मणिपुर में गुस्साई भीड़ ने 16 नवंबर को कई विधायकों के घरों में तोड़फोड़ की थी। छह लापता लोगों के शव बरामद होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने राज्य के तीन मंत्रियों और नौ विधायकों के आवासों पर हमला किया था।
करीमगंज जिले का नाम बदलने की घोषणा खुद असम सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने एक्स पर की है। उन्होंने कहा कि हम धीरे-धीरे उन स्थानों के नाम बदल रहे हैं जिनका ऐतिहासिक उल्लेख या शब्दकोश अर्थ नहीं है।
ऐसा आरोप है कि लड़की आरोपी की दुकान पर कुछ सामान लेने गई थी तभी उसके साथ छेड़छाड़ की गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद गुस्साए लोगों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया, जिसके बाद आरोपी ने दुकान के मालिक के घर में शरण ले ली।
मणिपुर में 2017 में भाजपा सरकार सत्ता में आई और 2020 से पिछले चार वर्षों से एडीसी का कोई चुनाव नहीं हुआ है। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा सरकार पर्वतीय क्षेत्रों के लोगों और जनजातीय विरोधी है क्योंकि उसने पिछले चार वर्ष से एडीसी चुनाव जानबूझकर नहीं कराए।
मणिपुर में बहुसंख्यक मेइती समुदाय को अनुसूचित जाति का दर्जा दिए जाने की उसकी मांग के विरोध में राज्य के पर्वतीय जिलों में जनजातीय एकता मार्च निकाले जाने के बाद पिछले साल 3 मई को जातीय हिंसा भड़क गई थी। इसमें कुकी और मेइती समुदायों के 220 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं।
मणिपुर में मई 2023 में भड़की जातीय हिंसा में अब तक 200 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। एक आधिकारिक सूत्र ने बताया, ‘‘नगा समुदाय की ओर से तीन विधायक अवांगबोउ न्यूमाई, एल. दीको और राम मुइवा नयी दिल्ली में बैठक में शामिल होंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बीआरओ की 75 परियोजनाओं का आज ऑनलाइन माध्यम से उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने शस्त्र पूजा भी की।
बुधवार को इंफाल पूर्व जिले के चम्फाई पहाड़ी पर एक अभियान में सुरक्षा बलों ने एक एम-16 राइफल, एक .22 राइफल, दो एसएलआर, एक देसी स्टेन गन, दो कार्बाइन, नौ एमएम की आठ देसी पिस्तौल, तीस मैगजीन तथा दो इंच के 12 मोर्टार जब्त किए।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है और कहा है कि नॉर्थ ईस्ट में अक्टूबर से दिसंबर तक भारी बारिश हो सकती है। कई जिलों में बादल बरसेंगे।
महिला करीब डेढ़ साल पहले पति की मौत होने के बाद अपने दो बेटों के साथ रह रही थी। उसका तीसरा बेटा अगरतला में रहता है। पुलिस को संदेह है कि पारिवारिक विवाद के कारण इस अपराध को अंजाम दिया गया।
मणिपुर के कई जिलों में हिंसा की घटनाएं हुई हैं। वहीं, अब मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के खिलाफ कुकी छात्र संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है। कुकी छात्र संगठनों ने सरकार के अलर्ट को दुष्प्रचार बताया है।
पश्चिमी त्रिपुरा के एक मंदिर में काली मां की मूर्ति खंडित मिलने का मामला सामने आया है। मामले सामने आने के बाद अज्ञात लोगों ने 12 घरों में आग लगा दी। इस आगजनी में कई गाड़ियां भी जल गईं।
मणिपुर में शांति समझौते के हुए अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि एक बार फिर से हिंसा भड़क उठी है। जिरिबाम में एक मेइती समुदाय की बस्ती में खाली पड़े एक घर को आग के हवाले कर दिया गया है, वहीं फायरिंग की भी खबर है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा चुनाव के नतीजों पर सबकी निगाहें टिकी हैं। इस सीट से कन्हैया कुमार और मनोज तिवारी के बीच कड़ा मुकाबला है। किसकी होगी जीत और कौन हारेगा, जानिए-
North East Election Results Winners 2024: सिक्किम और पूर्वोत्तर भारत के 7 अन्य राज्यों में कुल 25 लोकसभा सीटें आती हैं। आइए जानते हैं कि कौन कहां से जीता है।
North East States Lok Sabha Election Results 2024: नॉर्थ ईस्ट के 8 राज्यों की कुल 25 लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। इन राज्यों में बीजेपी ने कांग्रेस से ज्यादा सीटें जीती हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 का मतदान सात चरणों में संपन्न हो चुका है। एक जून, 2024 को आखिरी फेज की वोटिंग हुई। 4 जून को नतीजे आने से पहले इंडिया टीवी ने अपना एग्जिट पोल जारी किया है।
केरल में मानसून ने दस्तक दे दी है, अब ये अन्य राज्यों को ओर अपना कदम बढ़ा रहा है। आईएमडी के मुताबिक, मानसून उनके अनुमान से पहले पहुंच गया है।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख सैम पित्रोदा ने एक बार फिर से कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर दी है। पित्रोदा ने दक्षिण भारतीय लोगों को अफ्रीकन और पूर्वोत्तर के लोगों को चीनी की तरह बता दिया है।
Hot seats in Lok Sabha Elections 2024: उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट में पूर्वांचल के लोगों की भरमार है। इसी वजह से दोनों पार्टियों ने बिहार के नेताओं को टिकट दिया है। कांग्रेस की जीत भले ही मुश्किल हो, लेकिन कन्हैया यह मुकाबला रोचक जरूर बना देंगे।
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