लेखिका और सामाजिक कार्यकर्ता अरुंधति रॉय ने बुधवार को दावा किया कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के लिए राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) डेटाबेस का काम करेगा।
बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकी नागरिक संशोधित नागरिकता कानून और प्रस्तावित राष्ट्रीय नागरिक पंजी के समर्थन में सामने आए हैं और वे इस विवादित कानून के बारे में गलत सूचनाओं और मिथकों को दूर करने के लिए अमेरिका के कई शहरों में रैलियां कर रहे हैं।
विधायक ने कहा कि जो लोग संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं उनका ‘सफाया’ एक घंटे में किया जा सकता है।
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के दीक्षांत समारोह में मंगलवार को संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) का विरोध और समर्थन दोनों देखने को मिला।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह विरोधाभासी बयान दे रहे हैं। साथ ही ममता ने हैरत जताई कि आखिर कौन सच बोल रहा है।
गृह मंत्री अमित शाह ने एनआरसी और एनपीआर पर कहा कि इन दोनों के बीच कोई संबंध नहीं है। एनपीआर का डेटा एनआरसी में इस्तेमान नहीं किया जाएगा। मुसलमानों तक फायद न पहुंचे इसलिए विपक्ष डरा रहा है।
शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद ने नए नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर दिए अपने बयान पर कहा है कि उनकी बात को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है।
पीएम मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था कि पाकिस्तान में रहने वाले हिंदू और सिख साथियों को जब लगे कि उन्हें भारत आना चाहिए तो उनका स्वागत है। ये रियायत तब की भारत की सरकार के वादे के मुताबिक है।
बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन ने कहा कि CAA और NRC भारत के ‘आंतरिक मुद्दे’ हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही चिंता जताई कि देश में ‘अनिश्चितता’ की कोई भी स्थिति पड़ोसी मुल्कों पर असर डाल सकती है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि संशोधित नागरिकता काननू (CAA) केवल मुसलमानों के लिए नहीं बल्कि सभी भारतीयों के लिए चिंता का विषय है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने शनिवार को पुणे में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
औसत मुसलमान इस पूरी कवायद को शक की नजर से देख रहा है, और यही वजह है कि लोगों की भावनाओं से खेलने की चाह रखने वाले राजनीतिक धड़े इसका पूरा फायदा उठा रहे हैं।
यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने प्रदर्शनकारियों से अपील की है कि वे अपना विरोध शांतिपूर्ण ढंग से ही प्रकट करें।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार ने राजग सरकार पर शनिवार को हमला बोला। उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) देश को त्रस्त कर रहे गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने की चाल है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि यदि देश में NRC लागू हुआ तो छत्तीसगढ़ की आधे से अधिक जनता अपनी नागरिकता प्रमाणित नहीं कर पाएगी।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकारों को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को खारिज करने की कोई शक्ति प्राप्त नहीं है क्योंकि इसे संविधान की सातवीं अनुसूची की संघ सूची के तहत लाया गया है।
नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल सेक्यूलर ने लोकसभा और राज्यसभा में नागरिकता कानून के पक्ष में वोट किया था।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को कहा कि नागरिकता कानून बांग्लादेश से और लोगों के आने को बढ़ावा नहीं देता है।
अजमेर दरगाह आध्यात्मिक प्रमुख दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने नागरिकता संशोधन कानून से उपजे विवाद पर कहा कि यह कानून किसी भी तरह से इस देश के मुसलामनों के विरुद्ध नहीं है...
इंडिया टीवी को दिये एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि गलत तरह की बातों के जरिये अफवाहें फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि एनआरसी से भी देश के किसी मुसलमान नागरिक को कोई नुकसान नहीं है। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि एनआरसी और सीएए को एक-दूसरे से जोड़कर बिल्कुल न देखें।
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