ब्रिटेन की परमाणु पनडुब्बी शिपयार्ड में भीषण आग लग जाने से समुद्र में हलचल मच गई है। आग की भयावहता से न्यूक्लियर रिस्क का सबसे बड़ा खतरा सता रहा है।
आईएनएस अरिदमन अपग्रेड है और यह K-4 बैलिस्टिक मिसाइलों को ले जा सकते हैं। ये 3500 किलोमीटर की मारक क्षमता वाली न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल से भी लैस होगा।
भारत अपनी नौसेना को अधिक से अधिक मजबूत करने की दिशा में बड़े कदम उठा बढ़ा रहा है। इसी क्रम में दो स्वदेशी परमाणु पनडुब्बियां भारत में बनने जा रही है। इन पनडुब्बियों के नौसेना में शामिल होने से इंडियन ओशन रीजन में भारत की ताकत में इजाफा होगा।
बड़े-बड़े दावे करने वाला चीन अपनी परमाणु पनडुब्बी तक नहीं बचा गया। 1 साल पहले डूबी परमाणु पनडुब्बी की जानकारी भी वह शर्म के मारे सार्वजनिक नहीं कर सका। मगर अमेरिका ने उसकी सैन्य क्षमताओं की पोल खोल दी है।
दुनिया की सबसे ताकतवर पनडुब्बी रूस की टायफून क्लास है। इसकी विशालकाय संरचना और चुपचाप रहने की क्षमता बेजोड़ है। नौसेना के विशेषज्ञ इसे बेहद सम्मान के साथ देखते हैं।
आधिकारिक तौर पर इसके शामिल होने के बाद भारत के पास दो एसएसबीएन न्यूक्लियर सबमरीन हो जाएंगी। इससे पहले साल 2016 में स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी ‘आईएनएस अरिहंत’ को जंगी बेड़े में शामिल किया था।
समंदर में चीन की हेकड़ी निकलने वाली है। ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिटेन के साथ की परमाणु पनडुब्बियों की डील की है। इससे चीन की दक्षिण चीन सागर और हिंद प्रशांत क्षेत्र में फजीहत बढ़ जाएगी।
48 परमाणु बमों से लैस ब्रिटिश न्यूक्लियर पनडुब्बी अटलांटिक महासागर में लगभग डूब गई थी। इस सबमरीन में चालक दल के 140 सदस्य भी सवार थे। लेकिन फिर एक चमत्कार हुआ। पढ़िए पूरी डिटेल।
चीन की परमाणु पनडुब्बी ने दुश्मनों के लिए जो जाल बिछाया, खुद उसी में फंस गई। बताया जा रहा है कि ऑक्सीजन सिस्टम फेल होने की वजह से दम घुटने से 55 नौसैनिकों की मौत की आशंका है। यूके की एक सीक्रेट रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है।
भारत और फ्रांस स्ट्रटेजिक पार्टनर रहे हैं। फ्रांस से राफेल खरीदने के बाद भारतीय वायुसेना की ताकत में इजाफा हुआ है। अब समंदर में भारत की ताकत बढ़ाने की बारी है। इसके लिए दोनों देशों के बीच 6 परमाणु पनडुब्बियों को लेकर बात चल रही है।
नौ वर्षों में नई ताकत के साथ उभरी भारतीय सेना ने दुश्मनों की धड़कनें बढ़ा दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में सेना अत्याधुनिक हथियारों, राफेल लड़ाकू विमानों, आइएनएस विक्रांत जैसे युद्धपोतों और खतरनाक परमाणु पनडुब्बियों से लैश है। अब पाकिस्तान और चीन भी भारत की नई सेना की ताकत से हैरान हैं।
चीनी पनडुब्बी को ढूंढकर नेस्तनाबूत करने की तैयारी तो पहले से ही सैन्याभ्यास में चल रही है। इसी बीच फ्रांस ने 6 न्यूक्लियर पनडुब्बियां भारत को देने का ऑफर किया है। फ्रांस की तरफ से मिला यह ऑफर बिल्कुल ऑकस की तरह होगा।
लद्दाख में जारी तनाव के बीच चीन ने भारतीय उपमहादीप में अपनी परमाणु पनडुब्बी भेज दी है। हालांकि भारत हर मोर्च पर चीन का मुकाबला करने के लिए पहले से तैयार है, जानिए चीन की इस चाल का जवाब कैसे देगा भारत।
भारतीय नौसेना की 24 पनडुब्बियों के निर्माण की योजना है जिसमें छह परमाणु हमलावर पनडुब्बियां होंगी। यह जानकारी एक संसदीय समिति को दी गई।
पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने पर नौसेना ने विमानवाहक पोत विक्रमादित्य, परमाणु पनडुब्बियां और अन्य पोत तैनात किए थे।
भारत ने बृहस्पतिवार को 10 वर्ष की अवधि के लिए भारतीय नौसेना के लिए परमाणु क्षमता से संपन्न हमलावर पनडुब्बी पट्टे पर लेने के लिए रूस के साथ तीन अरब डॉलर का समझौता किया।
भारत ने परमाणु पनडुब्बी ‘आईएनएस अरिहंत’ को हाल में तैनात करने पर चिंता जताने के लिये पाकिस्तान की शुक्रवार को आलोचना की। भारत ने कहा कि यह टिप्पणी ऐसे देश से आई है जिसके लिये ‘जिम्मेदारी के सिद्धांत’ का अस्तित्व ही नहीं है।
भारत की परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत की हालिया तैनाती को लेकर पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को चिंता जाहिर करते हुए कहा कि दक्षिण एशिया में परमाणु और परंपरागत क्षेत्रों में चुनौतियों से निपटने के लिए इस्लामाबाद की क्षमता पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए।
डॉन समाचार पत्र ने जनरल किदवई के हवाले से कहा, ‘‘हमारे सामरिक बल के विकास का इतिहास स्पष्ट रूप से इंगित करता है कि पाकिस्तान ने कभी भी इस (रणनीतिक) संतुलन में व्यवधान उत्पन्न करने की अनुमति नहीं दी।
देश की पहली परमाणु पनडुब्बी INS अरिहंत ने सोमवार को अपना पहला गश्ती अभियान पूरा किया। इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि अरिहंत का अर्थ है, दुश्मन को नष्ट करना।
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