रूस की सरकारी परमाणु ऊर्जा कंपनी रोसाटॉम ने भारत में 6 नए परमाणु ऊर्जा संयंत्र लगाने को तैयार है। ऐसा होने पर भारत परमाणु ऊर्जा के क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भरता हासिल कर लेगा। कंपनी के अनुसार भारत और रूस में इसे लेकर वार्ता चल रही है।
रूस-यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल राष्ट्रपति पुतिन कब और किन परिस्थितियों में करेंगे, यह उन्होंने अब पूरी दुनिया को खुलकर बता दिया है। पुतिन ने कहा कि फिलहाल यूक्रेन युद्ध जीतने के लिए उन्हें परमाणु हथियार चलाने की जरूरत नहीं है, मगर पश्चिमी देश और नाटो यूक्रेन को अपने सैनिक देते हैं तो यह संभव है।
अमेरिका और चीन ने 5 वर्षों में पहली बार परमाणु वार्ता क्यों की। इस वार्ता के पीछे का असली मकसद क्या था? अमेरिका को क्यों लगता है कि चीन ताइवान पर परमाणु हमला कर सकता है। अमेरिकी अधिकारियों ने ताइवान जैसे छोटे देश से चीन के हारने की आशंका क्यों जाहिर की? इन सब सवालों का जवाब इस लेख में पढ़िये...
परमाणु हथियारों के मामले में भारत पाकिस्तान से ज्यादा ताकतवर है। एक रिपोर्ट में ये बात कही गई है। वहीं रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पहली बार चीन के पास कुछ हथियार हाई ऑपरेशनल अलर्ट पर हैं।
ईरान अपने परमाणु कार्यक्रमों को लेकर कितना संजीदा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसने अपने राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी की मौत के बाद भी इस काम को रुकने नहीं दिया है। अंतरराष्ट्रीय परमाणु निगरानी संस्था (आईएईए) की रिपोर्ट के अनुसार ईरान ने नए सेंट्रीफ्यूज लगाने शुरू कर दिए हैं।
रूसी और अमेरिकी राजनयिकों के अनुसार यूक्रेन युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ की ओर बढ़ चुका है। इस दौरान परमाणु हमले के खतरे को लेकर पूरी दुनिया आशंकित है। मगर पुतिन ने अब साफ कर दिया है कि वह यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या नहीं ?
पाकिस्तान के पूर्व वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने परमाणु हथियार के इस्तेमाल को लेकर मुल्क का रूख स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान परमाणु हथियारों के No First Use की नीति का पालन नहीं करता है।
संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी निकाय की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ईरान ने अपने संवर्धित यूरेनियम भंडार को हथियार बनाने के लेवल तक पहुंचा लिया है।
आज भारत के पास जो परमाणु बम है, वो न होता अगर 18 मई 1974 को देश के महान वैज्ञानिकों ने उसका सफलतापूर्वक परीक्षण न किया होता। ये कहानी है भारत के पहले परमाणु बम परीक्षण की, जिसे नाम दिया गया ऑपरेशन स्माइलिंग बुद्धा
रूस ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सामरिक परमाणु हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास का ऐलान किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि सामरिक परमाणु हथियार कितने शक्तिशाली होते हैं और कितनी तबाही मचा सकते हैं।
रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि सैन्य अभ्यास के दौरान परमाणु हथियारों को भी शामिल किया जाएगा। यूक्रेन से जंग के बीच पहली बार रूस ने इस तरह की घोषणा की है।
रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में जो किया है उससे अमेरिका भड़का हुआ नजर आ रहा है। अमेरिका ने कहा है कि रूस की सरकार कुछ ना कुछ जरूर छिपा रही है।
जापोरीजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में हुए हमलों के बाद रूस और यूक्रेन एक दूसरे पर इसका आरोप मढ़ रहे हैं। लेकिन इस बीच अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के प्रमुख राफेल मारियानो ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
उत्तर कोरिया के सैन्य शासक किम जोंग उन ने एक बार फिर बड़ा बयान दिया है। किम ने कहा है कि युद्ध का समय आ गया है और इसके लिए तैयार रहना होगा।
रूस ने दावा किया है कि यूक्रेन ने जापोरिज्जिया न्यूक्लियर प्लांट पर ड्रोन से हमला किया है। न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हमले ने पूरे यूरोप को टेंशन में डाल दिया है। अंतरराष्ट्रीय एटॉमिक एनर्जी एजेंसी ने न्यूक्लियर पावर प्लांट पर हुए हमले को गंभीर घटना बताया है।
समंदर में चीन की हेकड़ी निकलने वाली है। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिटेन के साथ की परमाणु पनडुब्बियों की डील की है। इससे चीन की दक्षिण चीन सागर और हिंद प्रशांत क्षेत्र में फजीहत बढ़ जाएगी।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बार फिर परमाणु हथियारों के उपयोग की चेतावनी दी है। पुतिन ने कहा कि रूस पर जरा भी खतरा हुआ, तो परमाणु हथियार का इस्तेमाल करने से पीछे नहीं हटेंगे।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी की जा रही थी। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य लोगों के आउटरीच और सार्वजनिक बयानों से परमाणु संकट को टालने में मदद मिली थी।
बंदरगाह के अधिकारियों ने गुप्त सूचना देकर भारतीय रक्षा अधिकारियों को सतर्क किया जिन्होंने खेप का निरीक्षण किया और अपने संदेह की सूचना दी। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद खेप जब्त कर ली गई।
राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी देशों के कई ठिकानों पर परमाणु हमला करने के चेतावनी देकर दुनिया भर में खलबली मचा दी है। पुतिन की यह चेतावनी पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन में नाटों की ओर से सैनिक भेजे जाने के ऐलान के बाद आई है। पुतिन ने कहाकि यूरोप और पश्चिम ने यदि ऐसी गलती की तो परमाणु युद्ध हो सकता है।
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