भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया कि बैठक में दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शेष मुद्दों का शीघ्र समाधान खोजने की दिशा में हाल के प्रयासों की समीक्षा की। इससे द्विपक्षीय संबंधों को स्थिर और पुनर्निर्माण करने के लिए स्थितियां बनेंगी।
NSA अगले सप्ताह रूस का दौरा करेंगे। यहां वह अक्टूबर में कजान में होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले ब्रिक्स (BRICS) एनएसए बैठक में हिस्सा लेंगे।
श्रीलंका के एनएसए सम्मेलन में चीन उस वक्त चित्त हो गया, जब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने सीमापार चुनौतियों और क्षेत्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर कोलंबो में संयुक्त सुरक्षा सचिवालय खोलने के लिए श्रीलंका और मॉरीशस के साथ मालदीव को भी राजी कर लिया।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शुक्रवार को कोलंबो में होने वाली एनएसएस स्तर वार्ता के लिए श्रीलंका पहुंच गए हैं। वहां वह राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंघे से भी मुलाकात करेंगे। इस सम्मेलन में भारत, श्रीलंका, मालदीव और मॉरीशस हिस्सा ले रहे हैं।
म्यांमार और भारत की सीमा पर अस्थिरता बनी हुई है। म्यांमार में चल रहा आंदोलन राजनीतिक अस्थिरता पैदा कर रहा है। ऐसे में काफी संख्या में घुसपैठिये भारतीय सीमा में दाखिल होते हैं। इसके खिलाफ एनएसए अजीत डोभाल ने म्यांमार के पीएम से वार्ता की है।
पिछले कुछ दिनों में कश्मीर में कई आतंकी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। इसी महीने अमरनाथ यात्रा भी शुरू होने वाली है। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था की स्थितियों का जायजा लेने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को एनएसए अजीत डोभाल और सेना प्रमुखों के साथ हाई लेवल बैठक की।
3.0 में मोदी ने अपनी कोर टीम वो ही रखी है....विदेश, रक्षा, गृह, वित्त जैसे मंत्रालय में कोई बदलाव नहीं किया... लेकिन उनकी कोर टीम में सबसे ज्यादा जिसकी चर्चा हो रही है वो हैं अजीत डोवल.... पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवल को तीसरी बार नियुक्ति दी है...
आतंकी हमलों से जूझ रहे जम्मू कश्मीर को लेकर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्शन मोड में हैं। उन्होंने देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल और गृह मंत्री अमित शाह से पूरे हालात का अपडेट लिया है।
अजित डोभाल ने कहा कि सीमाएं अहम हैं क्योंकि वे हमारी संप्रभुता परिभाषित करती हैं। उन्होंने कहा, जमीन पर जो कब्जा है वो अपना है बाकी तो सब अदालत और कचहरी का काम है, उससे फर्क नहीं पड़ता।
अजित डोवाल ने ये भी कहा है कि कजाखिस्तान के अस्ताना में आयोजित एससीओ सदस्य देशों की बैठक में आतंकवाद समेत विभिन्न मुद्दों पर अहम बयान दिया है। डोवाल ने इस क्षेत्र में फैले आतंकी नेटवर्क के खात्मे के लिए मजबूत कदम उठाने का भी समर्थन किया है।
इजरायल-हमास युद्ध के दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को इजरायल भेजकर कई देशों को चक्कर में डाल दिया है। दरअसल पीएम मोदी ने पश्चिम एशिया में शांति के मकसद से डोभाल को इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मिलने भेजा था।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इन दिनों सऊदी अरब की यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने जेद्दा में शुरू हुए यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर आक्रमण किया था जिसमें दोनों पक्षों के हजारों लोग मारे गए हैं।
एनएसए ने ब्रिक्स के अपने समकक्षों और ब्रिक्स देशों के मित्रों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें भी कीं।
भारत-रूस के बहुत ही पारंपरिक संबंध हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत हमेशा इसे शांति से बातचीत के जरिये समाधान खोजने के पक्ष में रहा है। इस बीच पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से वैश्विक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। ऐसे में रूस ने भारत के एनएसए अजीत डोभाल से फोन पर बात की है। रूस ने अपने ताजा घटनाक्रमों से अवगत कराया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवल ने अमेरिकी NSA को न्योता दिया था। जिसके बाद वे भारत के दौरे पर आए हैं। बता दें कि अमेरिकी NSA जेक सुलिवन ने अजित डोवल से कई अहम मुद्दों पर चर्चा की है।
Ajit Doval Meet Lloyd Austin: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार(National Security Advisor) अजीत डोवल(Ajit Doval) से अमेरिकी(US) रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन(Lloyd Austin) की कुछ देर पहले मुलाकात हुई है. पांच मुद्दों पर बात हुई है.
लंबे समय से सार्वजनिक मंच पर नजर नहीं आने वाले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन कहीं विलुप्त या बीमार नहीं हैं, बल्कि वह बिलकुल स्वस्थ हैं। एक अंतरराष्ट्रीय रिपोर्ट में बताया गया था कि पुतिन पार्किंसंस या कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और वह अपनी मौत के दिन गिन रहे हैं।
अभी 3-4 दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन से सुरक्षा के 7 अहम मुद्दों पर बड़ा समझौता करने के बाद अब भारत के एनएसए अजीत डोभाल जल्द ही ब्रिटेन के अपने समकक्ष सर टिम बैरो से मुलाकात करेंगे। भारतीय दूतावास की तरफ से ट्वीट करके यह जानकारी दी गई है।
भारत और अमेरिका के बीच पहली बार वाशिंगटन में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की सबसे बड़ी बैठक ‘इनीशिएटिव फॉर क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजी’ (आइसीईटी) हो रही है। इसके तहत भारत और अमेरिका 6 ऐसे बड़े बिंदुओं पर काम करने वाले हैं, जिसका लाभ पूरी दुनिया को मिलेगा।
India on China's BRI in National Security Conference: भारत ने चीन की बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (BRI) प्रोजेक्ट पर साफ कह दिया है कि सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान होना चाहिए।
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