ईरान के परमाणु कार्यक्रम को इजराइल मौजूदा खतरा मानता है और उसने ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को नाकाम करने का संकल्प लिया है।
भारत ने सोमवार को इस बात को रेखांकित किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को परमाणु हथियारों, उनकी आपूर्ति प्रणाली, कलपुर्जों और संबंधित प्रौद्योगिकियों के नेटवर्कों के अवैध प्रसार पर ध्यान देने की जरूरत है।
दरअसल, भारत की अग्नि-5 मिसाइल की पहुंच में पूरा चीन है। इसलिए भारत की अग्नि-5 मिसाइल चीन के लिए चिंता का विषय है। यह मिसाइल बेहद शक्तिशाली है, और 5,000 किलोमीटर तक मार कर सकती है।
ईरान के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने फ्रांस के अपने समकक्ष इमैनुएल मैक्रों के साथ फोन पर बातचीत के दौरान वैश्विक शक्तियों के साथ हुए तेहरान के परमाणु समझौते को पुनजीर्वित करने के लिए फिलहाल रुकी हुई वार्ताओं में ईरान के अधिकार सुरक्षित रखने में मदद करने का आग्रह किया।
ईरानी अधिकारियों ने राजधानी तेहरान के निकट असैन्य परमाणु केंद्र को ‘नुकसान पहुंचाने वाले हमले’ को नाकाम कर दिया है।
भारत परमाणु शस्त्रों के मामले में अपने चिर प्रतिद्वंदियों, चीन और पाकिस्तान से पीछे है। स्टॉकहोम इंटरनैशनल पीस इंस्टिट्यूट (SIPRI) ने सोमवार को ताजा आंकड़े जारी किए हैं जिनके अनुसार, चीन के पास अभी 350, पाकिस्तान के पास 165 जबकि भारत के पास 156 परमाणु शस्त्र हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश की रक्षा करने में इसकी परमाणु क्षमता पर शनिवार को पूरा भरोसा जताया। खान ने सामरिक बल कमान के एक परमाणु केन्द्र का दौरा किया, जो परमाणु सामग्री की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।
खबरों के मुताबिक इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के खुफिया दस्ते ने बम विस्फोट करके ईरान के मुख्य परमाणु संयंत्र नातान्ज के बिजली आपूर्ति व्यवस्था को बुरी तरह से तबाह कर दिया है।
के-2 पाकिस्तान में पहला न्यूक्लियर पावर प्लांट है और इसकी उत्पादन क्षमता 1100 मेगावॉट है, जो निश्चित रूप से देश की अर्थव्यवस्था को सुधारने में मदद करेगा।
रक्षा मंत्री बेंजी गाट्ज ने अमेरिकी समाचार चैनल ‘फॉक्स न्यूज’ से कहा कि इस्राइल अब भी अपनी योजनाओं पर काम कर रहा है लेकिन ‘फिलहाल सब कुछ हमारे हाथों में है।’
ईरान के एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक की अज्ञात हमलावरों ने शुक्रवार को हत्या कर दी। चश्मदीदों के मुताबिक, इस घटना में 3-4 हमलावर भी मारे गए हैं।
रूस ने मंगलवार को कहा कि वह परमाणु आयुधों की संख्या को मौजूदा सीमा पर ही बरकरार रखने तथा दोनों देशों के बीच पिछले हथियार नियंत्रण समझौते को एक वर्ष के लिये और बढ़ाने के अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिये तैयार है।
अमेरिका और चीन के बीच उपजे हालिया तनावों के चलते अब दोनों देशों के बीच हथियारों की जंग भी शुरू होती दिखाई दे रही है।
चीन की बढ़ती आक्रामकता पर लगाम कसने के लिए अब अमेरिका ने भी कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। ड्रैगन द्वारा हाल ही में किए गए मिसाइल परीक्षण के जवाब में अमेरिका की सेना ने वॉशिंगटन से बीजिंग तक मार करने वाली मिसाइल का परीक्षण किया है।
रूस की सेना ने शुक्रवार को प्रकाशित एक लेख में बेहद ही गंभीर चेतावनी देते हुए कहा है कि उसका देश अपने क्षेत्र में आने वाले किसी भी बैलिस्टिक मिसाइल को परमाणु हमले के तौर पर देखेगा।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कहा कि उनके देश की कड़ी मेहनत से हासिल किए गए परमाणु हथियार सुरक्षा की ठोस गारंटी हैं और स्थिर, प्रभावी निवारक हैं जो दूसरे कोरियाई युद्ध को रोक सकते हैं।
भारत की परमाणु रणनीति का फोकस अब पाकिस्तान से हट कर चीन पर शिफ्ट हो रहा है। ये निष्कर्ष ‘बुलेटिन ऑफ एटॉमिक साइंटिस्ट्स’ में प्रकाशित एक स्टडी का है।
लद्दाख में जारी तनाव के बीच चीन ने भारतीय उपमहादीप में अपनी परमाणु पनडुब्बी भेज दी है। हालांकि भारत हर मोर्च पर चीन का मुकाबला करने के लिए पहले से तैयार है, जानिए चीन की इस चाल का जवाब कैसे देगा भारत।
सिपरी ने अपनी 2019 की रिपोर्ट में कहा था कि चीन के परमाणु जखीरे में 290 हथियार हैं जबकि भारत के पास 130 से 140 के करीब हथियार।
पाकिस्तान के रेलमंत्री शेख राशिद ने शनिवार को दावा किया कि तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ वर्ष 1998 में भारत के परमाणु परीक्षण के जवाब में परमाणु परीक्षण करने के खिलाफ थे।
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