सेंसेक्स 285 अंक गिरकर 40914 पर और निफ्टी 94 अंक गिरकर 12036 पर बंद
शुरुआती कारोबार में भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर विदेशी संकेतों के दबाव में हैं
घरेलू शेयर बाजार में कारोबार की शुरुआत शुक्रवार को नरमी के साथ हुई, लेकिन लिवाली बढ़ने से बाजार संभला और प्रमुख शेयर संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 41,500 तक उछला जबकि निफ्टी 12,200 के ऊपर तक चढ़ा।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने सोमवार को भारत के आर्थिक वृद्धि के अनुमान को 2019 के लिये कम कर 4.8 प्रतिशत किया है। इसके बाद बाजार की धारणा प्रभावित हुई।
सेंसेक्स की कंपनियों में कोटक महिंद्रा बैंक में सर्वाधिक 4.70 प्रतिशत की गिरावट रही। बैंक ने सोमवार को जारी परिणाम में बताया कि तीसरी तिमाही में उसकी गैर-निष्पादित संपत्तियां बढ़ी हैं।
कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को भारतीय घरेलू शेयर बाजार रिकॉर्ड बढ़त के साथ खुला लेकिन प्रो-ओपनिंग की तेजी बाजार में ज्यादा देर तक टिक नहीं पाई।
कंपनियों के तिमाही नतीजों तथा आगामी आम बजट को लेकर उम्मीदों से ही कारोबारी सप्ताह के पहले दिन यानी आज सोमवार को शेयर बाजार रिकॉर्ड स्तर पर खुला।
रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और एचसीएल जैसी बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणामों की घोषणा से पहले शुक्रवार को शेयर बाजारों की शुरुआत में निवेशकों का रुख सावधानी भरा रहा।
कारोबारियों ने कहा कि अमेरिका-चीन करार के बीच नए उच्चस्तर को छूने के बाद बाजार बैंकों की ऊंची गैर निष्पादित आस्तियों (एनपीए) और खुदरा मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी से दबाव में आ गया।
सेंसेक्स ने पहली बार 42,000 का स्तर छुआ, शुरुआती कारोबार में 134.58 अंक चढ़ा। निफ्टी भी 32.35 अंक चढ़कर 12,375.65 के स्तर पर पहुंचा ।
अमेरिका और चीन के बीच पहले चरण के व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर के बाद भारतीय शेयर बाजार भी गुरुवार को तेजी के साथ हरे निशान पर खुले।
सेंसेक्स की कंपनियों में हीरो मोटोकॉर्प का शेयर सबसे अधिक 2.15 प्रतिशत चढ़ गया। आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टेक महिंद्रा, नेस्ले, एक्सिस बैंक, एनटीपीसी, एचडीएफसी और टीसीएस के शेयर भी लाभ में रहे।
कॉफी डे एंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई पर 4.92 प्रतिशत लुढ़क कर 39.65 रुपए पर बंद हुआ। एनएसई पर यह 4.91 प्रतिशत टूटकर 39.65 रुपए पर बंद हुआ।
सेंसेक्स और निफ्टी सोमवार को शुरुआती कारोबार में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए। सकारात्मक घरेलू और वैश्विक रुख तथा इन्फोसिस के शेयर में उछाल के बीच बाजार में तेजी आई।
निवेशकों को उम्मीद है कि सरकार अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए जरूरी कदम उठाएगी।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ शांति की पेशकश की है। ट्रंप के इस बयान के बाद घरेलू निवेशकों ने राहत की सांस ली।
ईरान द्वारा इराक में अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर मिसाइल हमले के बाद पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ा है, जिससे निवेशकों की सोच प्रभावित हुई है।
इन घटनाक्रमों के बीच ब्रेंट कच्चा तेल वायदा 0.26 प्रतिशत टूटकर 68.73 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
पूंजी बाजार में उतरने की एनएसई की योजना को अप्रैल 2019 में पूंजी बाजार नियामक ने छह माह के लिए रोक दिया था।
50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का सूचकांक निफ्टी 233.60 अंक गिरकर 11,993.05 अंक पर बंद हुआ।
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