उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन का मिसाइल प्रेम जगजाहिर है। किम ने अब जिस तरह का कदम उठाया है उससे दुनिया में हड़कंप मच गया है। सरकार ने अग्रिम मोर्चे पर तैनात सैन्य इकाइयों को परमाणु सक्षम 250 मिसाइल लॉन्चर सौंपे हैं।
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में प्रस्तावित न्यूक्लियर पावर प्लांट को लेकर स्थानीय लोगों ने भारी विरोध शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, मुआवजा देने के बाद भी जमीन खाली नहीं की जा रही थी। इस कारण पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा।
रूस की सेना तीसरी बार परमाणु हथियारों के साथ अभ्यास कर रही है। ये सभी रणनीतिक परमाणु हथियार हैं। यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी सेना की इस तरह की तैयारियों को देखकर यूक्रेन से लेकर यूरोप तक हड़कंप मच गया है कि आखिर पुतिन क्या करने वाले हैं?
क्या आपने कभी टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन का नाम सुना है, आखिर ये क्या होते हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में इनके इस्तेमाल की आशंका अचानक क्यों तेज हो गई है। अगर युद्ध में इनका इस्तेमाल हुआ तो कितनी बड़ी तबाही हो सकती है। परमाणु बमों से टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन किस तरह अलग हैं।
ईरान में भले ही राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद सत्ता बदल गई हो, लेकिन उसके इरादे नहीं बदले हैं। नए राष्ट्रपति डॉ. मसूद पेजेशकियन के कार्यकाल में भी ईरान अपने परमाणु इरादों के साथ तेजी से आगे बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार तेहरान परमाणु बम बनाने के काफी करीब पहुंच चुका है।
ट्रम्प के रनिंग मेट बने जेडी वेंस ने अपने एक बयान से ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक बवाल मचा दिया है। उन्होंने ब्रिटेन को "परमाणु हथियारों वाला वास्तविक इस्लामिक राष्ट्र" की संज्ञा दे डाली है। हालांकि ब्रिटेन ने उनकी इस टिप्पणी को सिरे से खारिज कर दिया है।
अगर आपसे पूछा जाए..कि दुनिया का सबसे ताकतवर Non-Nuclear Bomb किसके पास है? तो आप कहेंगे..अमेरिका का Mother Of All Bombs..रूस का Father Of All Bombs...लेकिन अगर हम आपसे ये कहें..कि भारत ने अमेरिका और रुस को टक्कर देने वाला एक Non-Nuclear Bomb बना लिया है..तो आप भी चौंक जाएंगे।
रूस की सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने भारत में 6 नए परमाणु ऊर्जा संयंत्र लगाने को तैयार है। ऐसा होने पर भारत परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भरता हासिल कर लेगा। कंपनी के अनुसार भारत और रूस में इसे लेकर वार्ता चल रही है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल राष्ट्रपति पुतिन कब और किन परिस्थितियों में करेंगे, यह उन्होंने अब पूरी दुनिया को खुलकर बता दिया है। पुतिन ने कहा कि फिलहाल यूक्रेन युद्ध जीतने के लिए उन्हें परमाणु हथियार चलाने की जरूरत नहीं है, मगर पश्चिमी देश और नाटो यूक्रेन को अपने सैनिक देते हैं तो यह संभव है।
अमेरिका और चीन ने 5 वर्षों में पहली बार परमाणु वार्ता क्यों की। इस वार्ता के पीछे का असली मकसद क्या था? अमेरिका को क्यों लगता है कि चीन ताइवान पर परमाणु हमला कर सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने ताइवान जैसे छोटे देश से चीन के हारने की आशंका क्यों जाहिर की? इन सब सवालों का जवाब इस लेख में पढ़िये...
परमाणु हथियारों के मामले में भारत पाकिस्तान से ज्यादा ताकतवर है। एक रिपोर्ट में ये बात कही गई है। वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पहली बार चीन के पास कुछ हथियार हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर हैं।
ईरान अपने परमाणु कार्यक्रमों को लेकर कितना संजीदा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने अपने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद भी इस काम को रुकने नहीं दिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु निगरानी संस्था (आईएईए) की रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने नए सेंट्रीफ्यूज लगाने शुरू कर दिए हैं।
रूसी और अमेरिकी राजनयिकों के अनुसार यूक्रेन युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ की ओर बढ़ चुका है। इस दौरान परमाणु हमले के खतरे को लेकर पूरी दुनिया आशंकित है। मगर पुतिन ने अब साफ कर दिया है कि वह यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या नहीं ?
पाकिस्तान के पूर्व वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर मुल्क का रूख स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों के No First Use की नीति का पालन नहीं करता है।
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी निकाय की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को हथियार बनाने के लेवल तक पहुंचा लिया है।
आज भारत के पास जो परमाणु बम है, वो न होता अगर 18 मई 1974 को देश के महान वैज्ञानिकों ने उसका सफलतापूर्वक परीक्षण न किया होता। ये कहानी है भारत के पहले परमाणु बम परीक्षण की, जिसे नाम दिया गया ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा
रूस ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सामरिक परमाणु हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास का ऐलान किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि सामरिक परमाणु हथियार कितने शक्तिशाली होते हैं और कितनी तबाही मचा सकते हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि सैन्य अभ्यास के दौरान परमाणु हथियारों को भी शामिल किया जाएगा। यूक्रेन से जंग के बीच पहली बार रूस ने इस तरह की घोषणा की है।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में जो किया है उससे अमेरिका भड़का हुआ नजर आ रहा है। अमेरिका ने कहा है कि रूस की सरकार कुछ ना कुछ जरूर छिपा रही है।
जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हुए हमलों के बाद रूस और यूक्रेन एक दूसरे पर इसका आरोप मढ़ रहे हैं। लेकिन इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
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