऐलान किया है। नई दिल्ली की ओर से आम सहमति से जारी डिक्लेरेशन में रूस-यूक्रेन युद्ध और तीसरे विश्व युद्ध के खतरों के बीच परमाणु हथियारों के इस्तेमाल और धमकी को अस्वीकार्य बताया गया है।
अमेरिकी नौसेना के लिए उत्तर कोरिया ने सदमा देने वाला दावा किया है। उत्तर कोरिया ने परमाणु हमले में सक्षम न्यूक्लियर सबमरीन विकसित करने का दावा करके अमेरिका समेत दक्षिण कोरिया को भी चौंका दिया है। इससे किम जोंग उन के खतरनाक इरादों को समझा जा सकता है।
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