अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कार्यकाल अब 2 महीने से भी कम का रह गया है, लेकिन उनके द्वारा उठाया जा रहा हर कदम रूस-यूक्रेन युद्ध को और अधिक भड़काता जा रहा है। पहले यूक्रेन को रूस पर विदेशी हथियारों से हमले की इजाजत देना और अब परमाणु हमले से जेलेंस्की को बेखौफ करना उसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने एक बार फिर अपने दुश्मनों के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने की बात कही है। किम का यह बयान अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ आया है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग ने दक्षिण कोरिया पर परमाणु हमले की धमकी देते कहा कि अगर उन्हें उकसाया गया तो वह न्यूक्लियर हथियारों का इस्तेमाल करने से जरा नहीं हिचकेंगे। किम ने कहा कि अगर ऐसी स्थिति आती है तो दक्षिण कोरिया का अस्तित्व ही मिटा दिया जाएगा।
व्लादिमीर पुतिन ने रूस की परमाणु नीति को बदल दिया है। नई नीति के अनुसार अब रूस पर हमले का समर्थन करने वाली परमाणु शक्ति को आक्रमणकारी माना जा सकता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के लंबा खिंचने पर अब परमाणु युद्ध की आशंका फिर से तेज हो रही है। अगर भारत, ब्राजील और चीन की ओर से युद्ध में शांति के किए जा रहे प्रयास सफल नहीं होते तो दुनिया के लिए खतरे की घंटी बज सकती है। क्योंकि परमाणु युद्ध का असर किसी न किसी रूप में पूरे विश्व पर होगा।
रूस की मौजूदा न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन को वर्ष 2020 में संशोधन किया गया था। रूस की परमाणु नीति उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा नीति का बेहद अहम हिस्सा है। चलिए जानते हैं कि रूस की न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन क्या है और क्या इसमें बदलाव की संभावना है।
रूसी और अमेरिकी राजनयिकों के अनुसार यूक्रेन युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक मोड़ की ओर बढ़ चुका है। इस दौरान परमाणु हमले के खतरे को लेकर पूरी दुनिया आशंकित है। मगर पुतिन ने अब साफ कर दिया है कि वह यूक्रेन पर परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेंगे या नहीं ?
रूस ने पहली बार सार्वजनिक रूप से सामरिक परमाणु हथियारों के साथ सैन्य अभ्यास का ऐलान किया है। ऐसे में सवाल उठता है कि सामरिक परमाणु हथियार कितने शक्तिशाली होते हैं और कितनी तबाही मचा सकते हैं।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, रूस द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हमले की तैयारी की जा रही थी। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य लोगों के आउटरीच और सार्वजनिक बयानों से परमाणु संकट को टालने में मदद मिली थी।
राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी देशों के कई ठिकानों पर परमाणु हमला करने के चेतावनी देकर दुनिया भर में खलबली मचा दी है। पुतिन की यह चेतावनी पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन में नाटों की ओर से सैनिक भेजे जाने के ऐलान के बाद आई है। पुतिन ने कहाकि यूरोप और पश्चिम ने यदि ऐसी गलती की तो परमाणु युद्ध हो सकता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन ने अपने देश के बच्चों को बमबारी करने और परमाणु हमले से बचने की ट्रेनिंग देने का ऐलान किया है। इसके लिए रूसी सरकार ने बकायदा पाठ्यक्रम भी बनाया है। इस पाठ्यक्रम को स्कूलों में आगामी सितंबर माह से लागू कर दिया जाएगा। रूस की इस तैयारी को लेकर यूक्रेन समेत अन्य यूरोपीय देश भी अलर्ट हो रहे हैं
हमास का लादेन कहे जाने वाले लीडर इस्माइल हानिया ने पाकिस्तान से बड़ी अपील की है। हानिया ने मुस्लिम कार्ड खेलते हुए पाकिस्तान से कहा है कि वह इजराइल को न्यूक्लियर जंग की धमकी दे।
भारत ने जी-20 शिखर सम्मेलन में संयुक्त घोषणा पत्र में आम सहमति बनाते हुए बतौर अध्यक्ष दुनिया को बड़ा संदेश देने वाला ऐलान किया है। नई दिल्ली की ओर से आम सहमति से जारी डिक्लेरेशन में रूस-यूक्रेन युद्ध और तीसरे विश्व युद्ध के खतरों के बीच परमाणु हथियारों के इस्तेमाल और धमकी को अस्वीकार्य बताया गया है।
भारत ने जिस चांद पर आज अपना परचम फहराया है, उसे अमेरिका ने कभी न्यूक्लियर बम से उड़ाने की प्लानिंग कर डाली थी। अगर तब अमेरिका ने चांद पर परमाणु बम विस्फोट कर दिया होता तो आज चांद किस दशा में होता, इसकी कल्पना कर पाना भी मुश्किल होता। अमेरिका का यह सीक्रेट प्लान कामयाब हो गया होता तो इससे पूरी मानवता को खतरा हो सकता था।
अमेरिका को डर है कि कहीं रूस गुस्से में आकर यूक्रेन पर परमाणु हमला न कर दे। रूस ने अमेरिका के साथ परमाणु संधि को फरवरी में ही तोड़कर अपने खतरनाक इरादों का एहसास पूरी दुनिया को करा दिया।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1945 में अमेरिका द्वारा जापान के हिरोशिमा और नागासाकी में गिराए गए परमाणु बम से हुई त्रासदी की यादें उस वक्त ताजा हो गईं, जब राष्ट्रपति जो बाइडेन हमले की दर पर पहुंचे।
डूम्सडे क्लॉक को प्रलय की घड़ी कहा जाता है। दुनियाभर के शीर्ष परमाणु वैज्ञानिक खतरों को देखते हुए 1947 से यह बताते आ रहे हैं कि दुनिया महाविनाश से कितनी दूर है। परमाणु वैज्ञानिकों के मुताबिक, दुनिया अब तबाही से सिर्फ 90 सेकेंड की दूरी पर रह गई है।
भारत के फाइटर जेट्स ने पुलवामा आतंकी हमले में CRPF के 40 जवानों की शहादत के जवाब में फरवरी 2019 में पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ट्रेनिंग कैंप को तबाह कर दिया था।
Russia-Ukraine War: रूस और यूक्रेन युद्ध अब बेहद खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है। रूस ने अभी से यह ऐलान कर दिया है कि वह हर हाल में युद्ध जीतेगा। इधर यूक्रेन हथियारों की कमी से जूझ रहा है।
रक्षा मंत्री शोइगु ने कहा, 'हम परमाणु हथियार विकसित करना जारी रखेंगे और अपनी लड़ाकू तत्परता भी बनाए रखेंगे, क्योंकि परमाणु हथियार रूस की सुरक्षा का एक बड़ा कारण रहे हैं और रहेंगे।'
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