सकारात्मक वैश्विक संकेतों एवं रुपए की मजबूती से बैंकिंग, धातु एवं फार्मास्यूटिकल कंपनियों के शेयरों में लिवाली से शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 181 चढ़कर बंद हुआ।
प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 363.05 अंकों की गिरावट के साथ 35,891.52 पर और निफ्टी 117.60 अंकों की गिरावट के साथ 10,792.50 पर बंद हुआ।
नए साल के पहले दिन शेयर बाजारों की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ हुई। भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा है कि बैंकिंग क्षेत्र की स्थिति सुधर रही है।
रुपए में सुधार के बीच विदेशी पूंजी निवेश बढ़ने से शेयर बाजार में लगातार तीसरे दिन तेजी का रुख रहा। शुक्रवार को सेंसेक्स करीब 270 अंक चढ़कर 36,000 अंक के पार पहुंच गया।
दिसंबर सीरीज डेरीवेटिव्स कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी और सकारात्मक वैश्विक रुख के कारण गुरुवार को बीएसई का बेंचमार्क सेंसेक्स 157 अंक मजबूत हो गया।
अमेरिकी बाजार में मजबूती के संकेत तथा बैंकिंग शेयरों की तेजी से बुधवार को सेंसेक्स करीब 700 अंकों के दायरे में उतार-चढ़ाव के बाद अंतत: तीन दिनों की गिरावट से उबर कर 180 अंक लाभ में बंद हुआ।
अमेरिका में फेडरल रिजर्व के ब्याज दर बढ़ाने के बाद वैश्विक बाजारों में तेजी का रुख पलटने से घरेलू शेयर बाजारों की सात दिनों की तेजी पर गुरुवार को ब्रेक लग गया।
शेयर बाजारों में बुधवार को लगातार सातवें कारोबारी सत्र में तेजी का सिलसिला कायम रहा।
स्थानीय शेयर बाजारों में तेजी का सिलसिला जारी है। बबंई शेयर बाजार का सेंसेक्स मंगलवार को शुरुआती नुकसान से उबर कर 77 अंक की तेजी के साथ 36,347 अंक पर बंद हुआ।
सकारात्मक वैश्विक रुख और वाहन, धातु और बैंकिंग शेयरों में तेजी से सेंसेक्स शुक्रवार को 307 अंक उछल गया। यह लगातार पांचवां सत्र है जब सेंसेक्स में तेजी रही।
शेयर बाजारों में गुरुवार को लगातार तीसरे दिन तेजी का रुख रहा। रिजर्व बैंक के नए गवर्नर शक्तिकान्त दास ने सभी हितधारकों को साथ लेकर चलने की बात कही है
पूर्व नौकरशाह शक्तिकांत दास द्वारा बुधवार को भारतीय रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर के तौर पर कार्यभार संभालने के बाद शेयर बाजारों में जोरदार उछाल आया।
मंगलवार को पांच राज्यों के चुनावी नतीजों से पहले ही बाजार ने संकेत दे दिया है कि कल क्या होने वाला है।
बंबई शेयर बाजार में बिकवाली दबाव से बुधवार को लगातार दूसरे दिन गिरावट रही, जिससे सेंसेक्स 250 अंक टूट गया।
लगातार छह सत्र के कारोबार में बढ़त दर्ज करने के बाद मंगलवार को शेयर बाजार गिरकर बंद हुए। इसकी अहम वजह रुपए में गिरावट, कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें और कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते निवेशकों का सावधानी भरा रुख रहा है।
नवंबर के डेरिवेटिव निपटान से पहले शॉर्ट कवरिंग तथा अमेरिका-चीन के बीच व्यापार करार को लेकर उम्मीदें बढ़ने से सकारात्मक वैश्विक संकेतों से सेंसेक्स 204 अंक चढ़ गया।
कमजोर वैश्विक रुख के बीच आईटी, प्रौद्योगिकी, धातु और वाहन कंपनियों के शेयरों में बिकवाली के जोर से बंबई शेयर बाजार के सेंसेक्स में लगातार दूसरे दिन बुधवार को भी गिरावट आई
एशियाई बाजार में कमजोरी के रुख के बीच मंगलवार को बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 300.37 अंक टूटकर 35,474.51 अंक पर बंद हुआ।
भारतीय रिजर्व बैंक के निदेशक मंडल की बैठक के नतीजों से पहले सोमवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 300 से अधिक अंक चढ़कर 35,774.88 अंक पर पहुंच गया।
रुपए में सुधार और विदेशी निवेशकों की लिवाली बने रहने से शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 150 अंक से ज्यादा चढ़ गया।
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