Financial Condition: एक्सचेंज के अनुसार, एनएसई ने पिछले पांच वर्षों में राष्ट्रीय खजाने और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को कुल 98,268 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
इस समय वैश्विक स्तर पर तेजड़िया बाजार है। मिस्र और ईरान जैसे कुछ बाजारों को छोड़ दिया जाए, तो दुनिया के तमाम बाजारों में तेजी है।
पिछले साल, सेंसेक्स ने 15.7 प्रतिशत वृद्धि हासिल की। शेयर बाजारों में इस तेजी की वजह से 2020 में इक्विटी निवेशकों की संपत्ति में 32.49 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है।
कोरोना वायरस से प्रभावित वर्ष 2020 में भारतीय शेयर बाजारों में भारी उतार-चढ़ाव के बीच इक्विटी निवेशकों की संपत्ति 32.49 लाख करोड़ रुपये बढ़ी है।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 48,168.22 के अपने जीवनकाल के उच्चतम स्तर को छू गया।
अमेरिका में वॉल स्ट्रीट के नई ऊंचाई पर पहुंचने के बाद शुक्रवार को एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट का रुख रहा।
सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की तेजी आईटीसी में हुई। इसके अलावा ओएनजीसी, टीसीएस, सन फार्मा, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक, बजाज फिनसर्व और एनटीपीसी भी बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स ने 45000 का स्तर पार कर लिया है, पॉलिसी को लेकर RBI के फैसले के बाद सेंसेक्स ने 45023 की रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के 30 शेयरों पर आधारित प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स बीते सत्र से 361.82 अंकों की बढ़त के साथ 42,959.25 पर खुला और जोरदार लिवाली आने से 43,118.11 तक चढ़ा।
सेंसेक्स में सबसे अधिक दो प्रतिशत की गिरावट एसबीआई में हुई, जिसके बाद एक्सिस बैंक, कोटक बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, इंडसइंड बैंक, एचडीएफसी और एचसीएल टेक रहे।
विदेशी संस्थागत निवेशकों ने मंगलवार को 703.74 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया।
पिछले सत्र में बीएसई सेंसेक्स 419.87 अंक या 1.16 प्रतिशत बढ़कर 36,471.68 पर और निफ्टी 121.75 अंक या 1.15 प्रतिशत बढ़कर 10399.95 पर बंद हुआ था।
कोरोना वायरस के कहर से निपटने के लिए सरकार की ओर से राहत पैकेज की उम्मीदों से सेंसेक्स 500 अंकों से ज्यादा की तेजी के साथ 29,000 से उपर खुला और निफ्टी भी 100 अंकों से ज्यादा की बढ़त के साथ 8,450 से उपर खुला।
देश के प्रमुख शेयर बाजार बीएसई और एनएसई को लॉकडाउन से छूट दी गई है। दोनों शेयर बाजारों में बुधवार को कामकाज आम दिनों की तरह हो रहा है।
शुक्रवार को दोपहर के कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स निचले स्तर से करीब 2000 अंक तक रिकवर होकर 29 हजार के पार चला गया। वहीं निफ्टी ने करीब 400 अंक की छलांग लगाई और यह 8,650 के स्तर पर पहुंचा।
कई विश्लेषक पिछले सप्ताह से कह रहे हैं कि आरबीआई के पास जून तक रेपो दर में 0.65 प्रतिशत तक कटौती की गुंजाइश है।
1 अगस्त 2007: लगातार गिरावट के बाद सेंसेक्स 14,936 पर बंद हुआ, निफ्टी 183 अंक गिरकर 4346 पर बंद हुआ।
शंघाई, हांगकांग, सियोल और टोक्यो में शेयर बाजार नुकसान के साथ बंद हुए जबकि यूरोप में शुरुआती कारोबार के दौरान दो प्रतिशत की तेजी देखने को मिली।
कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के गिरते दामों को लेकर सोमवार को भारतीय घरेलू शेयर बाजार में रिकॉर्ड गिरावट देखी जा रही है। भारतीय शेयर बाजार में रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई है।
इससे पहले पिछले सप्ताहांत दुनिया के कई देशों में कोरोनावायरस को लेकर बढ़ती चिंता के बीच संवेदी सूचकांक में 1,448.37 अंक यानी 3.64 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की गई।
संपादक की पसंद