एसएलडब्ल्यू (Systematic Lump Sum Withdrawal) के जरिये निकासी प्रक्रिया (NPS withdrawal new rule) को एक बार चुना जा सकता है।
NPS New Rules 2023: पेंशन फंड रेगुलेटर और डेवलपमेंट अथॉरिटी की ओर से जानकारी दी गई है कि अब बैंक अकाउंट का वेरिफिकेशन पेनी ड्रॉप पद्धति से कराने के बाद ही एनपीएस योजना से एक्जिट और फंड निकासी करने दी जाएगी।
अगर देश के आर्थिक हालातो और कर्मचारी हितों को ध्यान में रखकर अगर कोई रास्ता निकाला जाए तो हाइब्रिड पेंशन व्यवस्था एक बेहतरीन विकल्प बन सकती है, जिसमें ओपीएस की तरह defined benefit और एनपीएस की तरह defined contribution दोनों शामिल हो जिसके कारण कर्मचारी हितों और आर्थिक हितों दोनों की पूर्ति की जा सकती है।
एनपीएस का एक से ज्यादा अकाउंट ओपन नहीं किया जा सकता।
एनपीएस में पेंशन राशि तय नहीं होने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘लंबे समय तक पेंशन तय करना व्यावहारिक नहीं है। कुछ विकसित देशों में जहां पेंशन कोष सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 100 प्रतिशत या उससे भी ज्यादा है, वहां भी इसको लेकर समस्या हो रही है।’
NPS Investment: अगर आप एक प्राइवेट जॉब होल्डर हैं और आप निवेश के ऐसे ऑप्शन की तलाश में हैं जो रिटायर होने के बाद भी आपके अकाउंट में पैसा क्रेडिट करता रहे तो यह खबर आपके लिए है।
सरकार ने NPS की समीक्षा के लिए अप्रैल में एक कमेटी गठित की थी। फाइनेंस सेक्रेटरी के अध्यक्षता में कमेटी न्यू पेंशन स्कीम की समीक्षा कर रही है।
NPS Account Ban: अगर आप NPS अकाउंट होल्डर्स हैं तो आपके लिए एक बेहद ही जरूरी खबर आई है। ये सूचना उनलोगों के लिए भी है जो टैक्स से संबंधी कार्य करते हैं या उनके पास PAN कार्ड है।
आपको बता दें कि ओल्ड पेंशन स्कीम में महंगाई को लिंक किया गया है। इसके चलते हर सरकारी कर्मचारी को पेंशन में सालाना 6-8% की बढ़ोतरी हो जाती है।
समिति राजकोषीय निहितार्थों और समग्र बजटीय प्रभाव को ध्यान में रखते हुए, एनपीएस के तहत शामिल सरकारी कर्मचारियों के पेंशन लाभों में सुधार की दृष्टि से इसे संशोधित करने पर सुझाव देगी।
सरकार आम लोगों से जुड़े नियमों में हमेशा बदलाव करती रही है, वहीं ऐसा ही बदलाव सरकार ने राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (NPS) में किया है, जोकि इससे जुड़े सदस्यों को फायदा देगा।
लोकसभा में विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच केंद्र सरकार द्वारा लाये गये संशोधनों के साथ वित्त विधेयक 2023 को बिना चर्चा के ध्वनिमत से पारित कर दिया।
लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते समय अधिकतर लोग जोखिम से बचना चाहते हैं। उन लोगों के लिए बैंक एफडी एक बेहतर विकल्प है। क्या आप भी NPS, म्युचुअल फंड और बैंक एफडी में निवेश को लेकर कंफ्यूज है। इन तीनों के फायदे और ब्याज दर जानने के बाद आपके लिए निवेश करने में बहुत आसानी होगी।
क्या आप टैक्स सेविंग की सबसे सिक्योर और अच्छा रिटर्न देने वाली स्कीम के बारे में जानते हैं। अगर आप टैक्स बचाने के साथ-साथ अपने भविष्य को सिक्योर बनाना चाहते हैं तो नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) में निवेश करना शुरू कर दीजिए।
एनपीएस टियर 2 और हाइब्रिड म्युचुअल फंड को लेकर कई बार लोग कंफ्यूज हो जाते हैं। क्या आप भी इन दोनों में से किसी एक में निवेश करने के लिए सोच रहे हैं? इससे पहले इन दोनों के बारे में जानकारी जरूर ले लें। इसके बाद यह तय करें कि एनपीएस टियर 2 और हाइब्रिड म्युचुअल फंड में से कौन ज्यादा बेहतर है।
पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने वाले राज्यों को झटका लगा है। दरअसल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई पेंशन योजना (एनपीएस) के लिए अलग रखे गए पैसे को राज्य सरकारों को पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के लिए देने से इनकार कर दिया है।
राज्य में 1.75 लाख सरकारी कर्मचारी हैं। हिमाचल प्रदेश में चुनाव 12 नवंबर को होने हैं। सीतारमण ने शिमला में संवाददाताओं से कहा, ‘‘कानून के तहत, एनपीएस के तहत केंद्रीय मद में जमा पैसा राज्यों को नहीं जा सकता। यह केवल उन कर्मचारियों के पाए जाएगा।
Old Vs New Pension Scheme: सुप्रीम कोर्ट के हाल ही में सुनाए गए फैसले से सरकारी कर्मचारी काफी खुश हैं। वो इसकी लंबे समय से मांग करते आ रहे थे। आइए जानते हैं कि पुराने पेंशन योजना और नए पेंशन स्कीम में क्या अंतर है और कोर्ट ने इसपर अपनी क्या राय दी है?
National Pension System: NPS से परेशान सरकारी कर्मचारियों के लिए सरकार ने नया विकल्प तैयार किया है। अब कोई भी सरकारी कर्मचारी आसानी से पुरानी पेंशन योजना में स्विच कर सकता है। उसके लिए बस खबर में बताई गई बातों का ध्यान देना होगा।
आज के दौर में यदि हम औसत महंगाई की दर को 6 प्रतिशत माल लें तो यदि आप आज 1 लाख रुपये कमा रहे हैं तो आपको 20 साल बाद इसी लाइफस्टाइल को मेंटेन करने के लिए 3.2 लाख / माह से अधिक की आवश्यकता होगी।
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