रूस-चीन और उत्तर कोरिया के बीच दोस्ती लगातार गहराने के साथ पश्चिमी देशों की आशंका भी गहरी होती जा रही है। रूस-यूक्रेन युद्ध का अब तक कोई अंत नहीं होने के बीच इन तीनों देशों का गठबंधन नाटो समेत पश्चिमी देशों के लिए खतरे की घंटी बजा रहा है। तीसरा विश्वयुद्ध हुआ तो ये तिकड़ी किसी पर भी भारी पड़ सकती है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने रूस का ऐतिहासिक दौरा किया। इस दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीन पुतिन से कई अहम मसलों पर चर्चा की। पुतिन ने किम जोंग को कई अहम तोहफे दिए। वहीं किम ने भी पुतिन को एक खास गन दी। जानिए किम जोंग को मिले हैरान करने वाले तोहफों के बारे में।
करीब 6 दिनों तक रूस में रहने के बाद उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन रविवार को स्वदेश रवाना हो गए हैं। रूस की सरकारी मीडिया ने उनके रवानगी की खबर दी है। रूस यात्रा के दौरान किम जोंग ने राष्ट्रपति पुतिन और रक्षामंत्री सर्गेई शोइगू से वार्तालाप की। उन्होंने रूसी बमवर्षक, किंझल मिसाइल और युद्धपोत देखे।
रूस की यात्रा पर चल रहे उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन रूसी बमवर्षकों को देखने के बाद प्रशांत बेड़े में पहुंच गए। वहां रूसी युद्ध पोतों पर उनका दिल आ गया। उन्होंने रूसी फैक्ट्री में किंझल मिसाइल भी देखी, जिसे तबाही का दूसरा नाम भी कहा जाता है।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया की बर्बादी का सामान जुटाना शुरू कर दिया है। ये दोनों ही देश उत्तर कोरिया के जानी दुश्मन हैं। अक्सर इन देशों से किम की ठनी रहती है। रूस-यूक्रेन युद्ध में मास्को को परमाणु मिसाइल और गोला-बारूद की आपूर्ति के बदले उन्हें पुतिन से परमाणु बमवर्षक विमान चाहिए।
उत्तर कोरिया के साथ हथियार डील नहीं करने की चेतावनी को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लगता है बदले की भावना से ले लिया है। अमेरिका द्वारा रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के बीच मुलाकात होने के बाद जो बाइडेन की ओर से रूस को हथियार खरीद को लेकर कड़ी चेतावनी दी गई थी।
अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ जारी टकराव के बीच रूस और उत्तर कोरिया के नेताओं की मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है। पुतिन ने किम जोंग का गर्मजोशी से स्वागत किया।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात के लिए मॉस्को पहुंचे हैं। इस दौरान दोनों देशों के बीच हथियार सप्लाई को लेकर बातचीत हो सकती है। इसी बीच उत्तर कोरिया ने एक बार फिर बैलिस्टिक मिसाइल दाग दी है। इस पर जापान की ओर से बड़ा रिएक्शन आया है।
भारत में चल रहे जी-20 शिखर सम्मेलन से सैकड़ों मील दूर उत्तर कोरिया अपना स्थापाना दिवस मना रहा है। उत्तर कोरिया के 75वें स्थापना दिवस पर रूस और चीन भी अपनी एकजुटता प्रकट कर अमेरिका समेत पूरी दुनिया को नए गठबंधन का संकेत दे रहे हैं। इससे आने वाले वक्त में बहुत कुछ प्रत्याशित होने की आशंका बढ़ गई है।
अमेरिकी नौसेना के लिए उत्तर कोरिया ने सदमा देने वाला दावा किया है। उत्तर कोरिया ने परमाणु हमले में सक्षम न्यूक्लियर सबमरीन विकसित करने का दावा करके अमेरिका समेत दक्षिण कोरिया को भी चौंका दिया है। इससे किम जोंग उन के खतरनाक इरादों को समझा जा सकता है।
रूस अब उत्तर कोरिया से हथियार मांग रहा है। इससे यह फिर जाहिर हो रहा है कि रूस, चीन और उत्तर कोरिया का गठजोड़ तेजी से सक्रिय हो रहा है। जानिए रूस और उत्तर कोरिया की दोस्ती कितनी पुरानी है? क्यों है दोनों देशों को एकदूसरे पर भरोसा?
उत्तर कोरिया ने एक बार फिर अपनी हरकतों से पड़ोसी देशों की चिंताएं बढ़ा दी है। उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के पास समंदर में कई क्रूज मिसाइलें दागी हैं।
जापान अपने रक्षा बजट में रिकॉर्ड बढ़ोतरी कर रहा है। इससे चीन और उत्तर कोरिया को झटका लगेगा। इसी बीच एशिया प्रशांत क्षेत्र में दो धुरियां बन रही हैं। एक गुट चीन, उत्तर कोरिया और रूस का है। वहीं दूसरा गुट है जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया का।
रूस-यूक्रेन युद्ध में पहली बार पुतिन ने उत्तर कोरिया से खुलकर मदद मांगी है। पुतिन ने उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन को पत्र लिखकर मिसाइल, बम और गोला-बारूद समेत अन्य युद्धक हथियार मांगा है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अभी कुछ दिन पहले ही उत्तर कोरिया के मिसाइल भंडारों का दौरा किया था।
लग्जरी लाइफ जीने वाले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग अचानक पानी से भरे चावल के खेतों में पहुंच गए। उन्हें चावल के खेतों में घूमते देखकर पूरी दुनिया हैरान रह गई। जानिए मिसाइल परीक्षण से अपनी ताकत दिखाने वाले किम जोंग अचानक खेतों में क्यों पहुंच गए?
उत्तर कोरिया ने एक बार फिर लंबी दूरी का सैटेलाइट लॉन्च करके जापान और दक्षिण कोरिया की टेंशन बढ़ा दी है। जल्द ही वे सैन्य टोही सैटेलाइट लॉन्च करने की जुगत में है। उत्तर कोरिया के इस कदम से सुदूर पूर्वी एशिया में तनाव बढ़ा है।
उत्तर कोरिया के हैकरों ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास पर हमला कर दिया है। इससे दोनों देशों में खलबली मच गई है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों और मिसाइल परीक्षणों के जवाब में यह संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित किया था।
अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया अब एक नए सुरक्षा संकल्प पर आगे बढ़ चुके हैं। इस संगठन के बनने के बाद उत्तर कोरिया से लेकर चीन तक की चुनौती बढ़ने वाली है। नए सुरक्षा संकल्प के अनुसार अमेरिका, जापान या दक्षिण कोरिया में से किसी एक देश पर हमला सभी पर आक्रमण माना जाएगा और फिर तीनों देश मिलकर इसका जवाब देंगे।
जापान के पास वर्तमान में बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम मौजूद है, लेकिन यह हाइपरसोनिक हथियारों के हमले को रोकने मे सक्षम नहीं है। ऐसे में अमेरिका के साथ मिलकर जापान हाइपरसोनिक मिसाइल इंटरसेप्टर बना रहा है, जो कारगर होगा।
उत्तर कोरिया ने सीमा में अवैध रूप से प्रवेश करने के आरोप में एक अमेरिकी सैनिक को हिरासत में लिया है। उत्तर कोरिया ने खुद इस बात का खुलासा किया है कि अमेरिकी सैनिक उत्तर कोरिया के जेल में है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के निर्देश पर उसे कड़ी सुरक्षा निगरानी में रखा गया है।
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