उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर अपने दुश्मनों के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की बात कही है। किम का यह बयान अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ आया है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने दक्षिण कोरिया पर परमाणु हमले की धमकी देते कहा कि अगर उन्हें उकसाया गया तो वह न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल करने से जरा नहीं हिचकेंगे। किम ने कहा कि अगर ऐसी स्थिति आती है तो दक्षिण कोरिया का अस्तित्व ही मिटा दिया जाएगा।
इजरायल पर ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में अगर नेतन्याहू की सेना तेहरान के न्यूक्लियर साइट को निशाना बनाती है तो अमेरिका साथ नहीं देगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ तौर पर कह दिया है कि वह इस मामले में इजरायल का समर्थन नहीं करेगा।
इजरायल ने 2 महीने पहले हमास चीफ इस्माइल हानिया और अब बीते शनिवार को हिजबुल्लाह चीफ सैय्यद हसन नसरल्लाह को मौत के घाट उतारकर मध्यपूर्व में हड़कंप मचा दिया है। इजरायल की यह बहादुरी दूसरे देशों में भी जोश भर रही है। इजरायल का जुनून देख दक्षिण कोरिया ने पहली बार उत्तर कोरिया को उसका शासन नष्ट करने की धमकी दे डाली है।
बड़े-बड़े दावे करने वाला चीन अपनी परमाणु पनडुब्बी तक नहीं बचा गया। 1 साल पहले डूबी परमाणु पनडुब्बी की जानकारी भी वह शर्म के मारे सार्वजनिक नहीं कर सका। मगर अमेरिका ने उसकी सैन्य क्षमताओं की पोल खोल दी है।
‘‘हमने वादा किया है कि हम परमाणु हथियार रहित देशों या परमाणु हथियार मुक्त क्षेत्रों के विरुद्ध परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेंगे या इस्तेमाल करने की धमकी नहीं देंगे। हम अपनी परमाणु क्षमताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक स्तर पर बनाए रखेंगे।’’
रूस ने न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन या परमाणु नीति को बदल दिया है। यह बदलाव उस समय हुआ है जब रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। रूस उन गिने-चुने देशों में शामिल है जिसके पास दुनिया का सबसे बड़ा परमाणु हथियारों का भंडार है।
व्लादिमीर पुतिन ने रूस की परमाणु नीति को बदल दिया है। नई नीति के अनुसार अब रूस पर हमले का समर्थन करने वाली परमाणु शक्ति को आक्रमणकारी माना जा सकता है।
यूक्रेन को रूस पर पश्चिमी हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति दिए जाने की चर्चाओं के बीच पुतिन ने परमाणु जंग की असली तैयारी शुरू कर दी है। नाटो की सीमा पर रेडियोएक्टिव स्पाइक की मौजूदगी से नाटो से लेकर अमेरिका तक हड़कंप मच गया है।
अगर अमेरिका और ब्रिटेन यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए पश्चिमी मिसाइलों और हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति देते हैं तो यह जंग खतरनाक हो सकती है। ऐसे में पुतिन एक नया परमाणु परीक्षण कर सकते हैं। कई विशेषज्ञों ने इस बात का दावा किया है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन अपने परमाणु बमों का जखीरा बढ़ाना चाहते हैं। अभी उनके पास करीब 50 परमाणु हथियार हैं। मगर वह इसकी संख्या 150 के पार ले जाना चाहते हैं। किम ने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ाने के लिए प्रतिबंधित न्यूक्लियर यूरेनियम साइट का निरीक्षण किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के लंबा खिंचने पर अब परमाणु युद्ध की आशंका फिर से तेज हो रही है। अगर भारत, ब्राजील और चीन की ओर से युद्ध में शांति के किए जा रहे प्रयास सफल नहीं होते तो दुनिया के लिए खतरे की घंटी बज सकती है। क्योंकि परमाणु युद्ध का असर किसी न किसी रूप में पूरे विश्व पर होगा।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन अपने देश की परमाणु शक्ति को और बढ़ाने की दिशा में काम कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने एक भाषण के दौरान कहा था कि उत्तर कोरिया को गंभीर खतरा है।
दुनिया की सबसे ताकतवर पनडुब्बी रूस की टायफून क्लास है। इसकी विशालकाय संरचना और चुपचाप रहने की क्षमता बेजोड़ है। नौसेना के विशेषज्ञ इसे बेहद सम्मान के साथ देखते हैं।
रूस चंद्रमा में न्यूक्लियर पावर प्लांट बनाने की तैयारी में है। रूस की इस परियोजना का मकसद चंद्रमा में बनने वाले बेस को ऊर्जा की आपूर्ति करना है। रूस का यह कदम बेहद अहम और अंतरिक्ष में नए युग की शुरुआत का संकेत है।
रूस की मौजूदा न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन को वर्ष 2020 में संशोधन किया गया था। रूस की परमाणु नीति उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का बेहद अहम हिस्सा है। चलिए जानते हैं कि रूस की न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन क्या है और क्या इसमें बदलाव की संभावना है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट का कहना है कि ईरान ने अपने समृद्ध यूरेनियम भंडार को हथियार-ग्रेड स्तर के करीब तक बढ़ा लिया है। जानकारी के मुताबिक, ईरान हथियार बनाने से बस छोटे से तकनीकी कदम की दूरी पर है।
आधिकारिक तौर पर इसके शामिल होने के बाद भारत के पास दो एसएसबीएन न्यूक्लियर सबमरीन हो जाएंगी। इससे पहले साल 2016 में स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी ‘आईएनएस अरिहंत’ को जंगी बेड़े में शामिल किया था।
रूस के कुर्स्क क्षेत्र में यूक्रेनी घुसपैठ के बाद प्लांट में बड़े परमाणु हादसे का खतरा होने की चेतावनी ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है। जंग वाले क्षेत्र से यह प्लांट सिर्फ 40 किलोमीटर की दूरी पर है। ऐसे में IAEA प्रमुख की चेतावनी है कि यहां किसी भी वक्त बड़ी दुर्घटना की खबर आ सकती है।
बिहार के गोपाल जिले में संदिग्ध पदार्थ पाए जाने के बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस रेडियो एक्टिव पदार्थ को कैलिफोर्नियम माना जा रहा है। इसकी पुख्ता जांच के लिए मुंबई से भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र से टीम गोपालगंज आई हुई है।
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