एयरपोर्ट के मुख्य सिस्टम्स के लिए फैक्ट्री एक्सेप्टेंस टेस्ट पूरे हो गए हैं, और साइट पर उपकरण आने लगे हैं। चेक-इन कियोस्क, सेल्फ सर्विस बैग ड्रॉप्स, और ई-गेट्स का परीक्षण चल रहा है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर निर्माण और विकास कार्य अग्रिम चरण में है और हम परिचालन तत्परता की राह में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। यह एक बड़ी और जटिल परियोजना है और निर्माण गतिविधियों के अगले कुछ सप्ताह महत्वपूर्ण हैं।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट में रेस्तरां, कैफे और खान-पान से जुड़ा दूसरा टेंडर जारी कर दिया गया है। ये ठेका एचएमएसहोस्ट इंडिया दिया गया है।
देश भर के प्रमुख महानगरों के साथ-साथ टियर -2 और 3 शहरों को जोड़ने के लिए एक व्यापक एयर नेटवर्क स्थापित करने की तैयारी है। नोएडा एयरपोर्ट का पहला फेज इस साल के आखिर तक फ्लाइट ऑपरेशन के लिए खुलने वाला है।
जेवर एयरपोर्ट के लिए जमीन अधिग्रहण का काम 4 चरणों में किया जाना था। जिनमें से पहले चरण में 1334 हेक्टेयर और दूसरे चरण में 1365 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण हुआ। अब, तीसरे और चौथे चरण के लिए एक साथ 2053 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे में 4,000 मीटर लंबा और 45 मीटर चौड़ा रनवे होगा। एटीसी टावर 40 मीटर की ऊंचाई पर खड़ा होगा।
सरकार ने बिल्डर को तय समयसीमा यानी 29 सितंबर, 2024 तक नोएडा एयरपोर्ट के सारे काम पूरा करने के निर्देश दिए हैं। इतना ही नहीं, तय समय सीमा पार होने पर बिल्डर को प्रतिदिन 10 लाख रुपये का जुर्माना देना होगा।
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम उत्तर प्रदेश के लोगों को एक बड़ी सौगात दी। मोदी ने आज जेवर में एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। मोदी ने ये गिनाया कि ये एयरपोर्ट कैसे यूपी की तकदीर बदल देगा। नरेन्द्र मोदी ने कहा कि ये इंटरनेशनल एयरपोर्ट पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश को दुनिया से जोड़ेगा। उन्होंने ये भी कहा कि एयरपोर्ट बनाने का ये काम बहुत पहले हो जाना चाहिए था लेकिन पहले की सरकारों ने यूपी को उसका हक नहीं लेने दिया। देखिए आज की बात रजत शर्मा के साथ।
PM मोदी ने आज नॉएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का शिलान्यास किया। अपने सम्बोधन में उन्होंने पिछली सरकारों पर तीखा हमला किया। अपने बयान में उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने जेवर एयरपोर्ट के प्रोजेक्ट को लटकाकर रखा।
नोएडा इंटरनेश्नल एयरपोर्ट के साथ ही यूपी देश का एकमात्र ऐसा राज्य बन जाएगा जहां पांच इंटरनेश्नल एयरपोर्ट हैं। 34 हज़ार करोड़ की लागत से बनने वाला ये एयरपोर्ट सितंबर 2024 तक शुरू हो जाएगा। 6 हज़ार 200 हेक्टेयर इलाके में बन रहे इस एयरपोर्ट में 5 रन वे और 2 टर्मिनल होंगे।
आसपास के सभी प्रमुख मार्ग और राजमार्ग, जैसे यमुना एक्सप्रेस-वे, वेस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे तथा अन्य भी हवाई अड्डे से जोड़े जायेंगे।
नोएडा एयरपोर्ट की चारदिवारी आदि का निर्माण दो माह से चल रहा है। वर्ष 2024 तक जेवर हवाई अड्डे के एक रनवे को शुरू करने का लक्ष्य है। एयरपोर्ट के शिलान्यास और भूमि पूजन का यह पूरा कार्यक्रम दो हिस्सों में होगा। पहले हिस्से में भूमिपूजन और शिलान्यास करवाया जाएगा।
ग्रीनफील्ड परियोजना के पहले चरण का काम चल रहा है और इसे पूरा करने में 5,700 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, पॉड टैक्सी फिल्म सिटी सेक्टर 21 से शुरू होगी और सेक्टर 28, 29 ,30, 32 एवं 33 से होते हुए नोएडा हवाईअड्डे तक जाएगी।
उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड को पट्टे पर दी जाने वाली जमीन के लिए स्टांप शुल्क और पंजीकरण शुल्क माफ करने का फैसला किया।
ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल और उत्तर प्रदेश सरकार ने गौतम बुद्ध नगर 'नोएडा' के जेवर में बन रहे हवाई अड्डे को "नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट" के रूप में अंतिम रूप दिया है।
जेवर ग्रीन फील्ड अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का निर्माण कार्य जनवरी या फरवरी 2020 से शुरू कर दिया जाएगा। इस हवाई अड्डे से पहली उड़ान 2023 में शुरू होने की उम्मीद है।
दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) के जेवर में प्रस्तावित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाइअड्डे को केंद्र सरकार की तरफ से सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। इसके 2022 तक चालू हो जाने की संभावना है।
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