आज के कारोबार में निफ्टी के 50 में से 39 शेयरों, सेंसेक्स के 30 में से 22 शेयरों और बैंक निफ्टी के 12 में से 10 शेयरों गिरावट देखने को मिली।
कश्मीर मुद्दे को लेकर भी निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई है। कश्मीर में अधिकारियों ने संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी है।
घरेलू शेयर बाजार में तेज बिकवाली देखने को मिल रही है, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 400 अंक लुढ़क गया है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 32.60 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की तेजी के साथ 11,118.00 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता तथा फेडरल रिजर्व की नीति से पहले बाजारों में तेजी आई।
कमजोर वैश्विक संकेतों एवं विदेशी निवेशकों की बिकवाली से बीएसई सेंसेक्स सोमवार को 197 अंक गिरकर बंद हुआ। इसी तरह एनएसई का निफ्टी भी 95 अंक टूटकर बंद हुआ।
घरेलू शेयर बाजार में सोमवार को कारोबार की शुरूआत तेजी के साथ हुई, लेकिन जल्द घरेलू कारकों और कमजोर विदेशी संकेतों से बाजार में जल्द ही नकारात्मक रुख देखने को मिला और सेंसेक्स 100 अंकों से ज्यादा टूट गया।
कारोबारियों के अनुसार जुलाई के वायदा एवं विकल्प अनुबंधों के समाप्त होने से बाजार में उतार-चढ़ाव रहा।
एशिया के अन्य बाजारों में चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक, हांगकांग का हैंगसेंग में तेजी दर्ज की गई, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी लाभ में रहा।
बीएसई के 19 सेक्टरों में से 10 सेक्टरों के सूचकांकों में तेजी रही जबकि नौ सेक्टरों में गिरावट दर्ज की गई।
बैंक निफ्टी 600 प्वाइंट फिसल गया। छोटे और मझोले शेयरों में भी जोरदार बिकवाली देखने को मिली।
विदेशी बाजार से मिले मजबूत संकेतों से शुक्रवार को घरेलू बाजार की शुरुआत तेजी के साथ हुई मगर जल्द ही गिरावट आ गई।
टाटा मोटर्स का शेयर 5.53 प्रतिशत उछला। कंपनी के ब्रिटिश ब्रांड जेएलआर के ब्रिटेन की सरकार से कर्ज गारंटी हासिल करने के बाद कंपनी का शेयर चमका।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 35.85 अंक यानी 0.31 प्रतिशत की गिरावट के साथ 11,588.35 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान सूचकांक 11,618.40 - 11,532.30 अंक के दायरे में रहा। सें
बजट के बाद पहली बार घरेलू बाजार मजबूती के साथ खुला। इसका कारण एशियाई बाजारों में सकारात्मक रुख था।
सोमवार को दोपहर 1:40 पर बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1.72 प्रतिशत या 678.21 अंक की गिरावट के साथ 38,835.18 अंक पर कारोबार कर रहा था।
आर्थिक सर्वेक्षण में चालू वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी वृद्धि के सात प्रतिशत पर रहने के अनुमान के बाद बाजार धारणा सकारात्मक रही।
एशिया में चीन और जापान में शेयर बाजारों में तेजी रही, जबकि हांगकांग और दक्षिण कोरिया के बाजारों में गिरावट रही। वहीं यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी का रुख रहा।
कारोबारियों के अनुसार एशिया के अन्य बाजारों में कमजोर रुख का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी छह अंक या 0.05 प्रतिशत के नुकसान से 11,841.55 अंक पर बंद हुआ।
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