Vladimir Putin-Nuclear Weapons: शुक्रवार को उनके द्वारा किए गए इस दावे ने परमाणु हथियारों के दांव को लेकर आशंकाएं और बढ़ा दी हैं कि अमेरिका ने द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान परमाणु बम का इस्तेमाल कर “एक मिसाल कायम की है।’’
Pakistan on India: किदवई ने कहा कि भारत में कट्टरपंथी विचारधारा वाली सरकार और परमाणु शक्ति का होना एक खतरनाक कॉम्बिनेशन है। किदवाई ने कहा कि यह दक्षिण एशिया की स्थिरता के लिए बड़ा खतरा है।
North Korea Nuclear Weapons: किम ने गुरुवार को उत्तर कोरिया की संसद में ये बात कही थी। संसद में सदस्यों ने परमाणु हथियार का उपयोग करने से जुड़ा प्रस्ताव भी पारित किया था। इस प्रस्ताव को किम ने परमाणु हथियारों के संबंध में देश की स्थिति को पुख्ता करने वाला कदम बताया।
Iran Israel Mossad Operations: कोहेन ने जोर देकर कहा, ‘बहुत विस्तार में गए बिना, मैं कह सकता हूं कि मोसाद ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ कई सफल लड़ाई लड़ीं।’ उन्होंने दावा किया, ‘हमने पुरी दुनिया और ईरानी सरजमीं भी पर कार्रवाई की, यहां तक कि अयातुल्लाह के बेहद करीब भी।’
अमेरिका खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक विलियम बर्न्स ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अमेरिका रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की यूक्रेन में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकी को कतई हल्के में नहीं ले सकता।
रूस यूक्रेन युद्ध के 55 दिन हो चुके हैं लेकिन ये संघर्ष अभी तक थमता नहीं दिखाई दे रहा है। हाल ही में एक फुटेज में चार रूसी टीयू-95 न्यूक्लियर बॉम्बर जिन्हें बियर के नाम से जाना जाता है, रूस के कलुगा क्षेत्र में उड़ते दिखाई दिए।
इससे पहले यूक्रेन पर आक्रमण की घोषणा करते हुए, पुतिन ने स्पष्ट रूप से रूस के ‘दुनिया की सबसे शक्तिशाली परमाणु शक्तियों में से एक’ होने का जिक्र किया था।
उत्तर कोरिया ने परमाणु हथियारों और लंबी दूरी की मिसाइलों का परीक्षण फिर से शुरू करने का संकेत दिया है।
एक आतंकवाद विरोधी विशेषज्ञ ने कहा, "मुझे लगता है कि यह एक वास्तविक चिंता है। हमें पाकिस्तानी अधिकारियों से नियमित रूप से आश्वासन मिलता है कि उनके पास परमाणु हथियार कड़े नियंत्रण में हैं, लेकिन चिंता की बात तो है।"
अमेरिका के पास अभी 3,750 परमाणु हथियार हैं और इसे बढ़ाने की उसकी कोई योजना नहीं है। 2003 तक अमेरिका के परमाणु हथियारों की कुल संख्या लगभग 10,000 थी।
भारत ने सोमवार को इस बात को रेखांकित किया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को परमाणु हथियारों, उनकी आपूर्ति प्रणाली, कलपुर्जों और संबंधित प्रौद्योगिकियों के नेटवर्कों के अवैध प्रसार पर ध्यान देने की जरूरत है।
अमेरिका और चीन के बीच उपजे हालिया तनावों के चलते अब दोनों देशों के बीच हथियारों की जंग भी शुरू होती दिखाई दे रही है।
भारत की परमाणु रणनीति का फोकस अब पाकिस्तान से हट कर चीन पर शिफ्ट हो रहा है। ये निष्कर्ष ‘बुलेटिन ऑफ एटॉमिक साइंटिस्ट्स’ में प्रकाशित एक स्टडी का है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने बुधवार को कहा कि ईरान परमाणु हथियार विकसित करने के लिये कदम उठा सकता है लेकिन वो ऐसा नहीं करेगा क्योंकि उनका इस्तेमाल इस्लाम के मुताबिक "हराम" है।
भारत और पाकिस्तान के बीच अगर परमाणु युद्ध हुआ तो एक सप्ताह से कम समय के भीतर ही 50 लाख से 12.5 करोड़ लोगों की जान जा सकती है। यह संख्या छह साल चले दूसरे विश्व युद्ध में मारे गए लोगों की संख्या के मुकाबले बहुत ज्यादा होगी।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान न्यूक्लियर हथियारों की धमकी देने के बाद अब अपने सुर बदलने लगे हैं। शायद यही वजह है कि वे बोल रहे हैं कि पाकिस्तान की तरफ से कभी भी किसी तरह की पहल नहीं होगी।
दरअसल इमरान खान न्यूक्लियर बम की धमकी देकर पूरी दुनिया का ध्यान कश्मीर के मुद्दे पर खींचने का असफल प्रयास कर रहा है, लेकिन दुनियाभर के सभी बड़े देश कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बता चुके हैं।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में इस नीति में बदलाव भी हो सकता है
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध का विचार ही आत्मघाती है। उन्होंने कहा कि अगर भारत अपने परमाणु हथियारों को त्याग दे तो पाकिस्तान भी ऐसा करने में देर नहीं करेगा।
18 मई 1974 को भारत ने राजस्थान के जैसलमेर से करीब 140 किमी दूर एक गांव में परमाणु परीक्षण किया और दुनिया को बताया कि भारत भी परमाणु शक्ति वाला देश हैं। ये परमाणु परीक्षण लोहारकी गांव के पास मलका गांव के एक सूखे कुएं में किया गया था।
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