शादी के सीजन में उत्तर भारत आने वाले 'बैंड बाजा बारात' गिरोह का हिस्सा बनने के लिए 9 साल से 15 साल की उम्र के बच्चों को उनके माता-पिता द्वारा 'नीलाम' किया जाता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग के प्रमुख डॉ. मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि बिहार और पूर्वोत्तर के जिन इलाकों में बीते दिनों भारी बारिश के कारण बाढ़ के हालात बने हुए हैं वहां अब भारी बारिश का सिलसिला थमेगा
उत्तर, पूर्वी और तटीय भारत के कई राज्यों में रविवार को मध्यम से भारी बारिश हुई लेकिन दिल्ली में मॉनसून ने अब तक जोर नहीं पकड़ा है। मॉनसून के जल्द पहुंचने के बावजूद राष्ट्रीय राजधानी में 40 फीसदी कम बारिश हुई है।
देश के मैदानी भाग में बीते 24 घंटों के दौरान मानसून सक्रिय रहा और कई स्थानों पर भारी बारिश हुई। निजी मौसम पूवार्नुमानकर्ता स्काईमेट की बुधवार की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर भारत में इस दौरान सबसे ज्यादा चंडीगढ़ में 77 मिलीमीटर बारिश हुई है।
हिमालय क्षेत्र में सक्रिय हुए पश्चिमी विक्षोभ के कारण मंगलवार को दिल्ली सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश और तेज हवाओं के कारण मौसम का मिजाज बदल गया है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर बारिश होने के साथ ही शनिवार को उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में शीत लहर का कहर जारी रहा। वहीं कश्मीर घाटी और लद्दाख में पारा जमावबिंदु से नीचे चला गया।
कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के साथ उत्तर भारत में सोमवार को भी ठंड का प्रकोप जारी रहा। मैदानी इलाके में अधिकतर जगहों पर न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम रहा।
उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में सोमवार को शीतलहर का प्रकोप जारी रहा और कश्मीर घाटी, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा हिमपात हुआ।
उत्तर भारत में बीते कुछ दिनों से तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है, जिससे काफी समय से ठंड का प्रकोप झेल रहे लोगों को राहत मिली है। दिन के तापमान में शुक्रवार को थोड़ी सी और वृद्धि हुई।
पर्वतीय राज्य हिमाचल प्रदेश में कुफरी, मनाली, सोलन, भुंतर, सुंदरनगर, सोबघ और कल्पा में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया। राज्य में दिन का सबसे कम तापमान केलांग में शून्य से नीचे 11.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में जमा देने वाली ठंड पड़ रही है। दिसंबर में इस बार जो शीतलहर जारी है वह ऐतिहासिक है। यह दिसंबर पिछले 100 सालों के दौरान दूसरा सबसे ठंडा दिसंबर बनने जा रहा है।
उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का कहर बरकरार है। दिल्ली में आज सुबह का न्यूनतम तापमान 4.2 दर्ज किया गया है जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। 118 साल बाद सर्दी का नया रिकॉर्ड बन सकता है।
समूचा उत्तर भारत जबरदस्त ठंड की चपेट में है। उत्तर भारत में शीतलहर और कोहरे की वजह से जनजीवन पर गहरा असर पड़ा है। दिल्ली एनसीआर समेत समूचे उत्तर भारत में तापमान गोते लगा रहा है।
कंपकंपा देने वाली सर्दी से जूझ रहे उत्तर भारत में लोगों को इस सप्ताह के आखिरी दो दिनों में और भी भीषण सर्दी का सामना करने के लिये तैयार रहना होगा।
उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप गहरा गया है जिसके कारण जम्मू कश्मीर सरकार ने कश्मीर और जम्मू संभाग के सर्द क्षेत्रों में स्कूलों को जल्द बंद करने की घोषणा की है।
उत्तर भारत के कई भागों में तापमान सामान्य से नीचे चला गया है। हिमाचल प्रदेश में सर्द हवाएं जारी हैं जिससे ठंड बढ़ गयी है, जबकि पंजाब और हरियाणा में अधिकतर जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहा।
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर, लद्दाख समेत पूरे उत्तर भारत में ठंड का दौर जारी है। दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया लेकिन मौसम विशेषज्ञों ने शुक्रवार तक इसके सात डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना जतायी है।
कांग्रेस के खेमे से उत्तर भारतीय नेता ही नहीं बल्कि मतदाता भी भाजपा की तरफ शिफ्ट होने लगे। साल 2014 और 2019 के चुनावों के नतीजे बताते हैं कि कांग्रेस से उत्तर भारतीय मतदाता पीछा छुड़ाता दिखा।
संतोष गंगवार ने कहा कि देश में नौकरियों की कमी नहीं है, उत्तर भारत के लोगों में योग्यता की कमी है। यहां नौकरी के लिए रिक्रूट करने आने वाले अधिकारी बताते हैं कि उन्हें जिस पद के लिए लोग चाहिए। उनमें वह योग्यता नहीं मिलती है। गंगवार के इस बयान से सियासी गलियारों में बवाल मचना तय माना जा रहा है।
उत्तर भारत के कई इलाकों में मंगलवार को भारी बारिश हुई जिसमें सर्वाधिक बारिश उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर जिले में हुई। इस जिले में 222 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
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