उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों के खिलाफ अमेरिका समेत दक्षिण कोरिया और जापान के अधिकारियों ने बातचीत की। इस दौरान उत्तर कोरिया से निपटने के लिए प्रभावी ऱणनीति बनाने पर चर्चा हुई। तीनों देशों ने उत्तर कोरिया और उसके नेता किम जोंग उन की निंदा भी की। हालांकि जापान के पीएम फुमियो किशिदा किम जोंग से मिलना चाहते हैं।
उत्तर कोरिया पर अमेरिका की चेतावनियों और धमकियों का कोई असर पड़ने वाला नहीं है। मंगलवार की देर रात समुद्र में फिर दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। किम जोंग उन लगातार ऐसे परीक्षण करते रहे हैं।
अमेरिकी नागरिक के बिना इजाजत उत्तर कोरिया की सीमा में घुसने का मामला सामने आया है। यह अमेरिकी नागरिक दक्षिण कोरिया की सीमा पार करके उत्तर कोरिया में घुस गया। संयुक्त राष्ट्र कमान ने यह जानकारी दी।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने अमेरिका की सरजमीं पर हमला करने के लिए बनाई गई नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल के दूसरे परीक्षण का निरीक्षण किया।
सरकारी मीडिया द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक किम के बयान से साफ है कि नॉर्थ कोरिया दक्षिण कोरिया के प्रति अपनी सुरक्षा प्रतिबद्धता को बढ़ाने की तरफ काम कर रहा है।
अमेरिका द्वारा दो दिन पहले उत्तर कोरिया में जासूसी विमान भेजे जाने के तथाकथित आरोप लगाने के बाद उत्तर कोरिया ने अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल को दागकर राष्ट्रपति जो बाइडेन को एक संदेश देने का काम किया है। यदि अमेरिका परमाणु पनडुब्बी की तैनाती करता है तो उत्तर कोरिया ने उसके जवाब की तैयारी भी कर ली है।
किम जोंग महंगे शौक पालते हैं। उनकी लाइफ स्टाइल भी बड़ी लग्जरी है। महंगी शराब, खास सिगरेट और विदेशों से आयात किया हुआ मीट उनकी लाइफस्टाइल का हिस्सा हैं।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन की बहन किम यो जोंग ने अमेरिका के जासूसी विमानों पर देश के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने का आरोप लगाया है। किम यो जोंग का कहना है कि 8 बार अमेरिकी जासूसी विमान उत्तर कोरिया के विशेष आर्थिक जोन में घुसे। उन्होंने अमेरिका को चेतावनी दी कि आगे विमानों को मार गिराया जा सकता है।
उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रमों को तेजी से अंजाम दे रहा है। इससे दक्षिण कोरिया ही नहीं, बल्कि नाटो देश भी परेशान हो चुके हैं। अमेरिका भी कई बार किम जोंग उनक को चेतावनी दे चुका है। मगर किम जोंग उन मानने का नाम नहीं ले रहे हैं। इससे उत्तर कोरिया के साथ नाटो देशों का तनाव बढ़ना तय है।
साउथ कोरिया ने उस कथित जासूसी उपग्रह का मलबा ढूंढ़ निकाला है जिसकी नॉर्थ कोरिया ने पिछले महीने असफल लॉन्चिंग की थी।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन देश में आत्महत्याओं की घटनाएं बढ़ने से घबरा गए हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरियाई लोगों में आत्महत्या करने की दर 40 फीसदी तक बढ़ गई है। किम जोंग ने लोगों से खुद की हत्या नहीं करने का आदेश दिया है। साथ ही अधिकारियों को इसे रोकने को निर्देशित किया है।
उत्तर कोरिया के जासूसी उपग्रह से चिंतित अमेरिका अब अपना खुद का जासूसी सैटेलाइट लॉन्च करेगा। इससे वह रूस और चीन की हरकतों पर नजर रख सकेगा।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग को चाहिए खुफिया सैटेलाइट। इसके चलते हाल ही में किम जोंग ने देश की पहली खुफिया सैटेलाइट का टेस्ट किया। हालांकि उन्हें सफलता नहीं मिली।
नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग की बहन किम यो जोंग ने आगे कहा कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिका का पिछलग्गू है। वहीं अमेरिका को उन्होंने गैंगस्टर बताया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र गैंगस्टर जैसे आदेशन का पालन कर रहा है।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अक्सर अपने कारनामों और बयानों से सुर्खियों में बने रहते हैं। इस बार उन्होंने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन का नाम ही गलत पोस्ट कर उन्हें बधाई दे दी।
पहले सैन्य जासूसी उपग्रह के फेल हो जाने से तानाशाह किम जोंग उन टेंशन में आ गए हैं। उन्होंने पूरे मामले की जांच कराने के लिए वैज्ञानिकों को निर्देशित कर दिया है।
परमाणु हथियारों को बनाने की होड़ में दुनिया भर को खतरे में डालने वाले चीन और उत्तर कोरिया को जी-7 के मंच से दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोकतंत्रों के नेताओं ने कड़ी चेतावनी दी है। चीन और उत्तर कोरिया को विश्व नेताओं ने यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की के शनिवार को हिरोशिमा पहुंचने से पहले यह चेतावनी दी है।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने सैन्य जासूसी उपग्रह लांच करने की तैयारी करके पड़ोसी दक्षिण कोरिया और जापान समेत अमेरिका को भी टेंशन में डाल दिया है। लांचिंग के बाद उत्तर कोरिया का ये उपग्रह विभिन्न देशों की सैन्य निगरानी रख सकेगा। इसस दक्षिण कोरिया, जापान और अमेरिका की सेनाएं अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो रहे हैं।
किशिदा और दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति ने रविवार को उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम जैसी साझा चुनौतियों का सामना करने के लिए ऐतिहासिक विवादित मुद्दों को सुलझाने और आपसी सहयोग को मजबूत करने का संकल्प लिया।
फुमियो किशिदा ने कहा “मार्च से ही हमारे बीच वित्त और रक्षा समेत अन्य क्षेत्रों में विभिन्न स्तर पर संवाद बरकरार है। मेरी योजना इस संवाद को और विस्तार देने की है। दक्षिण कोरियाई और जापानी अधिकारियों ने कहा कि योल और किशिदा उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम,दक्षिण कोरिया व जापान की आर्थिक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर बात होगी।
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