पहले सैन्य जासूसी उपग्रह के फेल हो जाने से तानाशाह किम जोंग उन टेंशन में आ गए हैं। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने के लिए वैज्ञानिकों को निर्देशित कर दिया है।
परमाणु हथियारों को बनाने की होड़ में दुनिया भर को खतरे में डालने वाले चीन और उत्तर कोरिया को जी-7 के मंच से दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्रों के नेताओं ने कड़ी चेतावनी दी है। चीन और उत्तर कोरिया को विश्व नेताओं ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के शनिवार को हिरोशिमा पहुंचने से पहले यह चेतावनी दी है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने सैन्य जासूसी उपग्रह लांच करने की तैयारी करके पड़ोसी दक्षिण कोरिया और जापान समेत अमेरिका को भी टेंशन में डाल दिया है। लांचिंग के बाद उत्तर कोरिया का ये उपग्रह विभिन्न देशों की सैन्य निगरानी रख सकेगा। इसस दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका की सेनाएं अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो रहे हैं।
किशिदा और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने रविवार को उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम जैसी साझा चुनौतियों का सामना करने के लिए ऐतिहासिक विवादित मुद्दों को सुलझाने और आपसी सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया।
फुमियो किशिदा ने कहा “मार्च से ही हमारे बीच वित्त और रक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में विभिन्न स्तर पर संवाद बरकरार है। मेरी योजना इस संवाद को और विस्तार देने की है। दक्षिण कोरियाई और जापानी अधिकारियों ने कहा कि योल और किशिदा उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम,दक्षिण कोरिया व जापान की आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर बात होगी।
किम जोंग की सनकी बहन ने बयान इसलिए दिया है क्योंकि अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच परमाणु समझौता हुआ है। इससे उत्तर कोरिया भड़का हुआ है।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रोज गार्ड में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘उत्तरी कोरिया द्वारा अमेरिका या उसके सहयोगियों और भागीदारों के खिलाफ किया जाने वाला परमाणु हमला अस्वीकार्य होगा और इसका परिणाम इस तरह की कार्रवाई करने वाले शासन का अंत होगा।’’
उत्तर कोरिया के सैन्य जासूसी उपग्रह छोड़ने से पहले जापान अलर्ट हो गया है। जापान के रक्षा प्रमुख ने शनिवार को सैनिकों को ‘मिसाइल इंटरसेप्टर’ को सक्रिय करने और उत्तर कोरियाई उपग्रह के मलबे से निपटने के लिए तैयार रहने का आदेश दिया, जिसके टुकड़े जापानी क्षेत्र में गिर सकते हैं।
उत्तर कोरिया ने अपने पड़ोसी दक्षिण कोरिया और जापान सहित अमेरिका की भी नींद उड़ा दी है। लंबे समय से उत्तर कोरिया और इन तीनों देशों में तू डाल-डाल और मैं पात-पात का खेल चलता आ रहा है। कभी अमेरिका जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर सैन्य अभ्यास करता है तो कभी उसके जवाब में उत्तर कोरिया परमाणु मिसाइलों का परीक्षण करता है।
योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार इन तीनों देशों के जवानों ने मिसाइल डिफेंस ड्रील की। क्योंकि उत्तर कोरिया से मिसाइल हमलों का खतरा कभी भी बना रह सकता है। इसके जवाब में मिसाइल डिफेंसी ड्रील की गई है।
साउथ कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि उनका देश जापान के साथ मिलकर अहम वार्ता करने जा रहा है। यह वार्ता करीब 5 साल बाद होने जा रही है। इसमें जापान व दक्षिण कोरिया के राजनयिक और रक्षा अधिकारी पांच साल में पहली बार अगले सप्ताह संयुक्त वार्ता करेंगे।
उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल दागी तो जापान में गुरुवार को 'गलत' अलर्ट जारी कर दिया था। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा के हवाले से समाचार एजेंसी एएफपी ने लिखा कि उत्तर कोरिया की मिसाइल जापान की जमीन पर नहीं गिरी है।
उत्तर कोरिया ने फिर ऐसे ड्रोन का परीक्षण किया है जो पानी के नीचे परमाणु हथियार से हमला करने में सक्षम है। उत्तर कोरिया ने शनिवार को दावा किया कि उसने पानी के नीचे परमाणु हथियार से हमला करने में सक्षम एक और ड्रोन का इस हफ्ते परीक्षण किया।
उत्तर कोरिया ने उसके प्रतिद्वंद्वी दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिकी सेना के अभ्यास के विस्तार को लेकर ‘आक्रामक कार्रवाई’ की बृहस्पतिवार को चेतावनी दी। इस बीच उत्तर कोरिया के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के विशेष प्रतिनिधि उसके (उत्तर कोरिया के) बढ़ते परमाणु खतरे पर सहयोगियों के साथ वार्ता के लिए भेजा है।
किम जोंग भले ही एक के बाद एक लगातार बैलिस्टिक मिसाइलों का धड़ाधड़ परीक्षण कर रहे हों, लेकिन अमेरिका उत्तर कोरिया के सामने हर बार चुनौती पेश कर रहा है। अमेरिका ने फिर जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर समुद्र में पनडुब्बी सैन्य अभ्यास शुरू कर दिया है। यह बात फिर उत्तर कोरिया को नागवार गुजर रही है।
योनहाप न्यूजएजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, यूएसएस निमित्ज वाहक ने पिछले दिन जेजू के दक्षिणी द्वीप के दक्षिण में अंतरराष्ट्रीय जल क्षेत्र में दक्षिण कोरियाई नौसेना के साथ अपने अभ्यास के बाद सियोल से 325 किमी दक्षिण-पूर्व में शहर में आरओके फ्लीट कमांड पर डॉक किया।
किम जोंग उन की एक 10 साल की बेटी भी है और उसका नाम किम जो एई है। तानाशाह की बेटी के बारे में काफी कम लोग ही जानते हैं। खबर में पढ़िए हर एक डिटेल।
दक्षिण कोरिया के ज्वॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (जेएससी) ने कहा कि उसने उत्तर ह्वांगहे प्रांत के चुनघवा काउंटी क्षेत्र से सुबह 7.47 बजे से 8 बजे के बीच प्रक्षेपण का पता लगाया। समुद्र में गिरने से पहले मिसाइलों ने करीब 370 किलोमीटर की दूरी तय की।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ड्रिल के दौरान उत्तर कोरियाई ड्रोन ने 59 घंटे से ज्यादा समय तक पानी के भीतर रहा और गुरुवार को अपने पूर्वी तट से पानी में विस्फोट कर दिया।
उत्तर कोरिया में करीब 8 लाख मजदूरों व छात्रों ने सेना में भर्ती होने का फैसला किया है। एक तरफ जहां दक्षिण कोरिया और अमेरिकी सेना संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रही है। वहीं दूसरी तरफ उत्तरी कोरिया से आई यह खबर चौंकाने वाली है।
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