‘को-लोकेश’ मामले में कारोबारियों को NSE परिसर में सर्वर लगाने की अनुमति दी गई थी। यह मामला ‘हाईफ्रीक्वेंसी’ कारोबार में कुछ इकाइयों को कथित रूप से आंकड़ा प्राप्त होने में तरजीह देने से जुड़ा है।
सेंसेक्स में शामिल इंडसइंड बैंक, एसबीआई और कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में अच्छी तेजी दर्ज की गई। हालांकि, आज एक बार फिर अडाणी ग्रुप की कंपनियों में बिकवाली हवी रही।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स एक समय 621.17 अंक तक उछलकर 63,303.01 अंक तक पहुंच गया था जो इसका अबतक का उच्चतम स्तर है।
मंगलवार के कारोबार में BSE का 30 शेयरों वाला Sensex लगातार चौथे कारोबारी सत्र में लाभ में रहा और 374.76 अंक यानी 0.62 प्रतिशत की बढ़त के साथ 61,121.35 अंक पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों में सोल और तोक्यो में बढ़त थी, जबकि शंघाई और हांगकांग में गिरावट हुई। अमेरिकी बाजार सोमवार को गिरावट के साथ बंद हुए थे।
एक्सचेंज ने बयान में कहा कि निवेशकों को आगाह किया जाता है कि वे इकाइयों/व्यक्तियों द्वारा शेयर बाजार में रिटर्न की गारंटी के साथ पेश की जाने वाली योजनाओं में निवेश नहीं करें।
NSE Phone Tapping Case: मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के कर्मचारियों के कथित फोन टैपिंग के एक मामले में जमानत के लिए दिल्ली की एक अदालत का रुख किया।
सप्ताह के दौरान अंबुजा सीमेंट, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इंडसइंड बैंक, Bank of Maharashtra, Alok Industries और विप्रो के तिमाही नतीजे भी आने हैं।
CBI: सीबीआई ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कर्मियों के फोन टैपिंग मामले में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर संजय पांडे से पूछताछ की है। हाल ही में CBI ने संजय पांडे और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की पूर्व MD और CEO चित्रा रामकृष्ण के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
CBI: सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई पूर्व कमिश्नर पांडे के खिलाफ दर्ज FIR के सिलसिले में दिल्ली-एनसीआर, मुंबई, पुणे, कोटा, लखनऊ, चंडीगढ़ और अन्य शहरों में 20 स्थानों पर छापेमारी कर रहा है।
सेबी ने शेयर ब्रोकर वे टू वेल्थ ब्रोकर्स और जीकेएन सिक्योरिटीज तथा संपर्क इन्फोटेनमेंट एवं उनके कर्मचारियों पर जुर्माना लगाया है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (शोध) अजीत मिश्रा ने कहा, हमें उम्मीद है कि जून महीने के वायदा सौदों के पूरा होने के कारण इस सप्ताह भी अस्थिरता अधिक रहेगी।
दर्जनों सरकारी कंपनियों के IPO ने निवेशकों को पैसा डुबोया है। एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 12 वर्षों के दौरान बाजार निवेशकों को सरकारी कंपनियों (CPSE) के IPO से 4,000 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हुआ है ।
एफपीआई का हिस्सा घरेलू शेयरों में इस साल मार्च में 19.5 प्रतिशत तक गिरकर 619 अरब डॉलर रह गया, जो कोविड-पूर्व स्तर के करीब है।
इन शेयर ब्रोकरों को एक्सचेंज के नियामकीय प्रावधानों का पालन न करने के चलते दिवालिया घोषित किया गया है।
आज 59 वर्षीय रामकृष्ण एक अजीबोगरीब घोटाले के केंद्र में हैं, जब बाजार नियामक सेबी की जांच में यह पता चला कि एक्सचेंज के प्रमुख व्यावसायिक निर्णय लेने में उन्हें एक रहस्यमय हिमालयी योगी निर्देश दे रहे थे।
रामकृष्ण और सुब्रमण्यम के परिसरों पर आयकर विभाग की मुंबई जांच शाखा के अधिकारियों ने सुबह तड़के छापा मारा।
चित्रा के सिरोमणि योगी का जिक्र आते ही लोगों को चंद्रा स्वामी की याद आ गई। 90 के दशक में नरसिम्हा राव सरकार में उनका दखल किसी से छिपा नहीं था।
शेयर मार्केट विशेषज्ञ आगे भी बाजार में तेजी की बात कर रहे हैं। आने वाले समय में बाजार रिकॉर्ड हाई पर पहुंच सकता है।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष शोध अजित मिश्रा ने कहा, महत्वपूर्ण घटनाक्रमों के बीच बाजार भागीदारों की नजर इस सप्ताह मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की नीतिगत समीक्षा बैठक पर होगी।
संपादक की पसंद